लखनऊ: साल 2024 की शुरुआत के साथ ही योगी सरकार उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी को बड़ा तोहफा देने जा रही है. बड़ी संख्या में अफसरों को पदोन्नति मिलेगी. करीब 97 अफसरों को सरकार की ओर से पदोन्नति दी जाएगी. यह आंकड़ा काफी बड़ा है. वहीं, कई अफसर नए साल से रिटायर भी हो जाएंगे.
2024 को किसी भी आईएएस अधिकारी को अपर मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नति नहीं मिल सकेगी. इस स्तर के सभी पद भरे होने के चलते यह स्थिति बनी है. एक जनवरी से 97 आईएएस पद अधिकारियों को पदोन्नति व उच्च वेतनमान दिए जाने की पूरी उम्मीद है, इनमें चार अधिकारी प्रमुख सचिव और 17 सचिव बनेंगे.
प्रदेश में वर्तमान में अपर मुख्य सचिव स्तर के 20 अधिकारी हैं. अभी तक 1990 बैच के आईएएस अधिकारियों को अपर मुख्य सचिव (एसीएस) के पद पर प्रमोशन मिल चुका है. भविष्य में इन अधिकारियों से के सेवानिवृत्त होने पर ही किसी प्रमुख सचिव को एसीएस बनने का अवसर मिल पाएगा. 1991 बैच के आईएएस अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू बाबू लाल मीना व राजेश कुमार डॉ. सिंह अब एसीएस बनने की कतार में हैं. फरवरी- 2024 से पहले कोई भी अपर मुख्य सचिव सेवानिवृत्त नहीं हो रहा है. यही वजह है कि एक जनवरी से अपेक्स स्केल (अपर मुख्य सचिव स्तर) पर किसी का प्रमोशन नहीं हो सकेगा.
वहीं 1999 बैच के आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव के पर पदोन्नति मिलेगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा, प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम व पारेषण निगम के प्रबंध निदेशक पी. गुरुप्रसाद, आयुक्त अलीगढ़ मंडल रविंद्र और आयुक्त राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संयुक्ता समद्दार इनमें शामिल हैं. इसके अलावा वर्ष 2008 बैच के 17 आईएएस अधिकारी विशेष सचिव सचिव या आयुक्त के पद पर पदोन्नत होंगे। पदोन्नत होने वालों में किंजल सिंह, सौम्या अग्रवाल, डॉ. सरोज कुमार, के. विजयेंद्र पांडियन, पवन कुमार, कुमार रविकांत सिंह, काजल, अमृत त्रिपाठी, चंद्रकला, अनिल ढींगरा, राजेश कुमार, बाल कृष्ण त्रिपाठी, चंद्रभूषण सिंह, विमल कुमार दुबे, सुखलाल भारती, डॉ. वेदपति मिश्र और अखिलेश सिंह शामिल हैं. वर्ष 2011 बैच के अधिकारी जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड से सेलेक्शन ग्रेड में जाएंगे. वर्ष 2015 बैच के 34 अफसर सीनियर टाइम स्केल से जूनियर से सीनियर हो जाएंगे.
वर्ष 2024 में 22 आईएएस होंगे सेवानिवृत्त
अगले साल जनवरी से दिसंबर के बीच यूपी कैडर के 22 आईएएस अधिकारी सेवानिवृत्त होंगे. सुधीर गर्ग, हेमंत राव, अमित मोहन प्रसाद, कल्पना अवस्थी, महेश कुमार गुप्ता, अनीता सिंह, एस राधा चौहान, डॉ. रजनीश दुबे, नितिन रमेश गोकर्ण, मनोज सिंह, लीना नंदन इनमें शामिल हैं. इनके अलावा स्टेट कोटे से आईएएस अधिकारी बने राजाराम, रामयज्ञ मिश्र, राम नारायण सिंह यादव, संतोष कुमार, प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव, योगेश्वर राम मिश्र, राकेश कुमार मिश्रा द्वितीय, जगदीश प्रसाद, अनिल कुमार, अनुराग पटेल, सुरेंद्र राम भी वर्ष 2024 में सेवानिवृत्त होंगे.
मुख्य सचिव को मिल सकता है एक और सेवा विस्तार
यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा को एक और सेवा विस्तार मिल सकता है. वे इससे पहले वर्ष 2021 और 2022 में एक-एक साल का सेवा विस्तार पा चुके हैं. उनके सेवा विस्तार का दूसरा कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है. नौकरशाही के बीच दुर्गाशंकर के लोकसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चाएं खूब हुई लेकिन उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. ऐसे में उन्हें छह माह का एक और सेवा विस्तार मिलने की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा हुआ तो यह अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड भी होगा, क्योंकि आज तक किसी मुख्य सचिव को ढाई साल का सेवा विस्तार नहीं मिला है.
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