लखनऊ : राज्य के खनिज विभाग में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सोनभद्र, प्रयागराज और लखनऊ के विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि सोनभद्र के खनन विभाग के खनिज मुहर्रिर (लिपिक) ब्रह्मानंद तिवारी को कार्यों में अनियमितता के कारण निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा प्रयागराज के सर्वेक्षक व खनिज मुहर्रिर कुंदन कुमार व विनोद राजकमल के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है तथा आरोपों की जांच कराई जा रही है.
पकड़े गए वाहन की जगह दूसरे वाहन को सीज करने का आरोप
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उत्तर प्रदेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार उप जिलाधिकारी ओबरा ने पकड़े गए ओवरलोड ट्रकों को ब्रह्मानंद तिवारी खनिज मुहर्रिर को संबंधित थाना में सीज करने के लिए निर्देशित किया गया. लेकिन, ब्रह्मानंद तिवारी ने भ्रष्टाचार करके वाहन को संबंधित थाना में सीज न कर वाहन को छोड़ दिया. उसके स्थान पर अन्य वाहन को बंद कराया गया. इस प्रकार ब्रह्मानंद तिवारी द्वारा ओवरलोड वाहनों से सांठगांठ कर जनपद के राजस्व की क्षति कारित किए जाने के कारण ब्रह्मानंद तिवारी को दोषी पाया गया. इसके बाद उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई तथा तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ में संबद्ध कर दिया गया है.
यहां भी हुई कार्रवाई
प्रयागराज में अवैध खनन, परिवहन और लोडिंग ट्रकों की सघन जांच के दौरान थाना मेजा द्वारा 16 ट्रैक्टर ट्रॉली बालू लदे वाहनों को पकडा़ गया था. कार्यालय प्रयागराज में तैनात रहे योगेश शुक्ला सर्वेक्षक, विनोद राजकमल व कुन्दन कुमार, खनिज मोहर्रिर द्वारा 16 वाहनों में से 12 वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई की गई. अन्य वाहनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण इन तीनों ही कर्मिकों को दोषी पाया गया. प्रयागराज की आख्या के आधार पर निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर आरोपों की जांच कराई जा रही है.
लखनऊ के खान अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब
लखनऊ में बिना रेलवे के वर्क ऑर्डर के आधार पर मिट्टी की अधिक मात्रा की अनुमति जारी की गई. जनपद के खान अधिकारी द्वारा क्षेत्र का भौतिक सत्यापन न करते हुए आदेशों का उल्लंघन किया गया तथा मिट्टी के परिवहन को ई-एमएम 11 से लिंक नहीं करने के कारण खान अधिकारी लखनऊ से स्पष्टीकरण मांगा गया है.