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UP ATS ने टेरर फंडिंग के नाइजीरियाई कनेक्शन का किया खुलासा, तीन गिरफ्तार

यूपी एटीएस ने नेपाल बॉर्डर से टेरर फंडिंग मामले के नाइजीरियाई कनेक्शन का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रविवार को एटीएस ने तीनों को अदालत में पेश किया.

यूपी एटीएस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार.
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Published : Oct 28, 2019, 9:29 AM IST

लखीमपुर खीरी: यूपी के नेपाल बॉर्डर से टेरर फंडिंग के नाइजीरियाई कनेक्शन का खुलासा यूपी एटीएस ने किया है. टेरर फंडिंग गिरोह के मास्टर माइंड समेत तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर एटीएस ने अदालत में पेश किया.

यूपी एटीएस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार.

एटीएस का दावा है कि तीनों को मुबंई से गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, भारतीय सिमकार्ड और पेन ड्राइव समेत काफी सामान बरामद हुआ है. गिरोह का मास्टर माइंड नाइजीरियाई नागरिक है. इस गिरोह ने बैंक खातों को हैक करके करोड़ों रुपये उड़ाए हैं.

इस तरह हुआ खुलासा
खीरी जिले की निघासन पुलिस ने टेरर फंडिंग में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे पूछताछ के बाद इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली. एटीएस को पता चला कि टेरर फंडिंग मामले के मुख्य साजिशकर्ता एक नाइजीरियाई और अन्य भारतीय नागरिक हैं. पूरे मामले में एक आरोपी 23 अक्टूबर को जबकि दो आरोपी 24 अक्तूबर को मुंबई से गिरफ्तार किए गए. इसमें चिनवेउबा एमेका माइकल, पीटर हरमन अस्सेंगा और अर्जुन अशोक खराडे शामिल हैं.

पूछताछ में इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. इनके कब्जे से तीन लैपटॉप, 4 मोबाइल, 13 भारतीय सिमकार्ड, एक विदेशी सिमकार्ड, 13 डोंगल, दो पेन ड्राइव, तीन राऊटर, एक नाइजीरियाई पासपोर्ट व दो नाइजीरियाई पहचान पत्र बरामद हुए हैं.

एटीएस इस गैंग से यह पता करने की कोशिश कर रही है कि उनके द्वारा किन-किन देशों से और किन-किन देशों को पैसा ट्रांसफर किया गया है? आरोपियों ने एक-एक ट्रांजेक्शन में 10-10 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया है. ऐसे में एटीएस यह पता करने की कोशिश में है कि यह पैसा किन-किन गतिविधियों के लिए भेजा गया? विवेचना में 2.50 लाख अमेरिकन डालर के हस्तांतरण की बात प्रकाश में आई है.

ये भी पढ़ें: लखीमपुर खीरी: BJP सांसद रेखा वर्मा ने कोर्ट में किया सरेंडर, फैसला सुरक्षित

ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो गया है कि इतनी बड़ी धनराशि किन-किन संस्थाओं या व्यक्तियों को भेजी गई है? पैसा ट्रांसफर करने के लिए किन-किन खातों का प्रयोग किया गया है? एटीएस इस सवाल पर भी पूछताछ करेगी कि इस धंधे में क्या कोई अन्य नेटवर्क भी है जो इनकी सहायता करता है? एटीएस तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. एटीएस अभी इनकी रिमांड लेगी.

लखीमपुर खीरी: यूपी के नेपाल बॉर्डर से टेरर फंडिंग के नाइजीरियाई कनेक्शन का खुलासा यूपी एटीएस ने किया है. टेरर फंडिंग गिरोह के मास्टर माइंड समेत तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर एटीएस ने अदालत में पेश किया.

यूपी एटीएस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार.

एटीएस का दावा है कि तीनों को मुबंई से गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, भारतीय सिमकार्ड और पेन ड्राइव समेत काफी सामान बरामद हुआ है. गिरोह का मास्टर माइंड नाइजीरियाई नागरिक है. इस गिरोह ने बैंक खातों को हैक करके करोड़ों रुपये उड़ाए हैं.

इस तरह हुआ खुलासा
खीरी जिले की निघासन पुलिस ने टेरर फंडिंग में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे पूछताछ के बाद इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली. एटीएस को पता चला कि टेरर फंडिंग मामले के मुख्य साजिशकर्ता एक नाइजीरियाई और अन्य भारतीय नागरिक हैं. पूरे मामले में एक आरोपी 23 अक्टूबर को जबकि दो आरोपी 24 अक्तूबर को मुंबई से गिरफ्तार किए गए. इसमें चिनवेउबा एमेका माइकल, पीटर हरमन अस्सेंगा और अर्जुन अशोक खराडे शामिल हैं.

पूछताछ में इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. इनके कब्जे से तीन लैपटॉप, 4 मोबाइल, 13 भारतीय सिमकार्ड, एक विदेशी सिमकार्ड, 13 डोंगल, दो पेन ड्राइव, तीन राऊटर, एक नाइजीरियाई पासपोर्ट व दो नाइजीरियाई पहचान पत्र बरामद हुए हैं.

एटीएस इस गैंग से यह पता करने की कोशिश कर रही है कि उनके द्वारा किन-किन देशों से और किन-किन देशों को पैसा ट्रांसफर किया गया है? आरोपियों ने एक-एक ट्रांजेक्शन में 10-10 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया है. ऐसे में एटीएस यह पता करने की कोशिश में है कि यह पैसा किन-किन गतिविधियों के लिए भेजा गया? विवेचना में 2.50 लाख अमेरिकन डालर के हस्तांतरण की बात प्रकाश में आई है.

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ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो गया है कि इतनी बड़ी धनराशि किन-किन संस्थाओं या व्यक्तियों को भेजी गई है? पैसा ट्रांसफर करने के लिए किन-किन खातों का प्रयोग किया गया है? एटीएस इस सवाल पर भी पूछताछ करेगी कि इस धंधे में क्या कोई अन्य नेटवर्क भी है जो इनकी सहायता करता है? एटीएस तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. एटीएस अभी इनकी रिमांड लेगी.

Intro:लखीमपुर खीरी-यूपी के नेपाल बॉर्डर से टेरर फंडिंग के खुलासे के नाइजीरियाई कनेक्शन का खुलासा यूपी एटीएस ने किया है। टेरर फंडिंग गिरोह के मास्टर माइंड समेत तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर एटीएस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। यूपी एटीएस का दावा है कि तीनों को मुबंई से गिरफ्तार किया लिया गया है। उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, भारतीय सिम और पेन ड्राइव समेत काफी सामान बरामद हुआ है। गिरोह का मास्टर माइंड नाइजीरियाई नागरिक है। इस गिरोह ने बैंक खातों को हैक करके करोड़ों रुपये उड़ाए है।
Body:खीरी जिले की निघासन पुलिस ने टेरर फंडिंग में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के बाद इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली। एटीएस को पता चला कि टेरर फंडिंग मामले के मुख्य साजिशकर्ता एक नाईजीरियाई और भारतीय नागरिक हैं। 23 अक्तूबर को और दो आरोपी 24 अक्तूबर को मुंबई से गिरफ्तार किए गए। इसमें चिनवेउबा एमेका माइकल, पीटर हरमन अस्सेंगा और अर्जुन अशोक खराडे शामिल हैं। पूछताछ में इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया। इनके कब्जे से तीन लैपटॉप, चार चार मोबाइल, 13 भारतीय सिमकार्ड, एक विदेशी सिम कार्ड, 13 डोंगल, दो पेन ड्राइव, तीन राऊटर, एक नाइजीरियाई पासपोर्ट व दो नाईजीरियाई पहचान पत्र बरामद हुए हैं। एटीएस इस गैंग से यह पता करने की कोशिश कर रही है कि उनके द्वारा किन-किन देशों से और किन-किन देशों को पैसा ट्रांसफर किया गया है? आरोपियों ने एक-एक ट्रांजेक्शन में 10-10 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया जाना प्रकाश में आया है। ऐसे में एटीएस यह पता करने की कोशिश में है कि यह पैसा किन-किन गतिविधियों के लिए भेजा गया? विवेचना में 2.50 लाख अमेरिकन डालर के हस्तांतरण की बात प्रकाश में आई है। ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो गया है कि इतनी बड़ी धनराशि किन-किन संस्थाओं या व्यक्तियों को भेजी गई है? पैसा ट्रांसफर करने के लिए किन-किन खातों का प्रयोग किया गया है? एटीएस इस सवाल पर भी पूछताछ करेगी कि इस धंधे में क्या कोई अन्य नेटवर्क भी है जो इनकी सहायता करता है? एटीएस तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एटीएस अभी इनकी रिमांड लेगी।Conclusion:प्रशान्त पाण्डेय
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