लखनऊ: नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) का मुख्य उद्देश्य देश सेवा और समाजसेवा ही रहा है. पर्यावरण संरक्षण, सुनामी आपदा, मिशन नारी शक्ति, गंगा सफाई, कोरोना महामारी समेत हर जरूरत के समय एनसीसी कैडेट्स ने अहम भूमिका निभाई है. इनकी सेवा और समर्पण सभी के लिए प्रेरणा है. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभागार में 72वें एसीसी दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने ये विचार सैन्य अधिकारियों व एनसीसी कैडेट्स के संबोधन में व्यक्त किए. इस मौके पर एमसीसी के डायरेक्टर उत्तर प्रदेश कर्नल नीलम गुरुंग ने एनसीसी-2020 की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
अपर प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि देश को अनुशासन, राष्ट्रीय एकता और देश प्रेम का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए जिस समर्पण से एनसीसी काम कर रहा है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है. राष्ट्र निर्माण और सेना की सहायता, जिसमें युवाओं की भी भागीदारी हो, इसे ध्यान में रखकर 1948 में एनसीसी का गठन हुआ. आज एनसीसी विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहा है. किसी भी प्रकार की आपदा में एनसीसी ने हमेशा अपना योगदान दिया है. पर्यावरण संरक्षण और इसके प्रति जागरूकता फैलाने में भी एनसीसी का योगदान रहा है. देश को दो प्रधानमंत्री देने का श्रेय भी एनसीसी को है. हमारे प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री भी एनसीसी कैडेट रहे हैं. वरिष्ठ हार्ट सर्जन डॉ नरेश त्रेहान जैसी शख्सियत भी एनसीसी के अनुशासन को आज भी आत्मसात करते हैं.
उन्होंने कहा कि एनसीसी ने कैडेट्स को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान किया और उन्हें अनुशासन सिखाया है. यही वजह है कि ये कैडेट्स जीवन में बेहतर मुकाम हासिल कर देश की प्रगति में योगदान दे रहे हैं. अपर मुख्य सचिव ने छह कैडेट्स को मुख्यमंत्री गोल्ड मेडल और विवि के कुलपति प्रो संजय सिंह ने पांच कैडेट्स को मुख्यमंत्री सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर मेजर जनरल राकेश राणा व उत्तर प्रदेश एनसीसी के कैडेट्स व अधिकारी समारोह में उपस्थित रहे.
इन्हें मिला मुख्यमंत्री गोल्ड मेडल
सीनियर अंडर ऑफिसर सैयद जीशान हाशमी झांसी, सीनियर अंडर ऑफिसर दिव्या पाल झांसी, कैडेट शासवन्त शर्मा फतेहगढ़, सार्जेंट शिवदीन यादव बलरामपुर, सीनियर अंडर ऑफिसर क्षमा मिश्रा बलरामपुर, कैडेट दीक्षा दुबे बलिया
इन्हें मिला सिल्वर मेडल
सीनियर अंडर ऑफिसर हितिका यादव झांसी, अंडर ऑफिसर कंचन श्रीवास्तव बलरामपुर, अंडर ऑफिसर साहिबा खान बलरामपुर, कैडेट शिवम पाल सीतापुर, कैडेट कुलदीप फतेहपुर, कैडेट निशांत सिंह तोमर फतेहपुर एएनओ, कैप्टन सुनील कुमार क़ाबिया झांसी, मेजर वीके शुक्ला,बलरामपुर, मेजर केके सिंह, फतेहगढ़ और लेफ्टिनेंट रश्मि सिंह, झांसी.
सेवा की हर कसौटी पर खरे उतरते हैं कैडेट्स: आराधना शुक्ला
एसीसी दिवस के मौके पर अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने एनसीसी कैडेट्स का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सेवा की हर कसौटी पर खरे उतरते हैं कैडेट्स. उन्होंने कैडेट्स को मुख्यमंत्री गोल्ड व सिल्वर मेडल से सम्मानित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण, सुनामी आपदा, मिशन नारी शक्ति, गंगा सफाई, कोरोना महामारी समेत हर जरूरत के समय एनसीसी कैडेट्स ने अहम भूमिका निभाई है.
लखनऊ: नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) का मुख्य उद्देश्य देश सेवा और समाजसेवा ही रहा है. पर्यावरण संरक्षण, सुनामी आपदा, मिशन नारी शक्ति, गंगा सफाई, कोरोना महामारी समेत हर जरूरत के समय एनसीसी कैडेट्स ने अहम भूमिका निभाई है. इनकी सेवा और समर्पण सभी के लिए प्रेरणा है. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभागार में 72वें एसीसी दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने ये विचार सैन्य अधिकारियों व एनसीसी कैडेट्स के संबोधन में व्यक्त किए. इस मौके पर एमसीसी के डायरेक्टर उत्तर प्रदेश कर्नल नीलम गुरुंग ने एनसीसी-2020 की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
अपर प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि देश को अनुशासन, राष्ट्रीय एकता और देश प्रेम का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए जिस समर्पण से एनसीसी काम कर रहा है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है. राष्ट्र निर्माण और सेना की सहायता, जिसमें युवाओं की भी भागीदारी हो, इसे ध्यान में रखकर 1948 में एनसीसी का गठन हुआ. आज एनसीसी विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहा है. किसी भी प्रकार की आपदा में एनसीसी ने हमेशा अपना योगदान दिया है. पर्यावरण संरक्षण और इसके प्रति जागरूकता फैलाने में भी एनसीसी का योगदान रहा है. देश को दो प्रधानमंत्री देने का श्रेय भी एनसीसी को है. हमारे प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री भी एनसीसी कैडेट रहे हैं. वरिष्ठ हार्ट सर्जन डॉ नरेश त्रेहान जैसी शख्सियत भी एनसीसी के अनुशासन को आज भी आत्मसात करते हैं.
उन्होंने कहा कि एनसीसी ने कैडेट्स को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान किया और उन्हें अनुशासन सिखाया है. यही वजह है कि ये कैडेट्स जीवन में बेहतर मुकाम हासिल कर देश की प्रगति में योगदान दे रहे हैं. अपर मुख्य सचिव ने छह कैडेट्स को मुख्यमंत्री गोल्ड मेडल और विवि के कुलपति प्रो संजय सिंह ने पांच कैडेट्स को मुख्यमंत्री सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर मेजर जनरल राकेश राणा व उत्तर प्रदेश एनसीसी के कैडेट्स व अधिकारी समारोह में उपस्थित रहे.
इन्हें मिला मुख्यमंत्री गोल्ड मेडल
सीनियर अंडर ऑफिसर सैयद जीशान हाशमी झांसी, सीनियर अंडर ऑफिसर दिव्या पाल झांसी, कैडेट शासवन्त शर्मा फतेहगढ़, सार्जेंट शिवदीन यादव बलरामपुर, सीनियर अंडर ऑफिसर क्षमा मिश्रा बलरामपुर, कैडेट दीक्षा दुबे बलिया
इन्हें मिला सिल्वर मेडल
सीनियर अंडर ऑफिसर हितिका यादव झांसी, अंडर ऑफिसर कंचन श्रीवास्तव बलरामपुर, अंडर ऑफिसर साहिबा खान बलरामपुर, कैडेट शिवम पाल सीतापुर, कैडेट कुलदीप फतेहपुर, कैडेट निशांत सिंह तोमर फतेहपुर एएनओ, कैप्टन सुनील कुमार क़ाबिया झांसी, मेजर वीके शुक्ला,बलरामपुर, मेजर केके सिंह, फतेहगढ़ और लेफ्टिनेंट रश्मि सिंह, झांसी.