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अवैध धर्मांतरण मामले में विदेश से हुई 57 करोड़ की फंडिंग, जांच जारी: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में 57 करोड़ रुपये हवाला के माध्यम से आरोपी उमर गौतम, सलाउद्दीन व कलीम सिद्धकी के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. विदेश से हुई फंडिग की यूपी एटीएस जांच कर रही है.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार.
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार.
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Published : Oct 16, 2021, 7:38 PM IST

लखनऊः अवैध धर्मांतरण मामले में 16 आरोपियों में से 10 के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी गई है. वहीं अवैध धर्मांतरण को लेकर विदेश से हुई फंडिंग की जांच की जा रही है. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने शनिवार को बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में 57 करोड़ रुपये हवाला के माध्यम से आरोपी उमर गौतम, सलाउद्दीन व कलीम सिद्धकी के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. हालांकि अभी तक यह तीनों आरोपी इस पैसे खर्च के बारे में जानकारी नहीं दे पाए हैं.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अवैध धर्मांतरण के लिए ब्रिटिश अलफदा ट्रस्ट की ओर से हिंदुस्तान में 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है. इसी के साथ कई और देशों से भी फंडिंग की जानकारी मिल रही है. आरोपियों के खाते में यह पैसे ट्रांसफर किए गए थे. वहीं, आरोपी मौलाना कलीम नाम के व्यक्ति के खाते में भी 22 करोड़ रुपये विदेश से फंडिंग की गई. मौलाना कलीम के खाते में आए इन पैसों की विस्तृत जांच एटीएस द्वारा की जा रही है. उन्होंने बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में बुधवार को आरोपी भूप्रिय बंदो, फराज, कौशल आलम और प्रकाश कावरे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. अब तक एटीएस ने इस पूरे मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 10 लोगों के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.
पूरे देश में फैला हुआ था जाल
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में यह बात निकल के सामने आई है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में यह सिंडिकेट चल रहे थे. मिशन के तहत गरीब तबके व जरूरतमंद लोगों को टारगेट किया जाता था और उन्हें पैसे का लालच देकर आरोपी धर्म परिवर्तन कराते थे.

तीसरी दुनिया की कहानी सुना कर पैदा करते थे डर
एटीएस की पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी धर्म परिवर्तन कराने के लिए व्यक्ति को तीसरी दुनिया की कहानी सुनाते थे. जिसमें यह जहन्नुम की आग का जिक्र करते हुए लोगों में भय डाल कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते थे. गिरफ्तार किए गए आरोपी एक सिंडीकेट के तौर पर काम करते थे. पहले यह गरीब और जरूरतमंदों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे फिर उसी व्यक्ति को अपने रिश्तेदार व पड़ोस के लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मोटिवेट करने के लिए कहते थे. इस तरह से इन्होंने एक लंबी चेन बना रखी थी.

इसे भी पढ़ें-अवैध धर्मांतरण मामले में चार के खिलाफ UP ATS ने दाखिल की चार्जशीट


किसान आंदोलन को लेकर यूपी पुलिस सख्त
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि लखीमपुर में हुई हिंसा की घटना के बाद यूपी पुलिस और सर्तक हो गई है. सीनियर अधिकारी खुद तमाम किसान नेताओं से लगातार समन्वय बनाकर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील कर रहे हैं. इसके साथ ही किसानों से अपील की गई है कि यदि आंदोलन के दौरान उनकी भीड़ में कोई भी संदिग्ध दिखाई दे तो वो फौरन पुलिस को सूचना दे. खुद डीजीपी मुख्यालय से प्रदेश के सभी जिलो के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने और असामाजिक तत्वों पर खास निगरानी रख सख्त कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए हैं.

लखनऊः अवैध धर्मांतरण मामले में 16 आरोपियों में से 10 के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी गई है. वहीं अवैध धर्मांतरण को लेकर विदेश से हुई फंडिंग की जांच की जा रही है. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने शनिवार को बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में 57 करोड़ रुपये हवाला के माध्यम से आरोपी उमर गौतम, सलाउद्दीन व कलीम सिद्धकी के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. हालांकि अभी तक यह तीनों आरोपी इस पैसे खर्च के बारे में जानकारी नहीं दे पाए हैं.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अवैध धर्मांतरण के लिए ब्रिटिश अलफदा ट्रस्ट की ओर से हिंदुस्तान में 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है. इसी के साथ कई और देशों से भी फंडिंग की जानकारी मिल रही है. आरोपियों के खाते में यह पैसे ट्रांसफर किए गए थे. वहीं, आरोपी मौलाना कलीम नाम के व्यक्ति के खाते में भी 22 करोड़ रुपये विदेश से फंडिंग की गई. मौलाना कलीम के खाते में आए इन पैसों की विस्तृत जांच एटीएस द्वारा की जा रही है. उन्होंने बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में बुधवार को आरोपी भूप्रिय बंदो, फराज, कौशल आलम और प्रकाश कावरे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. अब तक एटीएस ने इस पूरे मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 10 लोगों के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.
पूरे देश में फैला हुआ था जाल
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में यह बात निकल के सामने आई है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में यह सिंडिकेट चल रहे थे. मिशन के तहत गरीब तबके व जरूरतमंद लोगों को टारगेट किया जाता था और उन्हें पैसे का लालच देकर आरोपी धर्म परिवर्तन कराते थे.

तीसरी दुनिया की कहानी सुना कर पैदा करते थे डर
एटीएस की पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी धर्म परिवर्तन कराने के लिए व्यक्ति को तीसरी दुनिया की कहानी सुनाते थे. जिसमें यह जहन्नुम की आग का जिक्र करते हुए लोगों में भय डाल कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते थे. गिरफ्तार किए गए आरोपी एक सिंडीकेट के तौर पर काम करते थे. पहले यह गरीब और जरूरतमंदों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे फिर उसी व्यक्ति को अपने रिश्तेदार व पड़ोस के लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मोटिवेट करने के लिए कहते थे. इस तरह से इन्होंने एक लंबी चेन बना रखी थी.

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किसान आंदोलन को लेकर यूपी पुलिस सख्त
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि लखीमपुर में हुई हिंसा की घटना के बाद यूपी पुलिस और सर्तक हो गई है. सीनियर अधिकारी खुद तमाम किसान नेताओं से लगातार समन्वय बनाकर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील कर रहे हैं. इसके साथ ही किसानों से अपील की गई है कि यदि आंदोलन के दौरान उनकी भीड़ में कोई भी संदिग्ध दिखाई दे तो वो फौरन पुलिस को सूचना दे. खुद डीजीपी मुख्यालय से प्रदेश के सभी जिलो के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने और असामाजिक तत्वों पर खास निगरानी रख सख्त कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए हैं.

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