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लखीमपुर खीरी में फिर एक किसान को बाघ ने बनाया निवाला - लखीमपुर खीरी की ताजी न्यूज

लखीमपुर खीरी में फिर एक किसान को बाघ ने निवाला बनाया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 8, 2023, 10:02 AM IST

लखीमपुर खीरीः बाघ ने एक बार फिर जानवर चराने गए किसान को अपना निवाला बना डाला. हादसा दुधवा बफर जोन और कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार की सीमा पर खैरटिया के पास हुआ. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.

जानकारी के मुताबिक, इंडो नेपाल सीमा के खैरटिया और नयापिण्ड गांव निवासी भोला सिंह अपने जानवर चराने खेतों में गए थे. तभी जंगल से निकलकर गन्ने के खेतों में बैठे बाघ ने भोला सिंह पर अचानक हमला कर दिया. बाघ ने भोला को दबोच लिया. किसान भोला सिंह चिल्लाए तो आस-पड़ोस के लोगों ने शोर मचाकर बाघ को भगाने की कोशिश की. इस पर बाघ भोला सिंह को गरदन से दबोचकर जंगल में भाग गया.

ग्रामीणों ने शोर मचाकर किसी तरह भोला सिंह को बाघ के चंगुल से छुड़ाया पर तब तक देर हो चुकी थी. दुधवा बफर जोन में घटी घटना पर काफी देर सीमा विवाद चलता रहा. काफी देर बाद तिकुनिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.


इस बारे में दुधवा बफर जोन के डीएफओ शिरीष सहाय का कहना है कि यह घटना दुःखद है. बाघ के निशान गर्दन और चेहरे पर मिले हैं. इलाका जंगल से सटा हुआ है. हम जांच कर रहे हैं. इलाके में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. परिवार को सरकारी अनुमन्य मदद दिलाई जाएगी.

ये भी पढ़ेंः काशी में सामूहिक आत्महत्या; अंधविश्वास में एक और परिवार खत्म! दिल्ली में 11 की हुई थी मौत

ये भी पढ़ेंः राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर मदनी बोले- मोदी और बाबर में कोई फर्क नहीं, दोनों पर एक जैसे आरोप

लखीमपुर खीरीः बाघ ने एक बार फिर जानवर चराने गए किसान को अपना निवाला बना डाला. हादसा दुधवा बफर जोन और कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार की सीमा पर खैरटिया के पास हुआ. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.

जानकारी के मुताबिक, इंडो नेपाल सीमा के खैरटिया और नयापिण्ड गांव निवासी भोला सिंह अपने जानवर चराने खेतों में गए थे. तभी जंगल से निकलकर गन्ने के खेतों में बैठे बाघ ने भोला सिंह पर अचानक हमला कर दिया. बाघ ने भोला को दबोच लिया. किसान भोला सिंह चिल्लाए तो आस-पड़ोस के लोगों ने शोर मचाकर बाघ को भगाने की कोशिश की. इस पर बाघ भोला सिंह को गरदन से दबोचकर जंगल में भाग गया.

ग्रामीणों ने शोर मचाकर किसी तरह भोला सिंह को बाघ के चंगुल से छुड़ाया पर तब तक देर हो चुकी थी. दुधवा बफर जोन में घटी घटना पर काफी देर सीमा विवाद चलता रहा. काफी देर बाद तिकुनिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.


इस बारे में दुधवा बफर जोन के डीएफओ शिरीष सहाय का कहना है कि यह घटना दुःखद है. बाघ के निशान गर्दन और चेहरे पर मिले हैं. इलाका जंगल से सटा हुआ है. हम जांच कर रहे हैं. इलाके में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. परिवार को सरकारी अनुमन्य मदद दिलाई जाएगी.

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