लखीमपुर खीरी: पशु तस्करी के आरोप में पुलिस हिरासत में लिए गए एक बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. परिजनों ने बुजुर्ग की मौत पर जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग के साथ पुलिस हिरासत में मारपीट की गई. जबकि पुलिस का कहना है कि आरोपी थाने लाने से पहले ही अचानक बीमार हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई.
मझगई पुलिस को सूचना मिली कि गुलराटांडा गांव में प्रतिबंधित पशुओं की हत्या की जा रही है. सूचना मिलने पर गुरुवार रात को ही पुलिस ने मझगई चौकी इंचार्ज उग्रसेन की अगुवाई में टीम ने छापा मारा. टीम ने गांव से दोधन (65) को हिरासत में ले लिया. जानकारी के अनुसार रात को गोधन की तबीयत बिगड़ गई. उसे पलिया के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इसकी सूचना जब परिजनों को मिली, तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों का आरोप है कि मंझगई पुलिस ने गुरुवार रात दोधन समेत चार लोगों को गांव से पकड़ा था. पकड़ने के बाद ही दोधन को पहले गांव में मारा, फिर थाने में जमकर पीटा. इससे दोधन की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई.
खीरी की एसपी पूनम का कहना है कि हिरासत में लिए गए आरोपी की तबीयत बिगड़ी तो पुलिस इसको लेकर अस्पताल पहुंची. जहां दोधन को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. एसपी का कहना है कि परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कराई जा रही है.
दोधन की कथित पुलिस हिरासत में मौत के आरोपों के बीच समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव भूपेंद्र सिंह, राष्ट्रीय लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सदस्य अंसार महलूद समेत तमाम पदाधिकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है.