लखनऊः शासन की स्थायी नीति के अंतर्गत इस गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के विभिन्न कारागारों में निरुध्द लम्बी सजा के कुल 83 बन्दियों की रिहाई के आदेश जारी किए गए हैं. कारागार मुख्यालय को राज्यपाल का आदेश प्राप्त हुआ. वहीं लखनऊ के नारी बंदी निकेतन से पात्र 30 में से कुल 24 महिला कैदियों की रिहाई की जा चुकी है. रिहाई के पश्चात ये महिलाएं नारी बंदी निकेतन की प्रभारी अधिक्षक नयनतारा बनर्जी के साथ राजभवन जाकर माननीय राज्यपाल महोदय से मिलीं. राज्यपाल महोदय ने इस अवसर पर इन महिलाओं को शॉल और अन्य उपहार भेंट किया. साथ ही उनके सुखद जीवन की कामना युक्त संदेश दिया.
महिलाओं से लिया वचन
गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्यपाल के आदेश मिलने के बाद 83 बंदियों की गुरुवार को रिहाई हुई. इसमें लखनऊ की नारी बंदी निकेतन की 24 महिला शामिल हैं. रिहाई के बाद राज्यपाल ने महिलाओं से यह वचन भी लिया कि वह अब भविष्य में कोई अपराध नहीं करेंगी. शेष जीवन में अपना और अपने परिवार का ख्याल रखते हुए पुनर्वास हेतु सीखे गए कार्यों से धनोपार्जन करके पालन पोषण करेंगी.
राज्यपाल हुईं थीं भावुक
नवंबर माह में महिला बंदियों के बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपना जन्मदिन मनाया था. उसी दौरान महिला बंदियों की दशा देखकर वह काफी भावुक हो गई थीं. तभी उन्होंने बीमार और महिला बंदियों की रिहाई के लिए कारागार विभाग को निर्देशित किया था और पात्र बंदियों की सूची मांगी थी. गणतंत्र दिवस के मौके पर 500 बंदियों की रिहाई के लिए पात्र कैदियों की सूची शासन को भेजी गई थी.
इस अवसर पर महानिरीक्षक कारागार आनंद कुमार ने कारागार विभाग की तरफ से बड़ी संख्या में कारागारों में सजायाफ्ता वयोवृद्ध बीमार, महिलाओं और लाचार सजायाफ्ता पुरूषों की रिहाई के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आभार व्यक्त किया.