लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, पुलिस एवं जिला प्रशासन हर जिले में बने हॉटस्पॉट पर अपनी तैनाती के माध्यम से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में लगा हुआ है. हर क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार तैनात है और सभी पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रहे हैं. बता दें कि इस दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में करीब 19 पुलिसकर्मियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
पुलिसकर्मियों को मिलेगी सुरक्षा व्यवस्था
इस दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी तमाम सवाल उठ रहे हैं. हालांकि पुलिसकर्मियों के कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद तमाम तरह की सुरक्षा व्यवस्थाएं पुलिसकर्मियों को देने के दावे और वादे किए गए हैं, जिसमें पीपीई किट, ग्लव्स, मास्क आदि भी उपलब्ध कराने की बात कही गई है. ये पुलिसकर्मी जो अलग-अलग जिलों में हैं और वहां पर यह सभी हॉटस्पॉट क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. इन सभी में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे और इनका टेस्ट कराया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि इसके बाद इन सभी को level-1 कोविड-19 जिले के अस्पतालों में भर्ती करके आइसोलेट किया जा रहा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में करीब 90 पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जिनको क्वारंटाइन करके रखा गया है.
राजधानी लखनऊ में भी बीते दिनों 80 पुलिसकर्मियों के सैंपल टेस्ट कराए गए थे. दरअसल, सभी पुलिसकर्मी राजधानी लखनऊ के अलग-अलग हॉटस्पॉट क्षेत्रों में तैनात थे, जहां पर कोरोना वायरस संक्रमित मरीज सामने आए थे, जिसके बाद इन क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों के सैंपल लिए गए थे, लेकिन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
हॉटस्पॉट क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों की समय-समय पर जांच कराई जाती है, जिसमें लोगों के पॉजिटिव आने के बाद उनको इलाज दिया जा रहा है और कोरोना के लक्षण दिखने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उनके टेस्ट कराने की व्यवस्था की गई है.
-डॉ. रुकुम केश, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य