लखनऊः राजधानी के नार्थ जोन की डिप्टी कमिश्नर शालिनी ने एक अभियान चलाकर 108 परिवारों को बिछड़ने से बचा लिया. उन्होंने परिवार थामस केंद्र के तहत जो पति-पत्नी के लड़ाई झगड़े होते हैं. उसके तहत एक कुटुंब अभियान चलाया है. जिसमें पति-पत्नी को अलग से बैठा कर उनकी जो समस्याएं हैं. उसके बारे में उन लोगों से बात की जाती है और इसमें यदि समझौते की स्थिति संभव होती है तो समझौता कराया जाता है. ताकि एफआईआर की स्थिति न पैदा हो सके. जिसे यह लोग अपने घर परिवार बच्चों के साथ सुख पूर्वक रह सकें.
इसी कड़ी में आपको बताते चलें कि डिप्टी कमिश्नर शालिनी ने बताया की हमारे पास अभी पूरे साल में 108 लोगों में अभी तक समझौता कराया जा चुका है. वह परिवार पूरी तरह से बेहतर तरीके से रह रहे हैं और फिर हमारे द्वारा जो भी समझौते कराए गए हैं. उनकी ब्रीफिंग भी हम कभी उस कुटुंब की पत्नी को फोन करके जानकारी लेते हैं. कभी उसके पति को फोन करके जानकारी लेते हैं कि जो समझौता हमारे द्वारा कराया गया था. वह पूर्ण तरह से निभाया जा रहा है या उसमें किसी तरह की दिक्कत आ रही है.
शालिनी ने बताया कि अभी तक जितने लोगों की हमारी तरफ से समझौता कराया गया है. वह 108 परिवार पूरी तरह से मेल मिलाप से रह रहे हैं. उसमें किसी तरह का आपसी तनाव झगड़ा, झंझट की बात सामने नहीं आई है और जो समझौते नहीं हो पाए हैं. उनमें दो परिवार के बीच में एफआईआर दर्ज की गई है. अभी तक यह होता था कि छोटी-छोटी बात को लेकर बात इतनी बढ़ जाती थी कि अलग होने की संभावना हो जाती थी. कई परिवार अलग हो भी गए होंगे, लेकिन हमने इन सभी चीजों को समझा और हमें लगा कि एक प्रयास हमें अपनी तरफ से ऐसे लोगों के प्रति करनी चाहिए. शायद इन लोगों को जो छोटी-छोटी गलतियों के पीछे लड़ झगड़ कर दूरियां बना लेते हैं तो शायद यह लोग हमारी ब्रीफिंग से सुधर सके.