ETV Bharat / state

लखनऊ: बढ़ते हादसों के चलते इन चौराहों को घोषित किया ब्लैक स्पॉट, नहीं दिखती एंबुलेंस - लखनऊ के 6 चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पोट

शहर में बढ़ रहे सड़क हादसों के लिए शहर के 6 चौराहे बेहद खतरनाक हो चुके हैं. इसके चलते एआरटीओ ने मुख्य चिकित्साधिकारी को एक रिपोर्ट भेज इन चौराहों पर 24 घंटे एंबुलेंस मुस्तैद करने की बात कही थी.

लखनऊ के 6 चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पोट.
author img

By

Published : Jun 26, 2019, 10:26 PM IST

लखनऊ: राजधानी के 6 चौराहे बढ़ते सड़क हादसों के चलते बेहद खतरनाक हो चुके हैं. इसके चलते एआरटीओ ने मुख्य चिकित्साधिकारी को एक रिपोर्ट भेज 6 चौराहों को ब्लैक स्पोट घोषित किया. साथ ही इन चौराहों के पर एंबुलेंस के लिए जगह चिन्हित कर 24 घंटे एंबुलेंस मुस्तैद करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इन चौराहों से दूर-दूर तक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही है.

सीएमओ दफ्तर और पीडब्ल्यूडी को भेजी रिपोर्ट:

  • पिछले दिनों सर्वे के बाद एआरटीओ इन चौराहों को संवेदनशील घोषित करके इसकी रिपोर्ट सीएमओ दफ्तर और पीडब्ल्यूडी को भेजी थी.
  • इस पर सीएमओ ने इन चौराहों पर 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी करने के लिए जगह भी सुनिश्चित करवाई थी.
  • इसके बावजूद इन चौराहों पर दूर-दूर तक कहीं भी एंबुलेंस खड़ी करने की जगह और एम्बुलेंस नहीं दिख रही है.
    लखनऊ के 6 चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पोट.

एआरटीओ की रिपोर्ट के अनुसार:

  • समता मूलक चौराहे पर बीते कुछ दिनों में 8 लोगों की मौतें हुई वहीं 20 लोग घायल हो गए.
  • बकरी पुल और वीआईपी रोड पर बीते कुछ दिनों में 5 लोगों की मौते हुई, जबकि 10 लोग घायल हो गए.
  • राजधानी के आईआईएम चौराहे पर हुए सड़क हादसों में 10 लोगों की मौते हुई, जबकि 11 लोग घायल हो गए.

इन चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पॉट:
एआरटीओ की पड़ताल में यह सामने आया था कि उतरेठिया पुल, बकरी का पुल, हरौनी लतीफ नगर, आईआईएम चौराहा और समतामूलक चौराहों पर बीते कुछ सालों में लगभग 50 से ज्यादा जानें गई हैं. इसके चलते इन चौराहों को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है. इनके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं. इस रिपोर्ट में इन चौराहों को बेहद घातक चौराहा बताया जहां पर हादसे होने की प्रबल संभावना रहती है.

तेज रफ्तार, उल्टी दिशा से आने वाले वाहन से सबसे ज्यादा घटना होती हैं, इनको रोकने के लिए इन चौराहों पर तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. जिससे इन चौराहों पर किसी भी तरह की की कोई घटना ना हो.
- पुडेन्द्र सिंह, एसपी ट्रैफिक, लखनऊ

लखनऊ: राजधानी के 6 चौराहे बढ़ते सड़क हादसों के चलते बेहद खतरनाक हो चुके हैं. इसके चलते एआरटीओ ने मुख्य चिकित्साधिकारी को एक रिपोर्ट भेज 6 चौराहों को ब्लैक स्पोट घोषित किया. साथ ही इन चौराहों के पर एंबुलेंस के लिए जगह चिन्हित कर 24 घंटे एंबुलेंस मुस्तैद करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इन चौराहों से दूर-दूर तक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही है.

सीएमओ दफ्तर और पीडब्ल्यूडी को भेजी रिपोर्ट:

  • पिछले दिनों सर्वे के बाद एआरटीओ इन चौराहों को संवेदनशील घोषित करके इसकी रिपोर्ट सीएमओ दफ्तर और पीडब्ल्यूडी को भेजी थी.
  • इस पर सीएमओ ने इन चौराहों पर 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी करने के लिए जगह भी सुनिश्चित करवाई थी.
  • इसके बावजूद इन चौराहों पर दूर-दूर तक कहीं भी एंबुलेंस खड़ी करने की जगह और एम्बुलेंस नहीं दिख रही है.
    लखनऊ के 6 चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पोट.

एआरटीओ की रिपोर्ट के अनुसार:

  • समता मूलक चौराहे पर बीते कुछ दिनों में 8 लोगों की मौतें हुई वहीं 20 लोग घायल हो गए.
  • बकरी पुल और वीआईपी रोड पर बीते कुछ दिनों में 5 लोगों की मौते हुई, जबकि 10 लोग घायल हो गए.
  • राजधानी के आईआईएम चौराहे पर हुए सड़क हादसों में 10 लोगों की मौते हुई, जबकि 11 लोग घायल हो गए.

इन चौराहों को घोषित किया गया ब्लैक स्पॉट:
एआरटीओ की पड़ताल में यह सामने आया था कि उतरेठिया पुल, बकरी का पुल, हरौनी लतीफ नगर, आईआईएम चौराहा और समतामूलक चौराहों पर बीते कुछ सालों में लगभग 50 से ज्यादा जानें गई हैं. इसके चलते इन चौराहों को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है. इनके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं. इस रिपोर्ट में इन चौराहों को बेहद घातक चौराहा बताया जहां पर हादसे होने की प्रबल संभावना रहती है.

तेज रफ्तार, उल्टी दिशा से आने वाले वाहन से सबसे ज्यादा घटना होती हैं, इनको रोकने के लिए इन चौराहों पर तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. जिससे इन चौराहों पर किसी भी तरह की की कोई घटना ना हो.
- पुडेन्द्र सिंह, एसपी ट्रैफिक, लखनऊ

Intro:राजधानी लखनऊ के खतरनाक हो चुके 6 चौराहों पर पिछले दिनों आरटीओ द्वारा इन छह चौराहों पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक रिपोर्ट सौंप कर यह कहा था कि इन चौराहों के पास एंबुलेंस के लिए जगह चिन्हित करने के लिए कहा था लेकिन इन चौराहों से दूर-दूर तक कहीं भी एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं दिखी ।




Body:बढ़ते चले सड़क हादसों के लिए शहर के छह चौराहे बेहद खतरनाक हो चुके हैं। इतने कि यहां 24 घंटे एंबुलेंस प्रस्तुत करने की नौबत भी आ गई है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इन परिस्थितियों को नजरअंदाज करने का ही मन बना लिया है ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले दिनों सर्वे के बाद आरटीओ इन चौराहों को संवेदनशील घोषित करके इसकी रिपोर्ट सीएमओ दफ्तर और पीडब्ल्यूडी को भेजी थी। इस पर सीएमओ ने 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी करने के लिए जगह भी सुनिश्चित करवाई थी। लेकिन इनमें से कुछ चौराहों पर दूर-दूर तक कहीं भी एंबुलेंस खड़ी करने की जगह और ना ही एम्बुलेंस दिखी। जिससे साफ हो जाता है कि हादसों को लेकर के स्वास्थ्य विभाग कितना सचेत है।

राजधानी लखनऊ में खराब रोड इंजीनियरिंग के कारण कई चौराहों के पास अक्सर हादसे होते हैं। एआरटीओ की पड़ताल में यह सामने आया था कि उतरेठिया पुल, बकरी का पुल, हरौनी लतीफ नगर, आई आई एम चौराहा और समतामूलक चौराहों पर बीते कुछ सालों में लगभग 50 से ज्यादा जानें गई हैं। इनके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं। आरटीओ की रिपोर्ट में इन चौराहों को सबसे खतरनाक चौराहा भी बताया गया है। जहां पर हादसे होने की प्रबल संभावना रहती है। एआरटीओ अपनी रिपोर्ट भी डॉक्टर अग्रवाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपी थी और उन्होंने तत्काल प्रभाव से इन चौराहों पर एंबुलेंस के लिए जगह सुनिश्चित की थी। लेकिन इनमें से चौराहों पर जब हमने पड़ताल की तो तस्वीर आंख खोल देने वाली थी। दरअसल इनमें से पकरी का पुल, समता मूलक चौराहा पर जा पहुंचे। इन चौराहे पर आरटीओ की दावो के अनुसार भीड़ तो बहुत अधिक दिखी। लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा सुनिश्चित की गई। वह जगह जहां पर एंबुलेंस को होना चाहिए था। ना ही वह जगह दिखी और ना ही वहां पर एंबुलेंस की सेवा दिखी जिससे साफ हो जाता है की स्वास्थ्य विभाग हादसों उन्हें जख्मी हो जाने वाले मरीजों को बचाने के लिए कितना संजीदा है।

एआरटीओ संजीव गुप्ता ने ब चौराहा के बारे में हम से एक जानकारी साझा करी और बताया कि राजधानी के सबसे खतरनाक चौराहों में से है। जहां पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे होने का डर बना रहता है।

रिपोर्ट के अनुसार खतरनाक होने की वजह से इन चौराहों पर तैनात रहती है ट्रैफिक पुलिस

राजधानी लखनऊ के एसपी ट्रैफिक ने बताया कि तेज रफ्तार, उल्टी दिशा से आने वाले वाहन से सबसे ज्यादा घटना होती हैं। इनको रोकने के लिए वे तमाम तरह के प्रयास इन चौराहों पर खासतौर से कर रहे हैं। जिससे कि इन चौराहों पर किसी भी तरह की की कोई घटना ना हो और बेहतर स्वास्थ सेवाओं के लिए एंबुलेंस का भी सहारा लेने की बात कही।

कुछ चौराहों पर मौत के आंकड़े

समता मूलक चौराहा: 8 मौतें 20 घायल

यह पॉलिटेक्निक चौराहा, एलडीए दफ्तर, गांधी सेतु , गोमती बैराज, बंधा रोड से ट्रैफिक आता है यह गांधी सेतु गोमती बैराज हो बंदा रोड से आने वाले वाहन अक्षर टकरा जाते हैं। चौराहे का बड़ा होना भी हादसे की मुख्य वजह है। जिसकी वजह से आने जाने वाले वाहनों को आगे की तरफ साफ नहीं दिखता और वाहन आपस में टकरा जाते हैं।

पकरी पुल ,वीआईपी रोड: 5 मौतें, 10 घायल

यह कानपुर रोड से जुड़ा हुआ है और बंगला बाजार, तेलीबाग, इको गार्डन और अवध अस्पताल चौराहे की ओर से ट्रैफिक आता है। वीआईपी रोड से आशियाना इलाके को जोड़ने के लिए नहर पर पुल खोले जाने के कारण हर वक्त जाम की स्थिति रहती हैं। वीआईपी रोड से तेज रफ्तार गाड़ियों की आवाजाही के बीच यहां मोड़ने वाले अक्सर टकरा जाते हैं। इसकी वजह से हादसों मैं मौत के संख्या ज्यादा बढ़ रही है।

आई आई एम चौराहा: 10 मौतें ,11 घायल

चौराहे की दिशाएं बेहद खराब होने की वजह से यहां से मड़ियाव की तरफ आगे बढ़ने पर राहगीर यह नहीं जान पाते कि उन्हें किस तरफ से बाहर की तरफ जाना है। ऐसे में कई बार लोग गलत दिशा में तेजी के साथ वाहन के साथ आगे बढ़ते हैं। मौजूदा समय में यहां से पैदल जाने वालों के लिए भी एक रास्ता खोलने की बात कही गई है। इससे परेशानी और बढ़ गई है। इस चौराहे से कानपुर बाईपास, हरदोई, दुबग्गा ,सीतापुर रोड के अलावा और आसपास के इलाकों का ट्रैफिक गुजरता है। जिसकी वजह से इस चौराहे पर ठीक ठाक आवाजाही का माहौल रहता है।


बाइट- डॉ नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ,लखनऊ
बाइट- पुडेन्द्र सिंह, एसपी ट्रैफिक, लखनऊ


Conclusion:एंड
शुभम पांडेय
705460 5976
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.