ललितपुर: जिले में खाकी एक बार फिर दागदार हुई है. जहां पूराकलां थाना क्षेत्र में एक युवक ने पुलिसकर्मियों से प्रताड़ित होकर जहर का सेवन कर लिया, जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक ने सुसाइड नोट में बताया कि नत्थीखेड़ा चौकी में तैनात एसआई व सिपाही झूठे और फर्जी मामलों में फंसाकर उससे अवैध उगाही कर काफी परेशान भी कर रहे थे. इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है.
थाना पूराकलां क्षेत्र के नत्थीखेडा गांव के रहने वाले उमाशंकर पुत्र रतिराम के ऊपर विगत कुछ वर्ष पूर्व एक फर्जी मुकदमा लिखा गया था. इसमें वह ग्रामीणों व पत्रकार संगठनों के कारण बच गया था. एक सप्ताह पहले युवक को चौकी इंचार्ज राजकुमार निगम व सिपाही धीरेन्द्र तिवारी अपने साथ ले गए. इसके बाद शुक्रवार की शाम युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया.
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जहर खाने के पहले उसने अधिकारियों का जिक्र करते हुए लिखा कि 'वर्दी की वो कसम याद करो, जिसमें तुमने कानून की रक्षा की सौंगध खाई थी. मगर उस कसम को भूलकर तत्कालीन थानाध्यक्ष राजेश यादव ने फर्जी लूट के मुकदमे में मुझे फंसाया था, जिसके बाद पत्रकारों ने किसी तरह मुझे बचाया. इसके बाद फिर फर्जी मुकदमे में फंसाकर मुझसे 40 हजार रुपये लिए गए. इसके बाद धारा 25 के मुकदमे के लिए 15 हजार रुपये दारोगा कृष्णवीर सिंह ने लिए. इतने रुपये देने के बाद भी पिछले कई दिनों से चौकी इंचार्ज मुझे परेशान कर रहा है, जिसके लिए मैं जहर खाकर अपनी जान दे रहा हूं.'
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वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक कैप्टन मिर्जा मंजर बेग ने नत्थीखेड़ा चौकी इन्चार्ज राजकुमार निगम व सिपाही धीरेन्द्र तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया है साथ ही मामले की जांच क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस के आलाधिकारी व पुलिस बल पहुंच गया.