लखनऊ: एडीजी पीवी रामा शास्त्री रविवार को राजधानी लखनऊ में 'जनता कर्फ्यू' के दौरान घूम-घूमकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते देखे गए. एडीजी ने कहा कि 'जनता कर्फ्यू' को जनता के द्वारा जनता के लिए लगाया गया है. इसलिए इसमें पुलिस किसी के साथ जोर जबरदस्ती नहीं कर रही है, लेकिन जनता के हित को देखते हुए पुलिस केवल उन लोगों को रोक रही है, जो अनावश्यक कारणों से घर से निकल रहे हैं. इमरजेंसी के लिए लोगों को जाने दिया जा रहा है, लेकिन किसी भी स्थान पर अनावश्यक तौर पर लोग उपस्थित न हों इसका ध्यान पुलिस रख रही है.
एडीजी पीवी रामा शास्त्री रविवार को राजधानी लखनऊ में 'जनता कर्फ्यू' के दौरान घूम-घूमकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते देखे गए. 1090 चौराहे पर गोमती नगर में ईटीवी भारत के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि जनता का इस कर्फ्यू में जबरदस्त सहयोग मिल रहा है. लोग खुद अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं. पुलिस को अपनी ओर से कोई जोर जबरदस्ती नहीं करनी पड़ रही है, क्योंकि जनता ने खुद यह कर्फ्यू लागू किया है और एक बड़ी महामारी से निपटने के लिए ऐसा किया जाना भी जरूरी है.
उन्होंने कहा कि अधिकांश लोग अपने घरों में हैं, बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में अगर कुछ लोग बेवजह निकलकर कर्फ्यू के मकसद को नाकाम करना चाह रहे हैं तो उनको रोका जा रहा है. पूरे प्रदेश में जो सूचनाएं मिली हैं उनके अनुसार लोगों ने इस कर्फ्यू को खुद-ब-खुद लागू किया है. पुलिस केवल उन लोगों को ही रोक रही है, जो अनावश्यक कारणों से तरह-तरह के बहाने बनाकर निकल रहे हैं. चिकित्सा और अन्य जरूरतों के लिए लोगों को जाने दिया जा रहा है.
एडीजी पीवी रामा शास्त्री ने घंटाघर में हो रहे प्रदर्शन के सवाल पर कहा कि यह शहर के स्तर का सवाल है, लेकिन मैं जिम्मेदारी से यह कहना चाहूंगा कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी भी यह रिस्पांसिबिलिटी है कि मेडिकल गाइडलाइंस का पालन करें, जिससे हर कोई सुरक्षित रहें. जब इतने बड़े स्तर में इसका खतरा है तो फिर हर किसी को सब के बारे में पूरे समाज के बारे में चिंता करना चाहिए और उसी के अनुरूप काम करना होगा.
ये भी पढ़ें- कोरोना का कहर : जनता कर्फ्यू शुरू, आपात सेवाओं को छोड़ हर जगह स्वैच्छिक बंदी