लखीमपुर खीरी: डॉ. पूर्वी वर्मा को सपा-बसपा गठबंधन ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. डॉ. पूर्वी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा में मुख्य सचेतक रवि प्रकाश वर्मा की पुत्री हैं. प्रत्याशी घोषित होने के बाद शनिवार को वह लोहिया भवन में मीडिया से रूबरू हुईं.
डॉ. पूर्वी ने बताया कि वो खुद एमबीबीएस, एमपीएच डॉक्टर हैं. साथ ही इस वक्त जेएनयू में रिसर्च स्कॉलर भी हैं. राजनैतिक परिवार में जन्मी डॉ. पूर्वी के बाबा चार बार खीरी जिले से सांसद रहे. मां ऊषा वर्मा तीन बार, खुद पूर्वी के पिता रवि प्रकाश वर्मा तीन बार लखीमपुर सीट से सांसद रहे. वह इस वक्त राज्यसभा सांसद हैं.
शिक्षित युवाओं को राजनीति में आना चाहिए
मेडिकल फील्ड से सियासी पिच पर उतरने के सवाल पर पूर्वी कहती हैं कि पढ़े-लिखे लोग राजनीति में आने चाहिए. मैं युवा हूं, महिला हूं. राजनैतिक परिवार से ताल्लुक रखती हूं. ऐसे में युवाओं, महिलाओं की तकलीफों को मैं बखूबी जानती हूं.
गठबंधन की प्रत्याशी बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझती हूं. मैंने अपने पिता से बहुत कुछ सीखा है. वो मेरे आदर्श भी हैं और गुरु भी. समाज में जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर सियासी पिच पर उतरी हूं. उम्मीद है सिक्सर मारूंगी.
स्वास्थ्य के मुद्दों पर बेबाकी से बात रखते हुए डॉ. पूर्वी कहती हैं, मैंने डॉक्टरी पढ़ते हुए समाज को नजदीक से देखा है, समझा है.मैं इन सब मुद्दों पर गम्भीर भी हूं. महिलाओं में स्वास्थ्य एक बड़ा मुद्दा है. लोकतांत्रिक समाजवाद को सशक्त करके समाजवादी समाज की स्थापना भी मेरा सपना है.
पढ़ने और संगीत उपकरणों को बजाने की शौकीन डॉ. पूर्वी एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक सोशलिज्म की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. नोबेल पुरस्कार प्राप्त कैलाश सत्यार्थी के साथ भी डॉ. पूर्वी काम कर चुकी हैं. इसके अलावा वह यूथ हॉस्टल एसोसिएशन से भी जुड़ी हैं.