लखनऊ: परिवहन विभाग लापरवाही बरतने वाले रोडवेज के ड्राइवर व कंडक्टर को लेकर सख्त हो गया है. यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम में नौकरी कर रहे 14 संविदा कर्मियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ गया. यह सभी संविदा कर्मी नौकरी में लापरवाही कर रहे थे. अधिकारियों के ड्यूटी पर बुलाने के बावजूद ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे. इसके बाद चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने इन सभी की संविदा समाप्त कर दी.
चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने बताया कि 14 ड्राइवर और कंडक्टरों को काफी कम दिन ड्यूटी करने और कई महीनों में एक भी दिन ड्यूटी पर न आने को लेकर पत्र भेजकर जवाब मांगा गया था. उन्हें उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे. इनमें से ज्यादातर ड्राइवर और कंडक्टर ड्यूटी पर ही नहीं आए. इसके बाद इन सभी की प्रतिभूति राशि जब्त कर ली गई और संविदा भी समाप्त कर दी गई है. उन्होंने बताया कि अभी डिपो के अन्य ड्राइवर, कंडक्टर की भी मॉनिटरिंग की जा रही है, जो अनुपस्थित चल रहे हैं. उनके ड्यूटी पर हाजिर होने के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं. अगर ड्यूटी पर आ जाते हैं और रोडवेज के मानकों के मुताबिक नौकरी करते हैं तो ठीक, नहीं तो इनको भी नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि चारबाग डिपो में संविदा परिचालक किशोर कुमार मार्च के महीने में 15 दिन, अप्रैल के महीने में एक भी दिन नहीं, मई में 3 दिन, जून में एक भी दिन नहीं, जुलाई में 6 दिन और अगस्त में अब तक एक भी दिन ड्यूटी पर नहीं आए. जिसे लेकर उनकी संविदा समाप्त कर दी गई. इसके अलावा 20 अगस्त को जब ड्यूटी पर आए तो कैसरबाग माल मार्ग पर बस ले जाते हुए बस की जांच की गई, तो 66 यात्रियों में से 5 यात्रियों का टिकट नहीं बना था, जबकि उनके पैसे ले लिए गए थे. इस पर 600 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया और संविदा समाप्त कर दी गई.
इसी तरह चारबाग डिपो के चालक अरविंद कुमार मिश्रा को भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के चलते नौकरी से हाथ धोना पड़ा. फरवरी में 22 दिन, मार्च में 5 दिन, अप्रैल में एक भी दिन नहीं, मई में 2 दिन, जून में 10 दिन, जुलाई में 6 दिन और 19 जुलाई से अब तक लगातार अनुपस्थित चल रहे थे. पत्र भेजकर उन्हें ड्यूटी पर बुलाया गया, लेकिन नहीं आए. इसके बाद उनकी संविदा समाप्त करने की कार्रवाई की गई. इसके अलावा संविदा कंडक्टर अहमद सऊद, अनिल श्रीवास्तव, बृजेश कुमार चतुर्वेदी, देवानंद मिश्रा, केदारनाथ तिवारी, सत्रोहन लाल मिश्रा, अभिषेक सिंह, चंदन भार्गव, केशव नाथ तिवारी, पवनेश कुमार, देवेंद्र कुमार यादव और जटाशंकर मिश्रा को नौकरी से बाहर कर दिया गया है.