लखनऊ: आजादी के 72 सालों में भारतीय रेलवे का बहुमुखी विकास हुआ. इस दौरान रेलवे की पटरियों में सुधार के साथ ही अत्याधुनिक तकनीक के बेहतर इस्तेमाल से रेलवे ने काफी विस्तार किया, जिसके चलते आज हम बुलेट ट्रेन में सफर करने से चंद दूरी पर खड़े हैं.
आजादी से देश में हुए क्रान्तिकारी परिवर्तन-
देश को आजाद हुए 72 साल होने जा रहे हैं और इस दौरान देश ने काफी विकास किया है. इन सात दशकों में रेलवे के विकास की बात करें तो धीमी रफ्तार से शुरू हुई हमारी रेल आज हवा में बात कर रही है. आजादी के बाद वर्ष 1950 में रेलवे का राष्ट्रीयकरण हुआ और उसके बाद रेलवे प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ने लगा. कोयले से चलने वाली ट्रेनें, अब बिजली के करंट से पटरियों पर तेजी से फर्राटा भर रही हैं.
रेलवे विभाग में किये गए काफी सुधार-
रेलवे विभाग में आधुनिक और बेहतर तकनीक का इस्तेमाल कर काफी सुधार किया गया. रेल की पटरियों को दुरुस्त करने की बात हो या ट्रेनों की संख्या में इजाफा या फिर दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए किए जाने वाले उपाय, सभी पर तेजी से काम हुआ है. आजादी के बाद से इन 72 वर्षों में रेलवे ने हकीकत में काफी उन्नति की है.
कब और कहां चली पहली बार ट्रेन-
देश की स्वतंत्रता से 94 साल पहले, पहली बार अंग्रेजों के जमाने में 16 अप्रैल 18 53 को मुंबई से ठाणे के बीच पहली रेल चली थी. उसके बाद धीरे-धीरे रेल का विकास होना शुरू हुआ. 1890 में भारतीय रेलवे अधिनियम पारित हुआ और 1936 में यात्री डिब्बों को वातानुकूलित बनाया गया था. भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1950 में हुआ और 1952 में 6 जोन के साथ जोनल सिस्टम का भी आगाज हुआ, जो कि वर्तमान में संख्या के हिसाब से 17 तक पहुंच चुका है.
भारतीय रेल का नेटवर्क सबसे व्यस्त और लम्बा-
भारतीय रेल दुनिया की सबसे लंबी और व्यस्त नेटवर्क में से एक मानी जाती है. विश्व में भारतीय रेल नेटवर्क चौथे स्थान पर आता है. भारतीय रेलवे का नेटवर्क 1.16 लाख किलोमीटर लंबा है और करीब 15000 से भी ज्यादा रेलगाड़ियां इस नेटवर्क पर रफ्तार से फर्राटा भरती हैं. हर रोज तकरीबन 2 करोड़ लोग ट्रेन के जरिए ही अपना सफर पूरा करते हैं, वहीं रेलवे स्टेशन 6000 से ज्यादा की संख्या में हैं. हर साल करीब 6 अरब से ज्यादा यात्री भारतीय रेल से सफर करते हैं.
..जानें कब खोला गया रेल संग्रहालय-
साल 1977 में धरोहर पर्यटन शिक्षा मनोरंजन के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए राष्ट्रीय रेल संग्रहालय खोला गया. सोसायटी आफ इंटरनेशनल ट्रैवलर्स ने भारत की भव्य गाड़ियां डेक्कन ओडिसी, पैलेस ऑन व्हील्स और 100 साल पुरानी ट्रेन को विश्व की सर्वश्रेष्ठ 25 ट्रेनों की लिस्ट में शामिल किया गया है. देश में वर्ष 2002 में जन शताब्दी ट्रेन का शुभारंभ हुआ. वर्ष 2004 में इंटरनेट के माध्यम से आरक्षण की शुरुआत हुई. वर्ष 2007 में देश भर में टेलीफोन नंबर 139 व्यापक ट्रेन इंक्वायरी सर्विस शुरू हुई.
16 अप्रैल 1853 को पहली बार मुंबई से ठाणे के बीच रेल सेवा की शुरुआत हुई, लेकिन आजादी के बाद रेलवे का असली विकास हुआ. बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी है, जिसमें अच्छी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है. स्वतंत्रता के बाद देश ने रेलवे में काफी विकास किया है. बुलेट ट्रेन के साथ-साथ 18 ट्रेनों की भी बात की जा रही है .
अजय कुमार वर्मा, मंडल मंत्री, रेल यूनियन