लखनऊः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 54 प्रतिशत भौतिक कार्य पूरा कर लिया गया है. यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा की. इस दौरान अवनीश अवस्थी ने तय समय सीमा पर पूरा करने के लिए निर्माण एजेंसियों और जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए.
गुणवत्ता का दिया जाए ध्यान
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के समस्त पीआईयू, निर्माणकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधि और यूपीडा के महत्वपूर्ण अधिकारी शामिल हुए. अवस्थी ने निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कंपनियों एवं पीआईयू को आरओबी, मेजर ब्रिज के कार्य बरसात में तेजी से कराए जाएं. निर्माणकर्ता कंपनियां कार्य की गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखें. कार्य को तय समय सीमा के अंदर पूर्ण किया जाए. अवस्थी ने यह भी निर्देश दिए कि जमीन से जुड़े सभी मामलों को शीघ्रता से निपटा लिया जाए.
340 किलोमीटर लंबा बन रहा एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेस-वे पर बनने वाले टोल प्लाजा और रैंप प्लाजा की डिजाइन के अप्रूवल में शीघ्रता लाने के निर्देश भी दिए गए. ज्ञातव्य है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के आरओबी की सभी डिजाइन का अप्रूवल पहले ही हो चुका है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. 340.824 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे का 54 प्रतिशत भौतिक कार्य अब तक पूर्ण कर लिया गया है. पैकेजवार समीक्षा करते हुए अवस्थी ने स्ट्रक्चर्स के कार्यों में भी तेजी लाए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड से संबंधित सभी नियमों का पूर्ण रूप से पालन किया जाए. मास्क, हैंड सैनिटाइजर के नियमित रूप से इस्तेमाल तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाए.
6 लेन का बन रहा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731 लखनऊ-सुलतानपुर रोड (ग्राम चांदसराय) से प्रारंभ होकर बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर के ग्राम हैदरिया में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर समाप्त होता है. इसके निर्माण कार्य के लिए एक्सप्रेस-वे को आठ पैकेजों में बांटा गया है. यह एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा और आठ लेन में विस्तारणीय है.