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राजधानी के अस्पतालों में मरीज गर्मी से बेहाल, जानिए क्यों

राजधानी के सिविल हॉस्पिटल में अभी तक एसी का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. अस्पताल की इस लापरवाही के चलते मरीजों का गर्मी से बुरा हाल है. हालांकि एसी का यह कार्य अस्पताल में पिछले पांच महीनों से जारी है. देखना यह होगा कि कब तक एसी का कार्य पूर्ण हो पाता है.

अस्पतालों में नहीं शुरू हुआ एसी का कार्य.
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Published : May 10, 2019, 11:59 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश आवास विकास सिविल हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज एसी प्लांट लगा रहा है, लेकिन राजधानी के सरकारी अस्पतालों में एसी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. पांच माह बीतने के बाद भी इंजीनियर सिर्फ एसी डक्ट ही लगा पाए हैं. एसी पाइपलाइन बिछाने का काम अभी भी अधूरा है.

सिविल हॉस्पिटल में बर्न यूनिट का भी काम शुरू नहीं हो पाया है. वहां पर एसी प्लांट लगाने की अनुमति शासन से तो मिल गई है, लेकिन आवास विकास के इंजीनियरों ने अभी तक वहां एक भी एसी डबल लाइन नहीं बिछाई है. हालात ऐसे हो चले हैं कि एसी हॉस्पिटल में आ तो गए हैं, लेकिन सिर्फ डिब्बों में पैक होकर रह गए हैं.

अस्पतालों में नहीं शुरू हुआ एसी का कार्य.

सिविल हॉस्पिटल का ये है हाल

  • राजधानी के सरकारी अस्पतालों में एसी की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
  • उत्तर प्रदेश आवास विकास की तरफ से सिविल हॉस्पिटल में लग रहा है एसी.
  • पांच महीनों में इंजीनियर्स ने सिर्फ एसी डक्ट ही लगाया है.
  • सिविल हॉस्पिटल में बर्न यूनिट का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है.

वातानुकूलन का काम चल रहा है. सिर्फ दो बिल्डिंग मेल मेडिकल और फीमेल मेडिकल वातानुकूलित नहीं हैं, जिसका कार्य जारी है.

-डॉ. आशुतोष दुबे, चिकित्सा अधीक्षक, सिविल हॉस्पिटल

लखनऊ : उत्तर प्रदेश आवास विकास सिविल हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज एसी प्लांट लगा रहा है, लेकिन राजधानी के सरकारी अस्पतालों में एसी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. पांच माह बीतने के बाद भी इंजीनियर सिर्फ एसी डक्ट ही लगा पाए हैं. एसी पाइपलाइन बिछाने का काम अभी भी अधूरा है.

सिविल हॉस्पिटल में बर्न यूनिट का भी काम शुरू नहीं हो पाया है. वहां पर एसी प्लांट लगाने की अनुमति शासन से तो मिल गई है, लेकिन आवास विकास के इंजीनियरों ने अभी तक वहां एक भी एसी डबल लाइन नहीं बिछाई है. हालात ऐसे हो चले हैं कि एसी हॉस्पिटल में आ तो गए हैं, लेकिन सिर्फ डिब्बों में पैक होकर रह गए हैं.

अस्पतालों में नहीं शुरू हुआ एसी का कार्य.

सिविल हॉस्पिटल का ये है हाल

  • राजधानी के सरकारी अस्पतालों में एसी की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
  • उत्तर प्रदेश आवास विकास की तरफ से सिविल हॉस्पिटल में लग रहा है एसी.
  • पांच महीनों में इंजीनियर्स ने सिर्फ एसी डक्ट ही लगाया है.
  • सिविल हॉस्पिटल में बर्न यूनिट का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है.

वातानुकूलन का काम चल रहा है. सिर्फ दो बिल्डिंग मेल मेडिकल और फीमेल मेडिकल वातानुकूलित नहीं हैं, जिसका कार्य जारी है.

-डॉ. आशुतोष दुबे, चिकित्सा अधीक्षक, सिविल हॉस्पिटल

Intro:राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ सेवाओं देने का वादा और दावा किया जाता है। अस्पतालों में थोड़े दिन पहले ही आदेश हुआ था कि सेंट्रलाइज एसी जैसी व्यवस्थाएं मरीजों को आने वाले दिनों में मिलनी चाहिए। लेकिन पूरा अप्रैल निकल चुका है और मई का आधा महीना निकल भी चुका है लेकिन सरकारी अस्पतालों में ए सी जैसी सुविधा नहीं उपलब्ध है।


Body:सिविल अस्पताल में ऐसी ठप होने से मरीजों का गर्मी में बुरा हाल है। वार्ड में भर्ती मरीजों को इस गर्मी में राहत के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। दरअसल सेंट्रलाइज एसी लगाने के काम के चलते पुराने ऐसी ठप पड़े हैं। वह अफसरों का कहना है कि ऐसी सिस्टम चालू होने में करीब 2-4 महीने का वक्त लग जाएगा।

उत्तर प्रदेश आवास विकास की ओर से सिविल हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज एसी प्लांट लगा लगा रहा है। सिविल अस्पताल में करोड़ों रुपए की लागत से प्लांट लग रहा है। 5 माह बीतने के बाद भी इंजीनियर सिर्फ एसी डक्ट ही लगा पाए है। एसी पाइपलाइन बिछाने का काम भी अधूरा है। अफसरों का कहना है कि 6 माह में करीब 50% काम ही पूरा हो पाया है। ऐसे में गर्मी तक सेंट्रलाइज एसी प्लांट शुरू होना मुमकिन नहीं है।


सिविल की बर्न यूनिट में काम भी शुरू नहीं

सिविल हॉस्पिटल की बर्न यूनिट अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है। वहां पर एसी प्लांट लगाने की अनुमति शासन से तो मिल गई है। लेकिन आवास विकास के इंजीनियरों ने अभी तक वहां एक भी ऐसी डबल लाइन तक नहीं बिछाई है। आरोप है कि इंजीनियरों की लापरवाही से इस गर्मी तक भी यहां पर एसी प्लांट लगने की उम्मीद नहीं है।

बंद डब्बो मे रखे ए सी प्लांट

राजधानी लखनऊ की सिविल हॉस्पिटल में तमाम स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने के दावे किए गए। लेकिन अभी भी मरीजों को सेंट्रलाइज एसी का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालात ऐसे हो चलें की एसी हॉस्पिटल में आ तो गए हैं लेकिन बंद डब्बे के बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। इस पूरे प्लांट को पूरी तरह से लगने में करीब 4 से 5 महीने का समय लग जाएगा। तब तक गर्मी का मौसम भी हल्का हो चुका होगा।

वाक थ्रू- सिविल हॉस्पिटल से

बाइट- डॉ. आशुतोष दुबे , चिकित्सा अधिक्षक, सिविल हॉस्पिटल



Conclusion:पीटीसी एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054705976
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