लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी में तीन फर्जी शिक्षकों से तीन करोड़ रुपये की रिकवरी की प्रक्रिया बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है. इन शिक्षकों में दो सगे भाई हैं. तीनों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 35-35 साल बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी की. अब तीनों से अलग-अलग विभाग एक-एक करोड़ रुपये वसूलने की तैयारी में है. तीनों फर्जी पाए गए शिक्षकों का खुलासा एक आरटीआई के बाद जांच में हुआ था. बेसिक शिक्षा विभाग ने अब तीनों के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआईआर भी दर्ज करवा दी है.
बीएसए ने दी जानकारी
बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्धप्रिय सिंह ने बताया कि ब्लाक बिजुआ के मुड़िया जूनियर हाई स्कूल में तैनात हेडमास्टर कमला सिंह और गुजारा जूनियर हाईस्कूल में तैनात सीता सिंह के दस्तावेजों को लेकर एक आरटीआई डाली गई थी. इसके अलावा एक और शिकायत फूलबेहड़ ब्लाक के खखरा जूनियर हाई स्कूल के हेडमास्टर पतिराम सिंह के खिलाफ भी थी. इन शिक्षकों के दस्तावेजों को फर्जी बताया गया. आरटीआई में मिली जानकारी के बाद विभाग ने जांच कराई तो इन शिक्षकों के हाईस्कूल, इंटर की मार्कशीट फर्जी पाए गए. इसके बाद तीनों को नोटिस जारी की गई थी.
तीनों हुए बर्खास्त
इन तीनों शिक्षकों में कमला सिंह और सीता सिंह दोनों सगे भाई हैं, वहीं तीसरा शिक्षक फूलबेहड़ ब्लाक में तैनात था. जांच के बाद इन सभी को नियमानुसार विभागीय कार्रवाई करते हुए 31 मार्च 2020 को बर्खास्त कर दिया गया है. अब इन पर एफआईआर कराई गई है. थाना भीरा में खण्ड शिक्षा अधिकारी कमला सिंह और सीता सिंह वहीं फूलबेहड़ थाने में हेडमास्टर पतिराज सिंह के खिलाफ एफआईआर कराई गई है. अब इन तीनों से एक-एक करोड़ रुपये की रिकवरी के आदेश लेखाधिकारी को दिए गए हैं.