लखनऊः कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती...इस कहावत को राजधानी के एल्डिको कॉलोनी निवासी समाजसेवी अनिल त्रिपाठी के बेटे आदर्श त्रिपाठी ने सच साबित कर दिखाया. आदर्श ने दूसरे प्रयास में उत्तराखण्ड में सिविल जज की परीक्षा पास कर राजधानी का मान बढाया है. मगंलवार को उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग की सिविल जज(जूनियर डिविजन)-2019 के आए परिणाम में आदर्श त्रिपाठी ने दूसरी रैकं हासिल की है.
आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि पिछले साल 2017 में पटना की चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलबी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. जिसके बाद पीसीएस-जे परीक्षा की तैयारियों के लिए दिल्ली में कोचिग की. जहां से यूपी में पीसीएस-जे की परीक्षा में कुछ नम्बरों से पहले प्रयास में उनका चयन नहीं हो सका. जिसके बाद उत्तराखण्ड में पीसीएस-जे की परीक्षा के बाद आए परिणाम में सफलता हासिल की.
आदर्श अपनी सफलता के पीछे का कारण उन्होंने पिता अनिल त्रिपाठी के विश्वास और माता सीमा त्रिपाठी के आशीर्वाद को बताया है. आदर्श ने कहा कि बचपन से ही उनकी रूचि कानून की पढ़ाई की तरफ ही थी. इसलिए इस क्षेत्र को चुना, वर्तमान समय में आदर्श सुप्रीमकोर्ट में लॉ रीसर्चर के पद पर कार्यरत हैं. आदर्श बताते हैं की किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए मेहनत के साथ-साथ धैर्य की भी उतनी ही आवश्यकता होती है. उन्हे शायरी, तैराकी एवं वालीबाल का शौक है.
आदर्श के सिविल जज बनाने की जानकारी होते ही उनके घर पर बधांई देने वालो का ताता लग गया. वरिष्ठ पत्रकार अशोक तिवारी, नागेश्वर द्विवेदी, उमाशंकर त्रिवेदी, सुरेन्द्र दीक्षित, ललित शुक्ला, आदित्य मिश्रा, निखिल मिश्रा सहित काफी सख्या में क्षेत्रीय लोगों ने घर पहुंचकर पिता अनिल त्रिपाठी को मिठाई खिलाकर बेटे की सफलता की बधांई दी.