लखनऊ: राजधानी के शिया पीजी कॉलेज में बीकाॅम की नियमित सीटें खाली होने के बावजूद सेल्फ फाइनेंस में एडमिशन लिया जा रहा है. इसको लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय ने नोटिस जारी किया है. किस नियम के आधार पर एडमिशन किए जा रहे थे, इसको लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय ने काॅलेज प्रबंधन से तीन दिन में स्पष्टीकरण देने का निर्देश जारी किया है.
शिया पीजी कॉलेज में एडमिशन के लिए आवेदन की प्रकिया पिछले कई दिनों से शुरू हो चुकी है. काॅलेज में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन फीस 750 रुपये और परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 850 रुपये है. बुधवार को लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शिया पीजी काॅलेज को एक स्पष्टीकरण जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि शिया पीजी काॅलेज में सन 2020-21 के प्रवेश के लिए बीकाॅम की अनुदानित सीटें खाली हैं.
इसके बावजूद स्टूडेंट्स का प्रवेश सेल्फ फाइनेंस की बीकाॅम सीटों पर किया जा रहा है, जिससे इन छात्र-छात्राओं को नियमित की अपेक्षा स्वावित्तपोषित की अधिक फीस का भुगतान करना पड़ रहा है. इसलिए बीकाॅम की नियमित सीटों के खाली होने के बाद भी सेल्फ फाइनेंस सीटों पर प्रवेश किन परिस्थितियों में और किन नियमों के आधार पर लिया जा रहा है. इस बारे में तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण दिया जाए.
काॅलेज में इन सीटों पर होता है दाखिला
बता दें कि कॉलेज में बीएससी की 550, बीएससी सेल्फ फाइनेंस की 320, बीए की 1046, बीकॉम की 700 और बीकॉम सेल्फ फाइनेंस की 320 सीटें हैं. इसके अलावा हिंदी, समाजशास्त्र, जूलॉजी, उर्दू, एमकॉम प्योर और एमकॉम अप्लाइड इकोनॉमिक्स परास्नातक पाठ्यक्रम भी हैं.