लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को दुराचार के मामले में झूठे फंसाने वाले आरोपियों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को दुराचार के झूठे मामले में फंसाने के लिए 2015 में फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
जानिए क्या है पूरा मामला
साल 2015 में आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को दुराचार के फर्जी मामले में फंसाने की रिपोर्ट गोमती नगर थाने में दर्ज कराई गई थी. इस मामले में भुजवीर सिंह और पुष्पा देवी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में दोनों ने कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. दोनों की अंतरिम जमानत की अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया है.
न्यायाधीश पवन कुमार राय ने दोनों को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में अमिताभ ठाकुर की पत्नी डॉ नूतन ठाकुर ने गायत्री प्रजापति और राज्य महिला आयोग की चेयरमैन जरीना उस्मानी समेत आठ लोगों के खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था.