लखनऊ: वर्चुअल रैलियों में सबसे पहले आगाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से होगा. यह रैली मकर संक्रांति के बाद आयोजित की जाएगी. जिसमें उत्तर प्रदेश से करीब 50 लाख लोगों को जोड़ने की तैयारी चल रही है. भारतीय जनता पार्टी का आईटी सेल इस रैली को कामयाब बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
रैली को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारित किया जाएगा. साथ ही छोटे-छोटे स्थानों पर मंच लगाकर रैली प्रदर्शित की जाएगी. एक्स डी तकनीक के जरिए कुछ इस तरह से प्रसारण होगा कि लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टेज पर अपने सम्मुख ही नजर आएंगे. भारतीय जनता पार्टी को इंतजार चुनाव आयोग की अगली गाइडलाइन का है. जिसमें छोटी सभाओं की अनुमति मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है. ऐसे में राज्य भर में दर्जनों स्थानों पर 100 से 200 लोगों को जुटाकर रैली के स्वरूप को और भव्य बनाया जाएगा.
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के एक पदाधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर जबरदस्त तैयारी चल रही है. इसके जरिए कम से कम 50 लाख लोगों तक पहुंचने की रणनीति बनाई गई है. पदाधिकारी ने बताया कि उच्च स्तरीय डिजिटल तकनीकों के जरिए यह रैली आयोजित की जाएगी. जिसमें पीएम तो दिल्ली से बोलेंगे मगर पूरे उत्तर प्रदेश को संबोधित करेंगे.
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आम लोग प्रधानमंत्री के संदेश को सुन सकेंगे. पदाधिकारी ने बताया की उम्मीद करते हैं कि मकर संक्रांति के बाद छोटी सभाओं की अनुमति चुनाव आयोग दे देगा. जिसके जरिए हम इस रैली को छोटे-छोटे स्थानों पर कम लोगों के बीच मंच बनाकर प्रसारित करेंगे जिससे रैली जैसा माहौल बन जाएगा. और प्रचार का यह नया माध्यम लोगों के बीच पहुंच सकेगा. गौरतलब है कि 2014 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस तरह की डिजिटल रैलियों का आयोजन किया जा चुका है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि हमारे डिजिटल योद्धा प्रचार अभियान को लेकर पूरी तैयारी कर रहे हैं. हम वर्चुअल माध्यम से प्रचार अभियान में जान फूंकेंगे. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तिथि जल्द ही मीडिया को बता दी जाएगी.
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