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वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम दिन जमा हुआ 23 करोड़ का गृह कर

राजधानी लखनऊ में वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम दिन लखनऊ नगर निगम के आठ जोन में अंतिम दिन 23 करोड़ का गृह कर जमा हुआ है. इसके लिए देर रात काउंटर खुले रहे, जिससे बड़ी संख्या में लोगों ने अपने बकाया कर को जमा किया.

वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन जमा हुआ 23 करोड़ का रिकॉर्ड गृह कर
वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन जमा हुआ 23 करोड़ का रिकॉर्ड गृह कर
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Published : Apr 1, 2021, 3:26 AM IST

लखनऊ: वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम दिन लखनऊ नगर निगम के उपभोक्ताओं के लिए देर रात तक काउंटर खुले और इसका फायदा भी लखनऊ नगर निगम को मिला. यही कारण है कि 21 मार्च को देर रात तक खुले काउंटर में कुल मिलाकर 23 करोड़ 27 लाख रुपये की गृह कर वसूली की गई, जो कि रिकॉर्ड वसूली है.

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ के सभी आठों जोनों को मिलाकर यह वसूली की गई है, लेकिन सबसे अधिक 1 दिन में वसूली जोन एक ने की है. 31 मार्च तक अपना शुल्क न जमा करने वाले उपभोक्ताओं पर 12 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज की दर से वसूली की जाएगी.

देर रात तक खुले रहे काउंटर

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष का अंतिम दिन होने के कारण लखनऊ नगर निगम कार्यालय के समस्त काउंटर देर रात तक खुले रहे. देर रात तक मिले आंकड़ों के अनुसार अंतिम दिन जॉन एक हजरतगंज में 13 करोड़ 80 लाख 10585 की वसूली की गई. वहीं गोमतीनगर स्थित ज़ोन 4 में कुल 3 करोड़ 84 लाख 10 हजार 88 रुपये की वसूली की गई. जोन 6 में एक करोड़ 48 लाख 98255 रुपये, जोन 7 में एक करोड़ 6 लाख 31335 रूपये, जोन 5 में 87 लाख 69 हजार 624 रुपये, जोन 8 में 56 लाख 53 हजार 465 रुपये, व सबसे कम जोन 2 में 33 लाख 77 हजार,518 रुपये की वसूली की गई.

स्थानीय निकाय कर्मियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी संयुक्त समिति ने बुधवार को अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कर्मचारी समस्याओं के निस्तारण की मांग की. अपने पत्र के माध्यम से अध्यक्ष मंडल में शामिल शशि मिश्रा ने बताया कि कर्मचारी समस्याओं को लेकर उच्च स्तर पर कई बार वार्ता हो चुकी है. इसके बाद भी कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

शशि मिश्रा का कहना है कि मांगों में प्रमुख रूप से कर्मचारियों के वेतन पेंशन समेत मृतक आश्रितों की नियुक्ति करने, दैनिक वेतन संविदा वर्ग 4 धारा 108 का विनियमितीकरण ,वेतन विसंगतियां, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा पर समय बाद कार्रवाई करने समेत अन्य मांग की गई, लेकिन नगर विकास विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता हुई, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिला है. इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. समस्याओं का समाधान ना होने पर कर्मचारी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम नई बकायेदारों के विरुद्ध अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान के तहत बकाया शुल्क ना जमा करने वाले भवनों को सील किया जा रहा है. ऐसे में 31 मार्च होने के कारण लखनऊ नगर निगम ने देर रात तक काउंटर खोले रखे और बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने अपने शुल्क जमा भी किये.

लखनऊ: वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम दिन लखनऊ नगर निगम के उपभोक्ताओं के लिए देर रात तक काउंटर खुले और इसका फायदा भी लखनऊ नगर निगम को मिला. यही कारण है कि 21 मार्च को देर रात तक खुले काउंटर में कुल मिलाकर 23 करोड़ 27 लाख रुपये की गृह कर वसूली की गई, जो कि रिकॉर्ड वसूली है.

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ के सभी आठों जोनों को मिलाकर यह वसूली की गई है, लेकिन सबसे अधिक 1 दिन में वसूली जोन एक ने की है. 31 मार्च तक अपना शुल्क न जमा करने वाले उपभोक्ताओं पर 12 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज की दर से वसूली की जाएगी.

देर रात तक खुले रहे काउंटर

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष का अंतिम दिन होने के कारण लखनऊ नगर निगम कार्यालय के समस्त काउंटर देर रात तक खुले रहे. देर रात तक मिले आंकड़ों के अनुसार अंतिम दिन जॉन एक हजरतगंज में 13 करोड़ 80 लाख 10585 की वसूली की गई. वहीं गोमतीनगर स्थित ज़ोन 4 में कुल 3 करोड़ 84 लाख 10 हजार 88 रुपये की वसूली की गई. जोन 6 में एक करोड़ 48 लाख 98255 रुपये, जोन 7 में एक करोड़ 6 लाख 31335 रूपये, जोन 5 में 87 लाख 69 हजार 624 रुपये, जोन 8 में 56 लाख 53 हजार 465 रुपये, व सबसे कम जोन 2 में 33 लाख 77 हजार,518 रुपये की वसूली की गई.

स्थानीय निकाय कर्मियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी संयुक्त समिति ने बुधवार को अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कर्मचारी समस्याओं के निस्तारण की मांग की. अपने पत्र के माध्यम से अध्यक्ष मंडल में शामिल शशि मिश्रा ने बताया कि कर्मचारी समस्याओं को लेकर उच्च स्तर पर कई बार वार्ता हो चुकी है. इसके बाद भी कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

शशि मिश्रा का कहना है कि मांगों में प्रमुख रूप से कर्मचारियों के वेतन पेंशन समेत मृतक आश्रितों की नियुक्ति करने, दैनिक वेतन संविदा वर्ग 4 धारा 108 का विनियमितीकरण ,वेतन विसंगतियां, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा पर समय बाद कार्रवाई करने समेत अन्य मांग की गई, लेकिन नगर विकास विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता हुई, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिला है. इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. समस्याओं का समाधान ना होने पर कर्मचारी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम नई बकायेदारों के विरुद्ध अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान के तहत बकाया शुल्क ना जमा करने वाले भवनों को सील किया जा रहा है. ऐसे में 31 मार्च होने के कारण लखनऊ नगर निगम ने देर रात तक काउंटर खोले रखे और बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने अपने शुल्क जमा भी किये.

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