प्रयागराज: संगमनगरी में अगले साल होने वाले महाकुंभ से पहले कुंभ नगरी में एक और महाकुंभ की झलक रविवार को देखने को मिली. मौका था यमुना के तट पर कालिंदी महोत्सव के आयोजन का, जिसमें सवा लाख दीयों की रोशनी से कालिंदी के घाट नहा उठे. अखाड़ों की तरफ से यहां प्रयागराज महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराने की कामना की गई. देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर कुंभ नगरी प्रयागराज में कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया. श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षण वाली श्री दत्तात्रेय सेवा समिति की ओर से ये आयोजन किया गया. जिसमें सभी अखाड़ों के साधु संतों और कुंभ मेला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.
ये पूरा आयोजन जूना अखाड़े के मौज गिरि घाट पर किया गया था. जहां सवा लाख दीप जलाए गए. श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरी ने इस मौके पर कहा कि, महाकुंभ के पूर्व देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या के पावन अवसर पर मां कालिंदी के तट पर सवा लाख मिट्टी के दीए जलाए गए. सवा लाख दीयों का दीपदान भी यमुना में किया गया. इस मौके पर सभी अखाड़ों से आए संतों और स्थानीय निवासियों ने महाकुंभ 2025 के सकुशल संपन्न होने की कामना भी मां यमुना से की.
महोत्सव का शुभारंभ कालिंदी तट पर बनाए गए श्री मौज गिरी के भव्य घाट में दीयों की श्रृंखला बनाने से हुआ. योगी सरकार ने इस घाट का कायाकल्प 1.2 करोड़ के बजट से किया गया है. इस भव्य पक्के घाट में दो लाख से अधिक दीयों को एक साथ प्रज्जवलित किया जा सकता है. घाट में बनाई गई सीढ़ियों में रेड स्टोन से दो खूबसूरत गुंबद भी बनाए गए. दीये जलाने के बाद घाट पर ही मां यमुना की भव्य आरती की गई.
दीपदान महायज्ञ और कालिंदी महोत्सव के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गौतम चौधरी और हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान भी मौजूद रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता पंच दशनाम नाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरि जी महाराज ने किया. साधु संतो ने महाकुंभ के भव्य आयोजन की योगी सरकार की तैयारियों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, महाकुंभ 2025 अपनी भव्यता और नव्यता के लिए एक नजीर बनेगा. महोत्सव और महायज्ञ में हजारों की संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए.
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