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दो सितंबर के बाद दोबारा कोरोना के नए मरीज 30 के पार, अब 187 एक्टिव केस

प्रदेश में कोरोना का प्रकोप घट रहा है, लेकिन मंगलवार को प्रदेश में 34 कोरोना के नए मरीज पाए गए. अब कोरोना के सक्रिय मामले 187 हैं. हालांकि, तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है.

कोरोना के नए मरीज 30 के पार
कोरोना के नए मरीज 30 के पार
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Published : Sep 14, 2021, 7:51 PM IST

Updated : Sep 14, 2021, 10:34 PM IST

लखनऊ: राज्य में कोरोना वायरस अभी नियंत्रण में है. मंगलवार को दो सितंबर के बाद दोबारा प्रदेश में 30 के पार कोरोना केस पहुंचे. जिसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 175 से 187 हो गयी है.अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, मंगलवार को 1 लाख 91 हजार से ज्यादा कोरोना के टेस्ट किए गए. इस दौरान 34 मरीज़ों में कोरोना की पुष्टि हुई. इस दौरान 25 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में अभी तक देश में सर्वाधिक सात करोड़ 53 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. प्रदेश में केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे हैं. अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा मरीजों में डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.

402 ऑक्सीजन प्लांट
सोमवार शाम को एक्टिव केस 175 रह गए थे. मरीज़ों का यह आंकड़ा गत मार्च का रहा. मंगलवार को कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 187 हो गई है. वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 402 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं.


ये 33 जिले हैं कोरोना मुक्त
मंगलवार को प्रदेश के 60 के करीब जिलों के 24 घंटे में कोई केस नहीं मिला. अब 33 जनपद करोना मुक्त हो गए हैं. यह अलीगढ़, अमरोहा, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बलिया, बाँदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, चंदौली, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, हापुड़, फतेहपुर, गाजीपुर,गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मथुरा, मिर्जापुर, सोनभद्र, मुजफ्फरनगर , पीलीभीत, रामपुर, शामली और सीतापुर हैं.

इन राज्यों को लेकर अलर्ट
जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज़ का प्रमाणपत्र है तो जांच की जरूरत नहीं है. मग़र, बाहर से आने पर सात दिन क्वारन्टीन की सलाह दी गयी है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र,गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश,मिजोरम, केरल आदि हैं.

अब सिर्फ 0.01 फीसद से कम पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.35 रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से कम हो गई है। वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है। जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 177 के करीब रह गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसद हो गई है.

यूपी ने बनाया रिकॉर्ड
यूपी में तीसरी लहर को रोकने के लिए सरकार का वैक्सीनेशन अभियान जारी है. ऐसे में 18 साल से ऊपर की 48 फीसद से अधिक आबादी को पहली डोज लग गयी. वहीं मंगलवार को देश में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का भी रिकॉर्ड बनाया. उत्तर प्रदेश में अब 9 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गईं हैं. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, प्रदेश में मंगलवार को 6 हजार 441 बूथ बनाए गए. इसमें 6,346 सरकारी और 115 प्राइवेट बूथ थे. इन पर मंगलवार शाम तक 10 लाख के करीब डोज लगाई गईं. ऐसे में कुल वैक्सीनेशन का ग्राफ नौ करोड़ पार कर गया है. यह देश में सर्वाधिक है. कोरोना की पहली डोज का आंकड़ा साढ़े सात करोड़ हो गया है, वहीं दूसरी डोज का आंकड़ा डेढ़ करोड़ हो गया है. दावा है कि कुछ ही दिन में 50 फीसद राज्य की आबादी कोरोना की पहली डोज़ से कवर होगी.

प्रदेश में आज मिले डेंगू 88 नए मरीज

राजधानी में कोरोना का प्रकोप अभी पूरी तरह से थमा नहीं था कि अब डेंगू लोगों को परेशान करने लगा है.राजधानी में रोजाना डेंगू के मरीज सामने आ रहे है. मंगलवार को भी छह लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. सभी को अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर लिया गया है. इनमें से चार की हालत स्थिर है, बाकी दो मरीज की प्लेटलेट्स कम होने के साथ ही ब्लड की भी कमी है. जिसकी वजह से उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया. डॉक्टरों के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति में एक से चार लाख प्लेटलेट्स होने चाहिए. डेंगू में यही प्लेटलेट्स घटकर जब एक लाख के अंदर होने लगते हैं तब मरीज की जान पर संकट होने लगता है. बलरामपुर अस्पताल में पांच लोगों की हुई डेंगू जांच में 4 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें 3 मरीजों को भर्ती कर लिया गया है. दूसरी ओर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में आये दो पुरूष मरीज जांच में डेंगू पॉजिटिव आए है. जिसके बाद उन्हें भर्ती कर लिया गया है. यहां पांच मरीज वर्तामान में भर्ती है. इसके अलावा लोकबंधु में एक भी नया मरीज नहीं भर्ती हुआ है. यहां पर 2 बच्चों व 6 बड़ों समेत कुल 8 मरीज पहले से भर्ती है.

यूपी में कोरोना के केस घट रहे हैं. मगर, बुखार से सूबे के लोग कराह रहे हैं. इनमें स्क्रबटाइफस, लेप्टोस्पाइरोसिस डेंगू-मलेरिया की पुष्टि हो रही है. मंगलवार को प्रदेश भर में 88 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं लखनऊ में डेंगू की जांच के शुल्क तय होने के बाद भी निजी पैथोलॉजी मनमानी कीमत वसूल रही हैं.स्थिति यह है कि गत गुरुवार को 14 जिलों में 129 डेंगू के मामले पाए गए हैं। वहीं शुक्रवार को 154 डेंगू के और मरीज मिले. ऐसे में प्रदेश में 1 जनवरी से 12 सितम्बर तक 58 जिलों में कुल 2,073 केस रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं मंगलवार को 88 नए डेंगू के केस मिले. अब प्रदेश में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 2316 हो गयी है.

राजधानी में प्राइवेट पैथोलॉजी डेंगू की जांच की दरें तय कर दी गईं. सोमवार को इसका आदेश भी जारी हो गया. डेंगू की एलाइजा जांच 1200 से 1400 रुपये के बीच है. 1200 रुपये पैथोलॉजी सेंटर में जांच कराने वालों से लिया जाएगा. वहीं नमूना घर से एकत्र करने पर 1400 रुपये शुल्क चुकाना होगा. इसी तरह प्लेटलेट्स काउंट 250 रुपये में पैथोलॉजी सेंटर पर है. घर से नमूना लेने पर 350 रुपये अदा करने होंगे. प्लेटलेट्स की एक यूनिट 400 रुपये में मिलेगी. मंगलवार को निजी सेंटर डेंगू की जांच के 1800 से 2000 रुपये वसूलते रहे. मरीजों ने एतराज किया तो आदेश लिखित में नहीं आने का हवाला दिया. उधर, सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल का कहना है कि सभी पैथोलॉजी को ऑनलाइन आदेश भेज दिया गया है. यदि किसी मरीज से तय शुल्क से ज्यादा वसूली की जा रही है, वह शिकायत करे। उस पर कार्रवाई होगी. इसके अलावा डेंगू जांच की यह दरें अब प्रदेश भर में लागू की जाएंगी.

इसे भी पढ़ें- यूपी के 2.88 फीसद बच्चों पर कोरोना वायरस ने किया हमला

लखनऊ: राज्य में कोरोना वायरस अभी नियंत्रण में है. मंगलवार को दो सितंबर के बाद दोबारा प्रदेश में 30 के पार कोरोना केस पहुंचे. जिसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 175 से 187 हो गयी है.अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, मंगलवार को 1 लाख 91 हजार से ज्यादा कोरोना के टेस्ट किए गए. इस दौरान 34 मरीज़ों में कोरोना की पुष्टि हुई. इस दौरान 25 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में अभी तक देश में सर्वाधिक सात करोड़ 53 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. प्रदेश में केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे हैं. अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा मरीजों में डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.

402 ऑक्सीजन प्लांट
सोमवार शाम को एक्टिव केस 175 रह गए थे. मरीज़ों का यह आंकड़ा गत मार्च का रहा. मंगलवार को कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 187 हो गई है. वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 402 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं.


ये 33 जिले हैं कोरोना मुक्त
मंगलवार को प्रदेश के 60 के करीब जिलों के 24 घंटे में कोई केस नहीं मिला. अब 33 जनपद करोना मुक्त हो गए हैं. यह अलीगढ़, अमरोहा, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बलिया, बाँदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, चंदौली, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, हापुड़, फतेहपुर, गाजीपुर,गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मथुरा, मिर्जापुर, सोनभद्र, मुजफ्फरनगर , पीलीभीत, रामपुर, शामली और सीतापुर हैं.

इन राज्यों को लेकर अलर्ट
जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज़ का प्रमाणपत्र है तो जांच की जरूरत नहीं है. मग़र, बाहर से आने पर सात दिन क्वारन्टीन की सलाह दी गयी है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र,गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश,मिजोरम, केरल आदि हैं.

अब सिर्फ 0.01 फीसद से कम पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.35 रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से कम हो गई है। वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है। जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 177 के करीब रह गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसद हो गई है.

यूपी ने बनाया रिकॉर्ड
यूपी में तीसरी लहर को रोकने के लिए सरकार का वैक्सीनेशन अभियान जारी है. ऐसे में 18 साल से ऊपर की 48 फीसद से अधिक आबादी को पहली डोज लग गयी. वहीं मंगलवार को देश में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का भी रिकॉर्ड बनाया. उत्तर प्रदेश में अब 9 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गईं हैं. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, प्रदेश में मंगलवार को 6 हजार 441 बूथ बनाए गए. इसमें 6,346 सरकारी और 115 प्राइवेट बूथ थे. इन पर मंगलवार शाम तक 10 लाख के करीब डोज लगाई गईं. ऐसे में कुल वैक्सीनेशन का ग्राफ नौ करोड़ पार कर गया है. यह देश में सर्वाधिक है. कोरोना की पहली डोज का आंकड़ा साढ़े सात करोड़ हो गया है, वहीं दूसरी डोज का आंकड़ा डेढ़ करोड़ हो गया है. दावा है कि कुछ ही दिन में 50 फीसद राज्य की आबादी कोरोना की पहली डोज़ से कवर होगी.

प्रदेश में आज मिले डेंगू 88 नए मरीज

राजधानी में कोरोना का प्रकोप अभी पूरी तरह से थमा नहीं था कि अब डेंगू लोगों को परेशान करने लगा है.राजधानी में रोजाना डेंगू के मरीज सामने आ रहे है. मंगलवार को भी छह लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. सभी को अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर लिया गया है. इनमें से चार की हालत स्थिर है, बाकी दो मरीज की प्लेटलेट्स कम होने के साथ ही ब्लड की भी कमी है. जिसकी वजह से उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया. डॉक्टरों के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति में एक से चार लाख प्लेटलेट्स होने चाहिए. डेंगू में यही प्लेटलेट्स घटकर जब एक लाख के अंदर होने लगते हैं तब मरीज की जान पर संकट होने लगता है. बलरामपुर अस्पताल में पांच लोगों की हुई डेंगू जांच में 4 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें 3 मरीजों को भर्ती कर लिया गया है. दूसरी ओर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में आये दो पुरूष मरीज जांच में डेंगू पॉजिटिव आए है. जिसके बाद उन्हें भर्ती कर लिया गया है. यहां पांच मरीज वर्तामान में भर्ती है. इसके अलावा लोकबंधु में एक भी नया मरीज नहीं भर्ती हुआ है. यहां पर 2 बच्चों व 6 बड़ों समेत कुल 8 मरीज पहले से भर्ती है.

यूपी में कोरोना के केस घट रहे हैं. मगर, बुखार से सूबे के लोग कराह रहे हैं. इनमें स्क्रबटाइफस, लेप्टोस्पाइरोसिस डेंगू-मलेरिया की पुष्टि हो रही है. मंगलवार को प्रदेश भर में 88 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं लखनऊ में डेंगू की जांच के शुल्क तय होने के बाद भी निजी पैथोलॉजी मनमानी कीमत वसूल रही हैं.स्थिति यह है कि गत गुरुवार को 14 जिलों में 129 डेंगू के मामले पाए गए हैं। वहीं शुक्रवार को 154 डेंगू के और मरीज मिले. ऐसे में प्रदेश में 1 जनवरी से 12 सितम्बर तक 58 जिलों में कुल 2,073 केस रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं मंगलवार को 88 नए डेंगू के केस मिले. अब प्रदेश में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 2316 हो गयी है.

राजधानी में प्राइवेट पैथोलॉजी डेंगू की जांच की दरें तय कर दी गईं. सोमवार को इसका आदेश भी जारी हो गया. डेंगू की एलाइजा जांच 1200 से 1400 रुपये के बीच है. 1200 रुपये पैथोलॉजी सेंटर में जांच कराने वालों से लिया जाएगा. वहीं नमूना घर से एकत्र करने पर 1400 रुपये शुल्क चुकाना होगा. इसी तरह प्लेटलेट्स काउंट 250 रुपये में पैथोलॉजी सेंटर पर है. घर से नमूना लेने पर 350 रुपये अदा करने होंगे. प्लेटलेट्स की एक यूनिट 400 रुपये में मिलेगी. मंगलवार को निजी सेंटर डेंगू की जांच के 1800 से 2000 रुपये वसूलते रहे. मरीजों ने एतराज किया तो आदेश लिखित में नहीं आने का हवाला दिया. उधर, सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल का कहना है कि सभी पैथोलॉजी को ऑनलाइन आदेश भेज दिया गया है. यदि किसी मरीज से तय शुल्क से ज्यादा वसूली की जा रही है, वह शिकायत करे। उस पर कार्रवाई होगी. इसके अलावा डेंगू जांच की यह दरें अब प्रदेश भर में लागू की जाएंगी.

इसे भी पढ़ें- यूपी के 2.88 फीसद बच्चों पर कोरोना वायरस ने किया हमला

Last Updated : Sep 14, 2021, 10:34 PM IST
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