लखनऊ: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के नए आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि यूपी में साल 2021 के दौरान भी जेल में क्षमता से अधिक कैदी थे. इस दौरान कैदियों की संख्या में 10.8 फीसदी का इजाफा हुआ. 2021 में पूरे देश में सबसे ज्यादा कैदी यूपी की जेल में रहे थे. यहां क्षमता के हिसाब से करीब 2 गुने कैदी हैं. हालांकि यूपी की जेलों में सबसे अधिक पढ़े-लिखे बंदियों की संख्या है.
एनसीआरबी के मुताबिक साल 2021 में देश भर में 5,29,090 बंदी बंद थे. इनमे 1,17,789 बंदी यूपी की 75 जेलों में बंद थे. इनमें 4,995 महिला व 11 ट्रांसजेंडर है. हालांकि यूपी की सभी 75 जेलों में कुल 63,751 बंदियों की ही क्षमता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की जेलों में दोगुनी क्षमता में बंदी है. कुछ तो ऐसी जेल है जहां क्षमता से 3 व 4 गुना बंदी बंद है. कानपुर जेल की क्षमता 114 बंदियों की है और यहां 442 बंदी बंद है. इसी तरह मिर्जापुर 320 की क्षमता वाली जिला जेल में 1279 बंदी है. बदायूं जेल में 529 कैदियों की क्षमता है जबकि 1,688 बंदी बंद है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में 7 सेंट्रल जेल, 62 जिला जेल, 2 सब जेल, 2 महिला जेल व 2 स्पेशल जेल हैं. जिला जेलों में 48,568 बंदियों की क्षमता है, जबकि वहां 1,01,455 बंदी बंद है. वहीं 2 स्पेशल जेल में 391 बंदी बंद हैं.
उत्तर प्रदेश की जेलों में 26,956 सजायाफ्ता बंदी बंद है, इसमें 25,763 पुरुष व 1189 महिला बंदी हैं. वहीं 90,606 बंदी अंडर ट्रायल पर है. जिसमें 86,794 पुरुष व 3,805 महिला बंदी है. 379 महिला बंदी अपने 428 बच्चों के साथ जेल इन बंद है.
वहीं देश में सबसे अधिक पढ़े लिखे बंदी भी यूपी की जेलों में ही बंद हैं. राज्य की जेलों में 671 बंदी पोस्टग्रेजुएट, 2002 बंदी ग्रेजुएट, 6035 कैदी इंटरमीडिएट व 10,245 बंदी हाई स्कूल पास हैं. सबसे अधिक पढ़े-लिखे बंदियों के आंकड़ों में सबसे ऊपर उत्तरप्रदेश की जेल हैं.
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