लखनऊ : 'प्रदेश के घरेलू पर्यटन में पर्यटकों की संख्या में हुई बढ़ोतरी ने प्रदेश में रोजगार के अनेक मौके बनाए हैं. इसे देखते हुए यह माना जा रहा है कि प्रदेश में आने वाले दिनों में रोजगार के लिए असीमित द्वार खुलने की अपार संभावनाएं हैं. पिछले वर्ष पर्यटकों की संख्या में 190 प्रतिशत का उछाल रहा जो मौजूदा वर्ष में भी काफी तेजी से बढ़ रहा है. अगले साल जनवरी में अयोध्या में रामलला मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ ही प्रदेश में श्रद्धालुओं की और पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. यह एक ऐसा मौका होगा जो प्रदेश के बेरोजगार हाथों को काम सौंपने के साथ ही प्रदेश की आर्थिक प्रगति को भी नई पहचान देगा.' यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी.
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'वर्ष 2022 में प्रदेश में 31 करोड़ 85 लाख 62 हजार 573 पर्यटक प्रदेश के विभिन्न शहरों व स्थानों पर घूमने के लिए आए थे. यह संख्या वर्ष 2021 से 190 प्रतिशत ज्यादा है, इसमें 31 करोड़ 79 लाख 13 हजार 587 भारतीय, जबकि छह लाख 48 हजार 986 विदेशी पर्यटक हैं. इस वर्ष पर्यटकों के आने की रफ्तार और तेज है. यूपी में जून तक करीब 14 करोड़ 58 लाख 68 हजार 959 पर्यटक आए हैं, जबकि बीते वर्ष जून तक 13 करोड़ 49 लाख 64 हजार 792 पर्यटक आए थे. इस वर्ष छह महीने में करीब एक करोड़ नौ लाख चार हजार 167 पर्यटक ज्यादा आए हैं. पर्यटन मंत्री ने कहा कि हमारा विभाग प्रदेश में धार्मिक व प्राकृतिक पर्यटक स्थलों को विकसित करने के साथ ही देश व प्रदेश के पर्यटकों को हर वह सुविधा मुहैया करा रहा है. जिससे उत्तर प्रदेश उनके लिए एक बड़ा टूरिस्ट प्लेस बनकर उभरे.'
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'प्रदेश सरकार की पर्यटन विकास परियोजनाओं के अंतर्गत आगरा, मथुरा, सारनाथ व कुशीनगर आदि क्षेत्रों में जो विकास के काम हुए हैं, उसे न केवल पर्यटन की गतिविधियां बढ़ी हैं, बल्कि इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी यहां के लोगों को मिले हैं. विभाग ने इन क्षेत्र में जो पर्यटन की परियोजना शुरू की उस लोकल इकोनामिक डेवलपमेंट कंपोनेंट के अंतर्गत विभिन्न उद्योगों जैसे राधा कृष्ण पोशाक व श्रृंगार सामग्री, तुलसी माला, जरदोजी, कॉरपेट, लेदर शूज, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, फैंसी बैग जैसे कई उद्योगों को बढ़ावा मिला. इससे इन क्षेत्रों के 4677 शिल्पकारों के अलावा 2150 व्यक्तियों को स्वरोजगार के मौके मिले, वहीं इन क्षेत्रों में महिलाओं उद्यमियों द्वारा कुल 203 प्रोडक्ट यूनिट संचालित की जा रही है, जिसके तहत 3189 व्यक्तियों को लाभ मिला है. पर्यटन की जो भी परियोजनाएं प्रदेश भर में चल रही हैं उसे कुल 8375 कम्युनिटी कंसल्टेंसी का काम चल रहा है.