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लखनऊ में डेंगू के 12 नए मरीज, आंकड़ा पहुंचा 312

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Published : Oct 23, 2020, 8:22 PM IST

यूपी की राजधानी लखनऊ में डेंगू ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. राजधानी में डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को राजधानी में 12 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 312 पहुंच चुका है. वहीं कोरोना संक्रमितों को भी डेंगू हो रहा है.

लखनऊ में डेंगू के 12 नए मरीज
लखनऊ में डेंगू के 12 नए मरीज

लखनऊ: राजधानी में डेंगू ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. मौसम में नमी आने के साथ-साथ डेंगू के मच्छर भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके बाद राजधानी लखनऊ में डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को राजधानी में 12 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 312 पहुंच चुका है.

डेंगू के 12 नए मामले
राजधानी में मौसम में हल्की ठंडक आने के बाद डेंगू के मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इसके बाद शुक्रवार को 12 नए मरीज डेंगू के सामने आए हैं. इसके बाद डेंगू के मरीज का आंकड़ा 312 पहुंच गया है. आज ताजा 12 मामलों में बुखार की शिकायत पर भर्ती हुए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

लार्वा मिलने पर 75 को नोटिस
राजधानी में शुक्रवार को स्वास्थ विभाग की टीम द्वारा सर्वेक्षण किया गया. इस दौरान स्वास्थ विभाग की टीम ने लखनऊ के क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया. इस दौरान 75 घरों व दफ्तरों में लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया. नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी के मुताबिक जहां भी डेंगू के मामले सामने आए है. वहां पर एंटी लार्वा छिड़का जा रहा है. लेकिन लगातार डेंगू के मामले सामने आने के बाद राजधानी मे हालात धीरे-धीरे बिगड़ते जा रहे है.

कोरोना संक्रमितों को भी हो रहा डेंगू
लोहिया संस्थान के कोरोना नोडल डॉ. श्रीकेश सिंह ने बताया कि अब तक दो ऐसे कोरोना संक्रमित भर्ती किए गए, जिन्हें डेंगू भी है. तेज बुखार और बदन दर्द के कारण डॉक्टरों को शक हुआ था कि डेंगू भी हो सकता है. जिसके बाद जांच में उन्हें डेंगू की भी पुष्टि हुई. वही ऐसे मरीजों के साथ और दिक्कत बढ़ जाती है, क्योंकि इन दोनों गंभीर बीमारियों का इलाज अलग-अलग है. डेंगू मरीजों में लगातार प्लेटलेट्स गिरने लगती है, तो वही कोरोना मरीजो में ऑक्सीजन और फेफड़ो का इंफेक्शन होने का खतरा है.

ये लक्षण हो तो हो जाएं सावधान
नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी का कहना है, अगर ठंड के साथ अचानक तेज बुखार आए, हाथ-पांव व सिर में असहनीय दर्द हो तो डेंगू की आशंका ज्यादा है. वही कोरोना में 101 डिग्री सेल्सियस तक बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत, शरीर में ऑक्सीजन स्तर की कमी हो तो तुरंत ही डेंगू की जांच करवाएं. कोरोना काल में डेंगू का मौसम आने से इस समय दोनों जांच कराना जरूरी है. डेंगू से बचाव का एकमात्र उपाय मच्छरों से बचना है. बुखार व दर्द कितना भी तेज हो, पैरासिटामोल के अलावा ब्रूफेन या अन्य दर्द निवारक दवा अपने आप कतई न लें.

सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि जिन इलाकों में डेंगू के मरीज मिल रहे है. वहां प्रमुखता से एन्टी लार्वा और फॉगिंग करवाई जा रही है. इसके साथ ही कोरोना की तर्ज पर रिपीट रिस्पॉन्स टीम भी लगाई गई है, जो ट्रेसिंग का काम कर रही है.

लखनऊ: राजधानी में डेंगू ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. मौसम में नमी आने के साथ-साथ डेंगू के मच्छर भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके बाद राजधानी लखनऊ में डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को राजधानी में 12 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 312 पहुंच चुका है.

डेंगू के 12 नए मामले
राजधानी में मौसम में हल्की ठंडक आने के बाद डेंगू के मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इसके बाद शुक्रवार को 12 नए मरीज डेंगू के सामने आए हैं. इसके बाद डेंगू के मरीज का आंकड़ा 312 पहुंच गया है. आज ताजा 12 मामलों में बुखार की शिकायत पर भर्ती हुए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

लार्वा मिलने पर 75 को नोटिस
राजधानी में शुक्रवार को स्वास्थ विभाग की टीम द्वारा सर्वेक्षण किया गया. इस दौरान स्वास्थ विभाग की टीम ने लखनऊ के क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया. इस दौरान 75 घरों व दफ्तरों में लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया. नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी के मुताबिक जहां भी डेंगू के मामले सामने आए है. वहां पर एंटी लार्वा छिड़का जा रहा है. लेकिन लगातार डेंगू के मामले सामने आने के बाद राजधानी मे हालात धीरे-धीरे बिगड़ते जा रहे है.

कोरोना संक्रमितों को भी हो रहा डेंगू
लोहिया संस्थान के कोरोना नोडल डॉ. श्रीकेश सिंह ने बताया कि अब तक दो ऐसे कोरोना संक्रमित भर्ती किए गए, जिन्हें डेंगू भी है. तेज बुखार और बदन दर्द के कारण डॉक्टरों को शक हुआ था कि डेंगू भी हो सकता है. जिसके बाद जांच में उन्हें डेंगू की भी पुष्टि हुई. वही ऐसे मरीजों के साथ और दिक्कत बढ़ जाती है, क्योंकि इन दोनों गंभीर बीमारियों का इलाज अलग-अलग है. डेंगू मरीजों में लगातार प्लेटलेट्स गिरने लगती है, तो वही कोरोना मरीजो में ऑक्सीजन और फेफड़ो का इंफेक्शन होने का खतरा है.

ये लक्षण हो तो हो जाएं सावधान
नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी का कहना है, अगर ठंड के साथ अचानक तेज बुखार आए, हाथ-पांव व सिर में असहनीय दर्द हो तो डेंगू की आशंका ज्यादा है. वही कोरोना में 101 डिग्री सेल्सियस तक बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत, शरीर में ऑक्सीजन स्तर की कमी हो तो तुरंत ही डेंगू की जांच करवाएं. कोरोना काल में डेंगू का मौसम आने से इस समय दोनों जांच कराना जरूरी है. डेंगू से बचाव का एकमात्र उपाय मच्छरों से बचना है. बुखार व दर्द कितना भी तेज हो, पैरासिटामोल के अलावा ब्रूफेन या अन्य दर्द निवारक दवा अपने आप कतई न लें.

सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि जिन इलाकों में डेंगू के मरीज मिल रहे है. वहां प्रमुखता से एन्टी लार्वा और फॉगिंग करवाई जा रही है. इसके साथ ही कोरोना की तर्ज पर रिपीट रिस्पॉन्स टीम भी लगाई गई है, जो ट्रेसिंग का काम कर रही है.

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