ललितपुर: प्रदेश में जहां सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद आज भी सरकारी विद्यालयों का हाल बेहाल है, वहीं जिले के रजवारा ग्राम के एक सरकारी विद्यालय की प्रधानाचार्य ने कुछ महीनों में ही विद्यालय की काया पलट दी. इसके साथ ही बच्चों को भी बेहतरीन शिक्षा मुहैया करा रही हैं.
कुछ महीने पहले किया जॉइन
नीलम जैन ने सात-आठ महीने पहले प्राथमिक विद्यालय रजवारा में प्रधानाचार्य के पद पर जॉइन किया था. तब यह एक साधारण विद्यालय था और इसका हाल बेहाल था. इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत से मात्र 6 महीनों में ही विद्यालय की तस्वीर बदल दी.
विद्यालय में नहीं थी कोई सुविधा
पहले विद्यालय में कोई भी सुविधा नहीं थी और आज विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए टेबल, बेंच, पढ़ने के लिए लाइब्रेरी, खेलने का सामान और स्मार्ट टीवी की व्यवस्था है. विद्यालय परिसर की दीवारों पर सुंदर-सुंदर चित्र बनाए गए हैं.
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बच्चों को नहीं आती थी एबीसीडी
पहले बच्चों को ढंग से एबीसीडी नहीं आती थी. आज वह न सिर्फ फटाफट इंलिश में प्रश्नों का उत्तर देते हैं, बल्कि पोयम भी फटाफट सुना देते हैं. इसके अलावा नीलम जैन बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनके खाने-पीने से लेकर खेलकूद पर ध्यान देती हैं. इतना ही नहीं वह बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी तैयार करती हैं.
अच्छे विद्यालय के साथ अच्छी शिक्षा
इस राह में नीलम जैन को कई चुनौतियों का समाना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने एक अच्छे विद्यालय के साथ ही बच्चों का भविष्य भी सुनहरा करने का काम शुरू कर दिया.