लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बीते महीनों में बाघ के हमले से 2 ग्रामीणों की मौत हो गई थी. दो लोगों की मौत के बाद आबादी वाले इलाके में हड़कंप मच गया था. वहीं, बाघ को पकड़ने के लिए लखीमपुर खीरी वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा था. दो जगह पिंजरा लगाने के बाद भी बाघ को नहीं पकड़ा जा सका. वन कर्मी पिंजरे में बकरा बांधकर बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही पिंजरे को अब दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है.
उत्तर बेलरायां रेंज के बैरिया बीट क्षेत्र में बाघ ने बीते महीने हमला कर 2 ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया था. बाघ को पकड़ने के लिए लखीमपुर खीरी वन विभाग प्रयास कर रहा था. आबादी वाले इलाके में पहुंचे बाघ की लोकेशन के लिए वन कर्मचारियों ने 5 दिन पूर्व 8 कैमरे भी लगा दिए. इसके अलावा बाघ को कैद करने के लिए एक पिंजरा लगाकर उसमें बकरा भी बांध दिया. इस दौरान बाघ एकबार भी कैमरे में कैद नहीं हुआ. इसके बाद वन कर्मियों ने पिंजरे का ठिकाना बदल कर उसमें फिर से बकरा बांध कर बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रहा है.
बता दें कि बैरिया बीट क्षेत्र के गांव कटठौहा में 4 माह के अंदर बाघ ने हमला कर 2 ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया. बाघ ग्रामीणों पर तब हमला करता था, जब वह अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने जाते थे. बाग पर नजर रखने के लिए लखीमपुर खीरी वन विभाग ने उच्चाधिकारियों के आदेश पर 8 कैमरे लगा उसकी तलाश में जुटे हुए हैं. कैमरे के अलावा पिंजरे में एक बकरा भी बांध दिया गया है. इसके बाद भी बाघ न कैमरे में कैद हुआ और न ही पिंजरे के पास आया. डीएफओ सौरीष सहाय ने बताया कि वन विभाग की टीमें लगी हुई हैं. आसपास के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. इधर 7 दिनों में कोई भी घटना नहीं हुई है. अब पिंजरे को दूसरी जगह शिफ्ट कर वन विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया है.
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