ETV Bharat / state

दुधवा टाइगर रिजर्व में पहली बार बाघिन ने दिया पांच बच्चों को जन्म

यूपी के लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार पांच शावकों को बाघिन ने जन्म दिया है. ये दुधवा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है.

बाघिन ने दिया पांच बच्चों को जन्म.
author img

By

Published : Nov 16, 2019, 10:44 PM IST

लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार पांच शावकों को बाघिन ने जन्म दिया है. ये दुधवा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है. बैंकाक से हाल में ही पुरस्कार लेकर लौटे दुधवा टाइगर रिजर्व के पूर्व डायरेक्टर रमेश पाण्डेय ने बताया कि यह दुधवा की टीम के प्रोटेक्शन वर्क का नतीजा है.

बाघिन ने दिया पांच बच्चों को जन्म.

दुधवा किशनपुर सेंचुरी में दिखा नजारा
दुधवा में आए सैलानियों को इस पर्यटन सीजन के दूसरे दिन पांच शावकों के साथ बाघिन दिखी. इससे वाइल्ड लाइफ के शौकीन टूरिस्ट काफी उत्साहित हैं. दुधवा वाइल्डरनेस कैम्प में लखनऊ से आए पर्यटक दल को ये नजारा उस वक्त दिखा जब ये सफारी करने दुधवा के किशनपुर सेंचुरी गए थे.

बाघिन के साथ दिखे पांचों शावक
एक बाघिन आराम से कच्ची सड़क पर बैठी थी. बाघिन को देखकर पर्यटक ठिठक गए. उनके कैमरे तड़ातड़ फोटो लेने लगे पर थोड़ी देर बाद जो नजारा इन दुधवा सफारी ग्रुप के सदस्यों ने देखा तो अवाक रह गए. ग्रुप लीडर सिद्धार्थ सिंह कहते हैं ये मेरे लिए सपने की तरह था. एक-एक करके पांचों बाघ शावक, मां के पास आ रहे थे, जो एक अद्भुत दृश्य था.

कैमरे में कैद हुआ ये प्यारा सा लम्हा
दुधवा टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र के दूसरे दिन ही लखनऊ से वाइल्ड लाइफ लवर्स का ये दल दुधवा सफारी को पहुंचा था. ये लोग जैसे ही शनिवार को किशनपुर वाइल्ड लाइफ सेन्चुरी पहुंचे तो पांच शावकों के साथ बाघिन देख उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इनके कैमरे ये लम्हा कैद करने को फटाफट चलने लगे. वहीं दूर खड़े रहकर इन वाइल्डलाइफर्स ने जिप्सी से ही वीडियो भी बना ली.

प्रोटेक्शन वर्क का नतीजा
दुधवा के पूर्व फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय कहते हैं, दुधवा में पिछले सालों में एम स्ट्राइप से की गई गश्त और प्रोटेक्शन वर्क का ही ये नतीजा है, जो पांच-पांच शावक हुए हैं. पिछले साल बाघों की मेटिंग खूब हुई. इनको एकांत मिला, ये बड़ी खुशखबरी है.

ये दुधवा के लिए बड़ी खुशखबरी
दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर कहते हैं कि पिछले काफी समय से प्रोटेक्शन वर्क बढ़ाया गया है. जंगल को डिस्टर्बेंस मुक्त करने का प्रयास किया गया, जिसका परिणाम है, बाघों और बाघिन की मेटिंग हुई, जिसका परिणाम ये शावक हैं. हमें चार शावकों के साथ बाघिन की तस्वीरें पहले ही कैमरा ट्रैप में मिली थीं, पर पांच शावकों के साथ बाघिन सैलानियों को दिखी. हम शावकों और बाघिन की सुरक्षा के बंदोबस्त और तेजी से करेंगे. उस इलाके को पर्यटकों के लिए सुरक्षा कारणों से बन्द भी किया जा सकता है. ये दुधवा के लिए बड़ी खुशखबरी है.

इसे भी पढ़ें:- लखीमपुर खीरीः सैलानियों के लिए खुल गया दुधवा का द्वार

लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार पांच शावकों को बाघिन ने जन्म दिया है. ये दुधवा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है. बैंकाक से हाल में ही पुरस्कार लेकर लौटे दुधवा टाइगर रिजर्व के पूर्व डायरेक्टर रमेश पाण्डेय ने बताया कि यह दुधवा की टीम के प्रोटेक्शन वर्क का नतीजा है.

बाघिन ने दिया पांच बच्चों को जन्म.

दुधवा किशनपुर सेंचुरी में दिखा नजारा
दुधवा में आए सैलानियों को इस पर्यटन सीजन के दूसरे दिन पांच शावकों के साथ बाघिन दिखी. इससे वाइल्ड लाइफ के शौकीन टूरिस्ट काफी उत्साहित हैं. दुधवा वाइल्डरनेस कैम्प में लखनऊ से आए पर्यटक दल को ये नजारा उस वक्त दिखा जब ये सफारी करने दुधवा के किशनपुर सेंचुरी गए थे.

बाघिन के साथ दिखे पांचों शावक
एक बाघिन आराम से कच्ची सड़क पर बैठी थी. बाघिन को देखकर पर्यटक ठिठक गए. उनके कैमरे तड़ातड़ फोटो लेने लगे पर थोड़ी देर बाद जो नजारा इन दुधवा सफारी ग्रुप के सदस्यों ने देखा तो अवाक रह गए. ग्रुप लीडर सिद्धार्थ सिंह कहते हैं ये मेरे लिए सपने की तरह था. एक-एक करके पांचों बाघ शावक, मां के पास आ रहे थे, जो एक अद्भुत दृश्य था.

कैमरे में कैद हुआ ये प्यारा सा लम्हा
दुधवा टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र के दूसरे दिन ही लखनऊ से वाइल्ड लाइफ लवर्स का ये दल दुधवा सफारी को पहुंचा था. ये लोग जैसे ही शनिवार को किशनपुर वाइल्ड लाइफ सेन्चुरी पहुंचे तो पांच शावकों के साथ बाघिन देख उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इनके कैमरे ये लम्हा कैद करने को फटाफट चलने लगे. वहीं दूर खड़े रहकर इन वाइल्डलाइफर्स ने जिप्सी से ही वीडियो भी बना ली.

प्रोटेक्शन वर्क का नतीजा
दुधवा के पूर्व फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय कहते हैं, दुधवा में पिछले सालों में एम स्ट्राइप से की गई गश्त और प्रोटेक्शन वर्क का ही ये नतीजा है, जो पांच-पांच शावक हुए हैं. पिछले साल बाघों की मेटिंग खूब हुई. इनको एकांत मिला, ये बड़ी खुशखबरी है.

ये दुधवा के लिए बड़ी खुशखबरी
दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर कहते हैं कि पिछले काफी समय से प्रोटेक्शन वर्क बढ़ाया गया है. जंगल को डिस्टर्बेंस मुक्त करने का प्रयास किया गया, जिसका परिणाम है, बाघों और बाघिन की मेटिंग हुई, जिसका परिणाम ये शावक हैं. हमें चार शावकों के साथ बाघिन की तस्वीरें पहले ही कैमरा ट्रैप में मिली थीं, पर पांच शावकों के साथ बाघिन सैलानियों को दिखी. हम शावकों और बाघिन की सुरक्षा के बंदोबस्त और तेजी से करेंगे. उस इलाके को पर्यटकों के लिए सुरक्षा कारणों से बन्द भी किया जा सकता है. ये दुधवा के लिए बड़ी खुशखबरी है.

इसे भी पढ़ें:- लखीमपुर खीरीः सैलानियों के लिए खुल गया दुधवा का द्वार

Intro:लखीमपुर-दुधवा टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार पाँच शावकों के साथ बाघिन दिखी है। ये दुधवा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। बैंकाक से हाल में ही पुरस्कार लेकर लौटे दुधवा टाइगर रिजर्व के पूर्व डायरेक्टर रमेश पाण्डेय कहते हैं। ये दुधवा की टीम के प्रोटेक्शन वर्क का नतीजा है। दुधवा में पिछले सालों में बाघों की सुरक्षा को नई तकनीक का इस्तेमाल और स्टाफ की मेहनत का परिणाम है। दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर कहते हैं। ये खुशखबरी है सभी वन्यजन्तु प्रेमियों के लिए। हम शावकों और बाघिन की सुरक्षा के इंतजाम कर रहे।
दुधवा में आए सैलानियों को इस पर्यटन सीजन के दूसरे दिन पाँच शावकों के साथ बाघिन दिखी। इससे वाइल्ड लाइफ के शौकीन टूरिस्ट काफी उत्साहित हैं। दुधवा वाईल्डरनेस कैम्प में लखनऊ से आए पर्यटक दल को ये नजारा उस वक्त दिखा जब ये सफारी करने दुधवा के किशनपुर सेंचुरी गए थे। एक बाघिन आराम से कच्ची सड़क पर बैठी थी। बाघिन को देखकर पर्यटक ठिठक गए। उनके कैमरे तड़ातड़ फोटो लेने लगे। पर थोड़ी देर बाद जो नजारा इन दुधवा सफारी ग्रुप के सदस्यों ने देखा तो अवाक रह गए। ग्रुप लीडर सिद्धार्थ सिंह कहते हैं ये मेरे लिए सपने सरीखा था। एक एक कर बाघ शावक माँ के पास आ गए। हम गिनते गए। तो वो पाँच थे।
लखनऊ निवासी वाइल्डलाइफ़र उमाशंकर मिश्रा कहते हैं। हमने अपनी जिंदगी में पाँच शावकों की बाघिन माँ को नहीं देखा था। मुझे अभी भी विस्वास नहीं हो रहा।
दुधवा टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र के दूसरे दिन ही लखनऊ से वाइल्ड लाइफ लवर्स का ये दल दुधवा सफारी को पहुँचा था। ये लोग जैसे ही शनिवार को किशनपुर वाइल्ड लाइफ सेन्चुरी पहुँचे तो पाँच शावकों के साथ बाघिन देख उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इनके कैमरे ये लम्हा कैद करने को फटाफट चलने लगे। दूर खड़े रहकर इन वाइल्डलाइफर्स ने जिप्सी से ही वीडियो भी बना ली।
Body:दुधवा के पूर्व फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय कहते हैं,'दुधवा में पिछले सालों में एम स्ट्राइप से की गई गश्त और प्रोटेक्शन वर्क का ही ये नतीजा है जो पाँच पाँच शावक हुए। पिछले साल बाघों की मेटिंग ख़ूब हुई। इनको एकांत मिला। ये बड़ी खुशखबरी है।
दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर कहते हैं,'पिछले काफी समय से प्रोटेक्शन वर्क बढ़ाया गया है। जँगल को डिस्टर्बेंस मुक्त करने का प्रयास किया गया। जिसका परिणाम है बाघों बाघिन की मेटिंग हुई। जिसका परिणाम ये शावक हैं। हमें चार शावकों के साथ बाघिन की तस्वीरें पहले ही कैमरा ट्रैप में मिली थीं। पर पाँच शावकों के साथ बाघिन सैलानियों को दिखी। हम शावकों और बाघिन की सुरक्षा के बंदोबस्त और तेजी से करेंगे। उस इलाके को पर्यटकों के लिए सुरक्षा कारणों से बन्द भी। ये बड़ी खुशखबरी है दुधवा के लिए।
प्रशान्त पाण्डेय
9984152598Conclusion:लखीमपुर खीरी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.