लखनऊ : ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की शुरूआत हो चुकी है. समिट में शामिल होने के लिए शहर में प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, मुख्यमंत्री, देश के बड़े उद्योगपति से लेकर तमाम हस्तियां शहर में रहीं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सारी तैयारी कर ली गई हैं. चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के जिम्मे निवेशकों और उद्योगपतियों की सेहत है. 400 से अधिक चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ तैयार है. जरूरी उपकरण-जांच के दूसरे संसाधन कार्यक्रम स्थल और टेंट सिटी के अस्थायी चिकित्सालयों में स्थापित किए गए हैं. इमरजेंसी ड्रग का स्टॉक कर लिया है. अस्पताल भी अलर्ट मोड पर हैं.
राजधानी में 10 से 12 फरवरी तक समिट होनी है. उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को पुख्ता करने के निर्देश दिये. इन्वेस्टर्स समिट में 16 से अधिक राष्ट्रों के उद्योगपति व निवेशक कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे हैं. देश के कई राज्यों के उद्योगपति भी समिट में हिस्सा लेंगे. इन्वेस्टर्स समिट के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर वन पर होगी. संसाधनों में इजाफा होगा. शिक्षा की राह और मजबूत होगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से बदलाव देखने को मिलेगा. स्वास्थ्य विभाग मील का पत्थर स्थापित करेगा. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट में उद्योगपतियों की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कार्यक्रम स्थल व टेंट सिटी में अस्थायी अस्पताल बनाए गए हैं. 400 से अधिक डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है. इन डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने में बेहद सावधानी बरती गई है ताकि चिकित्सालयों की सेवाएं किसी भी दशा में प्रभावित न हों. चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को सामान्य दिनों की भांति इलाज मुहैया कराया जाएगा. 52 से ज्यादा एडवांस लाइफ सपोर्ट व बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस लगाई गई हैं. चिकित्सालयों को भी अलर्ट मोड पर रहने के लिए निर्देशित किया गया है.
चिकित्सा क्षेत्र में होगा बड़ा निवेश : डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि चिकित्सा क्षेत्र में बड़ा निवेश होगा. इससे प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. 149116 लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने बताया कि 'चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से अब तक 171 प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. ये सभी प्रोजेक्ट 53827.52 करोड़ रुपए के हैं. इसमें चार कैंसर इंस्टीट्यूट, एक डेंटल, पांच डायग्नोस्टिक सेंटर, पांच रिसर्च इंस्टीट्यूट, 15 सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, तीन पीपीपी प्रोजेक्ट, 15 मल्टी स्पेशियलिटी समेत अन्य प्रोजेक्ट शामिल हैं. इनके स्थापित होने से प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. 149116 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसमें सभी श्रेणी के कर्मचारी शामिल होंगे.'
सीएमओ मनोज अग्रवाल ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों, निवेशकों और प्रतिभागियों का RT-PCR कोविड टेस्ट होगा. एयरपोर्ट समेत शहर में RT-PCR के लिए 24x7 रनिंग बूथ लगाए हैं. इसके अलावा, मोबाइल टीमों को प्रतिनिधियों का कोविड परीक्षण करने के लिए रखा गया है और खुले कोविड-परीक्षण बूथ सभी के लिए खुले हैं, जो आयोजनों में भाग ले रहे हैं.