लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर 'गदर' से अवैध रूप से ई टिकटों की बिक्री करने वाले शातिर जालसाज को जीआरपी और आरपीएफ की ज्वाइंट टीम ने गिरफ्तार किया है. जालसाज के पास से 116 फजीं यूजर आईडी और 15 रेलवे टिकट बरामद किए गए हैं. रेलवे के पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि, आरपीएफ और जीआरपी की सर्विलांस टीम ने मुखबिर की सूचना पर ये बड़ी कार्रवाई की है.
बता दें कि, भूतनाथ मार्केट के पास छापेमारी कर सिद्धार्थनगर निवासी अहमद अली को गिरफ्तार किया. अहमद अली के पास से एक लैपटॉप, आई फोन, 116 फर्जी यूजर आईडी और 23,542 के 15 ई-टिकट और प्रतिबंधित गदर सॉफ्टवेयर बरामद किया है. पूछताछ में अहमद अली ने बताया कि वह गदर सॉफ्टवेयर के जरिए तत्काल कोटे की सीटों को बुक कर लेता था. तत्काल कोटा खुलने से पहले यात्रियों की डिटेल सॉफ्टवेयर पर भर लेता था और कोटा खुलते ही कन्फर्म सीटें बुक कर लेता था. वह फर्जी पर्सनल आईडी का इस्तेमाल गदर सॉफ्टवेयर से टिकट बुक करने में करता था. कंफर्म टिकट के एवज में यात्रियों से 500 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक वसूलता था.
वहीं विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर गुरुवार को 'बाधाओं को तोड़ना, अंतरालों को पाटना' थीम पर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐशबाग पॉलीक्लीनिक में हेल्थ सेमिनार आयोजित की गई. डीआरएम आदित्य कुमार और बादशाहनगर रेलवे अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीक्षा चौधरी ने रेलकर्मियों और उनके परिजनों को डायबिटीज से बचाव के रास्ते बताए. स्वस्थ जीवनशैली अपनाने को कहा. अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय तिवारी ने बीमारी के लक्षणों और बचाव के बारे में बताया. ज्यादा भूख-प्यास, बार-बार पेशाब, थकान, सूखी खुजली, धुंधली नजर मधुमेह के लक्षण हैं. मधुमेह आमतौर पर समय के साथ बढ़ता है. बचाव के लिए जीवनशैली बदलने का सुझाव दिया गया.
यह भी पढ़ें : लखनऊ के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर जन औषधि केंद्र की शुरुआत, 400 रुपये की दवा मिलेगी अब 100 में
'गदर' की मदद से लखनऊ में तत्काल टिकटों का गोरखधंधा, रेलवे पुलिस ने शातिर जालसाज को किया गिरफ्तार
116 फजीं यूजर आईडी और 15 ई-टिकट बरामद
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : 6 hours ago
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर 'गदर' से अवैध रूप से ई टिकटों की बिक्री करने वाले शातिर जालसाज को जीआरपी और आरपीएफ की ज्वाइंट टीम ने गिरफ्तार किया है. जालसाज के पास से 116 फजीं यूजर आईडी और 15 रेलवे टिकट बरामद किए गए हैं. रेलवे के पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि, आरपीएफ और जीआरपी की सर्विलांस टीम ने मुखबिर की सूचना पर ये बड़ी कार्रवाई की है.
बता दें कि, भूतनाथ मार्केट के पास छापेमारी कर सिद्धार्थनगर निवासी अहमद अली को गिरफ्तार किया. अहमद अली के पास से एक लैपटॉप, आई फोन, 116 फर्जी यूजर आईडी और 23,542 के 15 ई-टिकट और प्रतिबंधित गदर सॉफ्टवेयर बरामद किया है. पूछताछ में अहमद अली ने बताया कि वह गदर सॉफ्टवेयर के जरिए तत्काल कोटे की सीटों को बुक कर लेता था. तत्काल कोटा खुलने से पहले यात्रियों की डिटेल सॉफ्टवेयर पर भर लेता था और कोटा खुलते ही कन्फर्म सीटें बुक कर लेता था. वह फर्जी पर्सनल आईडी का इस्तेमाल गदर सॉफ्टवेयर से टिकट बुक करने में करता था. कंफर्म टिकट के एवज में यात्रियों से 500 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक वसूलता था.
वहीं विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर गुरुवार को 'बाधाओं को तोड़ना, अंतरालों को पाटना' थीम पर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐशबाग पॉलीक्लीनिक में हेल्थ सेमिनार आयोजित की गई. डीआरएम आदित्य कुमार और बादशाहनगर रेलवे अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीक्षा चौधरी ने रेलकर्मियों और उनके परिजनों को डायबिटीज से बचाव के रास्ते बताए. स्वस्थ जीवनशैली अपनाने को कहा. अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय तिवारी ने बीमारी के लक्षणों और बचाव के बारे में बताया. ज्यादा भूख-प्यास, बार-बार पेशाब, थकान, सूखी खुजली, धुंधली नजर मधुमेह के लक्षण हैं. मधुमेह आमतौर पर समय के साथ बढ़ता है. बचाव के लिए जीवनशैली बदलने का सुझाव दिया गया.
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