ETV Bharat / state

दरिंदगी के बाद की गई थी दलित बच्ची की हत्या, पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा - लखीमपुर खीरी न्यूज

लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां थाना क्षेत्र में गन्ने के खेत में मिले बच्ची के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एसपी विजय ढुल ने अपना बयान जारी किया. एसपी ने बताया कि बच्ची के शरीर पर मिले चोटों के निशान के आधार पर मुकदमें में पॉक्सो एक्ट की वृद्धि की जा रही है.

कॉन्सेप्ट इमेज.
कॉन्सेप्ट इमेज.
author img

By

Published : Jun 22, 2021, 9:06 AM IST

लखीमपुर खीरी: पसगवां थाना क्षेत्र में बीती रात खेत में मिले दलित बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को डॉक्टरों के पैनल से कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मासूम के साथ पहले दरिंदगी की गई फिर उसी के कपड़े से गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिल को दहला देने वाले खुलासे हुए हैं. मासूम के साथ हैवानों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी. बच्ची के शरीर पर कई चोट के निशान भी पाए गए हैं.

जानकारी देते एसपी.

ये है पूरा मामला
दरअसल, पसगवां थाना क्षेत्र में एक सात वर्षीय दलित बच्ची रविवार की दोपहर अपनी दादी के साथ गांव के पश्चिम खेतों में बकरियां चराने गई थी. शाम को करीब चार बजे के आसपास बच्ची की दादी ने उसको घर भेज दिया और खुद खेत में बकरियां चराने लगीं. बच्ची खेत से घर जा रही थी, लेकिन घर नहीं पहुंची. देर शाम तक जब वह कहीं दिखाई नहीं दी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. देर शाम गांव के पश्चिमी गन्ने के खेत से उसका शव बरामद हुआ. शव अर्धनग्न अवस्था में पाया गया. बच्ची के गले में उसका सलवार लिपटा हुआ था. परिजन आशंका जता रहे थे कि रेप के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और घटना की जांच-पड़ताल में जुट गई थी.

पुलिस ने मन-माफिक लिखाई थी तहरीर
बताया जा रहा है कि पुलिस ने मृतक बच्ची के बाबा की तरफ से दी जाने वाली तहरीर खुद ही इमला बोलकर ग्राम प्रधान से लिखवा ली और उस पर अंगूठा लगवा लिया. पीड़ित परिवार को पता ही नहीं कि उसकी तरफ से दी जाने वाली तहरीर में क्या लिखा है, जबकि परिवार रेप के बाद हत्या की आशंका व्यक्त कर रहा था. पसगवां पुलिस ने आनन-फानन में अपनी साख बचाने के लिए महज आईपीसी की धारा 302 में हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को दबाए बैठे रहे अफसर
बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे पैनेल द्वारा कराया जा चुका था, उसके बाद भी एसपी विजय ढुल मौके पर घटनास्थल पर होने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में बताने से बचते नजर आए. मीडिया के दबाव पर एसपी खीरी विजय ढुल ने देर रात करीब 12:30 बजे प्रेस नोट के साथ अपना बयान जारी किया.

इसे भी पढ़ें:- दूसरे धर्म के लड़के से शादी करने पर तालीबानी सजा, लड़की का सिर मुंडवाया

एसपी ने जारी किया बयान
बच्ची के शव के पोस्टमार्टम के बाद जारी बयान में एसपी विजय ढुल ने बताया कि पसगवां थाना क्षेत्र में गन्ने के खेत में मिले बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को डॉक्टरों के पैनल से कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना पाया गया है, लेकिन बच्ची के शरीर पर मिले चोटों के निशान के आधार पर मुकदमें में पॉक्सो एक्ट की वृद्धि की जा रही है.

लखीमपुर खीरी: पसगवां थाना क्षेत्र में बीती रात खेत में मिले दलित बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को डॉक्टरों के पैनल से कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मासूम के साथ पहले दरिंदगी की गई फिर उसी के कपड़े से गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिल को दहला देने वाले खुलासे हुए हैं. मासूम के साथ हैवानों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी. बच्ची के शरीर पर कई चोट के निशान भी पाए गए हैं.

जानकारी देते एसपी.

ये है पूरा मामला
दरअसल, पसगवां थाना क्षेत्र में एक सात वर्षीय दलित बच्ची रविवार की दोपहर अपनी दादी के साथ गांव के पश्चिम खेतों में बकरियां चराने गई थी. शाम को करीब चार बजे के आसपास बच्ची की दादी ने उसको घर भेज दिया और खुद खेत में बकरियां चराने लगीं. बच्ची खेत से घर जा रही थी, लेकिन घर नहीं पहुंची. देर शाम तक जब वह कहीं दिखाई नहीं दी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. देर शाम गांव के पश्चिमी गन्ने के खेत से उसका शव बरामद हुआ. शव अर्धनग्न अवस्था में पाया गया. बच्ची के गले में उसका सलवार लिपटा हुआ था. परिजन आशंका जता रहे थे कि रेप के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और घटना की जांच-पड़ताल में जुट गई थी.

पुलिस ने मन-माफिक लिखाई थी तहरीर
बताया जा रहा है कि पुलिस ने मृतक बच्ची के बाबा की तरफ से दी जाने वाली तहरीर खुद ही इमला बोलकर ग्राम प्रधान से लिखवा ली और उस पर अंगूठा लगवा लिया. पीड़ित परिवार को पता ही नहीं कि उसकी तरफ से दी जाने वाली तहरीर में क्या लिखा है, जबकि परिवार रेप के बाद हत्या की आशंका व्यक्त कर रहा था. पसगवां पुलिस ने आनन-फानन में अपनी साख बचाने के लिए महज आईपीसी की धारा 302 में हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को दबाए बैठे रहे अफसर
बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे पैनेल द्वारा कराया जा चुका था, उसके बाद भी एसपी विजय ढुल मौके पर घटनास्थल पर होने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में बताने से बचते नजर आए. मीडिया के दबाव पर एसपी खीरी विजय ढुल ने देर रात करीब 12:30 बजे प्रेस नोट के साथ अपना बयान जारी किया.

इसे भी पढ़ें:- दूसरे धर्म के लड़के से शादी करने पर तालीबानी सजा, लड़की का सिर मुंडवाया

एसपी ने जारी किया बयान
बच्ची के शव के पोस्टमार्टम के बाद जारी बयान में एसपी विजय ढुल ने बताया कि पसगवां थाना क्षेत्र में गन्ने के खेत में मिले बच्ची के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को डॉक्टरों के पैनल से कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना पाया गया है, लेकिन बच्ची के शरीर पर मिले चोटों के निशान के आधार पर मुकदमें में पॉक्सो एक्ट की वृद्धि की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.