लखनऊ: केंद्र सरकार के प्रशिक्षण एवं कार्मिक विभाग डीओपीटी ने उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी आईपी पांडे पर कार्रवाई के निर्देश मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को दिए हैं. आईपी पांडे पर खुद का ट्रांसफर कराने के लिए रिश्तेदार के माध्यम से पैसे देने का बड़ा आरोप लगा था. ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे के लेन-देन को लेकर ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसको लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठे थे, लेकिन इस पूरे मामले में आईएएस आईपी पांडे पर कार्रवाई के बजाय उन्हें राजस्व परिषद से अटैच करने का काम किया गया था.
इस मामले में एसटीएफ की जांच के बाद ट्रांसफर के नाम पर रिश्तेदार से पैसा दिलाने वाले आईएएस आईपी पांडे के रिश्तेदार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन राज्य सरकार ने आईपी पांडे को आबकारी विभाग से हटाकर सिर्फ राजस्व परिषद से अटैच किया था. आरोपी आईएएस आईपी पांडेय के बाद उन पर और किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने केंद्र सरकार के डीओपीटी से कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद अब डीओपीटी ने मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को पत्र भेजकर कार्रवाई के लिए कहा है.
आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने प्रशिक्षण एवं कार्मिक विभाग भारत सरकार से आईपी पांडे द्वारा अपने ट्रांसफर के लिए पैसा दिलाने के मामले में मुकदमे की विवेचना सीबीआई से करवाए जाने और आईएएस अफसर पांडे को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि थाना विभूति खंड में दर्ज मुकदमे को देखने से स्पष्ट है कि इस मामले में पांडे की स्पष्ट भूमिका है. उनके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए, जिस पर डीओपीटी के अपर सचिव केसी राजू ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर आईपी पांडे द्वारा घूस देने के मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ: IAS आईपी पांडेय पर खूद के ट्रांसफर के लिए घूस देना का आरोप, कार्रवाई के निर्देश
राजधानी लखनऊ में आईएएस अधिकारी आईपी पांडेय पर खुद का ट्रांसफर कराने के लिए घूस देने का आरोप है. इस पर डीओपीटी के अपर सचिव केसी राजू ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर आईपी पांडे द्वारा घूस देने के मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ: केंद्र सरकार के प्रशिक्षण एवं कार्मिक विभाग डीओपीटी ने उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी आईपी पांडे पर कार्रवाई के निर्देश मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को दिए हैं. आईपी पांडे पर खुद का ट्रांसफर कराने के लिए रिश्तेदार के माध्यम से पैसे देने का बड़ा आरोप लगा था. ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे के लेन-देन को लेकर ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसको लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठे थे, लेकिन इस पूरे मामले में आईएएस आईपी पांडे पर कार्रवाई के बजाय उन्हें राजस्व परिषद से अटैच करने का काम किया गया था.
इस मामले में एसटीएफ की जांच के बाद ट्रांसफर के नाम पर रिश्तेदार से पैसा दिलाने वाले आईएएस आईपी पांडे के रिश्तेदार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन राज्य सरकार ने आईपी पांडे को आबकारी विभाग से हटाकर सिर्फ राजस्व परिषद से अटैच किया था. आरोपी आईएएस आईपी पांडेय के बाद उन पर और किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने केंद्र सरकार के डीओपीटी से कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद अब डीओपीटी ने मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को पत्र भेजकर कार्रवाई के लिए कहा है.
आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने प्रशिक्षण एवं कार्मिक विभाग भारत सरकार से आईपी पांडे द्वारा अपने ट्रांसफर के लिए पैसा दिलाने के मामले में मुकदमे की विवेचना सीबीआई से करवाए जाने और आईएएस अफसर पांडे को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि थाना विभूति खंड में दर्ज मुकदमे को देखने से स्पष्ट है कि इस मामले में पांडे की स्पष्ट भूमिका है. उनके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए, जिस पर डीओपीटी के अपर सचिव केसी राजू ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर आईपी पांडे द्वारा घूस देने के मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.