ललितपुर: जिले में एक पीड़ित परिवार न्याय के लिए पिछले करीब 3 साल से दर-दर भटकने को मजबूर है. मामला जाखलौन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिवनी का है. परिजनों का कहना है कि आपसी विवाद के चलते गांव के कुछ दबंगों ने पिता की हत्या कर दी थी. इलके बाद से थाने के लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.
नहीं मिल रहा पीड़ित परिवार को न्याय
जाखलौन थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिवनी में आपसी विवाद के चलते भगवान सिंह लोधी की हत्या गांव के कुछ दबंगों ने कर दी थी. इसके बाद मृतक के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. परिजनों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज न कर 304 में मुकदमा दर्ज किया और आरोपियों से पैसे लेकर मामला रफा-दफा कर दिया. पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचाकर न्याय न मिलने पर 2 अक्टूबर को आत्महत्या करने धमकी दी है.
मृतक के पुत्र का बयान
मृतक के पुत्र राजन राजपूत का कहना है कि हमारे पिता की हत्या अप्रैल 2016 में की गई थी. हमारे पिता की हत्या धनुषराम और संतराम ने हत्या की है. पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामला खत्म कर दिया है. हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. 2017 में हत्यारों ने हमारी फसल में भी आग लगा दी थी. 2 महीने पहले एसपी ने कहा था कि मामले में कार्यवाही करवाएंगे. कोर्ट से दरोगा ने कागज भी ले लिये और उसी कागज की नकल कर फिर फाइनल रिपोर्ट लगाना चाहता है. 29 तारीख को हम घंटाघर पर अनशन करेंगे और 2 अक्टूबर को पूरा परिवार तेल डालकर आत्महत्या कर लेगा.
मृतक की पत्नी कुभान का कहना है कि हमारे पति की हत्या हो गई. हम उमा भारती के पास गए फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. हम लोग जनता दरबार मे भी गए और एक दिन औरक रात अनशन पर भी बैठे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हम लोग अब घंटाघर पर आत्महत्या कर लेंगे.
जिलाधिकारी ने बताया, 'मामला पुराना है'
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह का कहना है कि मामला काफी पुराना है. डीएम ने कहा कि पीड़ितों का कहना है कि जाति विशेष के लोगों ने पिछली सरकार में प्रताड़ित किया है. इस सम्बन्ध में लगातर लिखता रहा हूं. पुलिस की कार्यवाही से पीड़ित परिवार संतुष्ट नही हैं और आज मेरे पास आये थे. इस संबंध में मैंने व्यक्तिगत रूप से एसपी को इसकी जानकारी दी थी. मेरा प्रयास रहेगा कि यदि इनकी शिकायत जायज है तो न्याय मिलना चाहिए.
पुलिस अधीक्षक मिर्जा मंजर बेग का कहना है कि ये वर्ष 2016 का मामला हैं. इसमें विवेचना की गई थी, जिसमें फाइनल रिपोर्ट लगी थी. SHO को निर्देशित किया है. इसमे जो भी सत्यता होगी उसके आधार पर जल्दी ही न्याय देंगे और जल्द ही कार्यवाही की जाएगी.