लखीमपुर खीरी: जिला अस्पताल में 1 महीने में नौ बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. वहीं 62 से ज्यादा बच्चों को लेकर परिजन बिना बताए गायब हो गए. आशंका जताई जा रही है कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर न होने से परिजन अपने बच्चों को दूसरे प्राइवेट अस्पतालों या नर्सिंग होम्स में चले गए.
1 महीने में 9 बच्चों की मौत
खीरी जिले के जिला अस्पताल में पिछले 1 महीने में 9 बच्चों की मौत हो चुकी है. इन बच्चों की मौत से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं. भीषण ठंड में कुछ बच्चों की मौत निमोनिया से, कुछ की रक्त अल्पता से, तो कुछ अन्य बीमारियों की वजह से हुई है.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ आर के वर्मा का कहना है कि बच्चों की मौत की कोई एक वजह नहीं है और न ही कोई संक्रामक बीमारी के फैलने से हुई है. बच्चे अलग-अलग जगहों से आए थे. कुछ में एनीमिया था. कुछ निमोनिया से मरे और कुछ को अलग-अलग बीमारियां थीं. उन्होंने आठ बच्चों की मौत की बात को स्वीकारा और कहा कि अस्पताल में व्यवस्थाएं सब ठीक हैं.
1 महीना, 9 मौतें- ये है लखीमपुर खीरी जिला अस्पताल का हाल - लखीमपुर खीरी खबर
लखीमपुर खीरी के जिला अस्पताल में 1 महीने में 9 बच्चों की मौत हो गई है. वहीं जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ आर के वर्मा ने बच्चों की मौत की वजह अस्पताल में अव्यवस्था को नकारते हुए कहा है की बच्चे अलग-अलग जगहों से आए थे. कुछ में एनीमिया थी. कुछ निमोनिया से मरे और कुछ को अलग-अलग बीमारियां थीं.
लखीमपुर खीरी: जिला अस्पताल में 1 महीने में नौ बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. वहीं 62 से ज्यादा बच्चों को लेकर परिजन बिना बताए गायब हो गए. आशंका जताई जा रही है कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर न होने से परिजन अपने बच्चों को दूसरे प्राइवेट अस्पतालों या नर्सिंग होम्स में चले गए.
1 महीने में 9 बच्चों की मौत
खीरी जिले के जिला अस्पताल में पिछले 1 महीने में 9 बच्चों की मौत हो चुकी है. इन बच्चों की मौत से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं. भीषण ठंड में कुछ बच्चों की मौत निमोनिया से, कुछ की रक्त अल्पता से, तो कुछ अन्य बीमारियों की वजह से हुई है.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ आर के वर्मा का कहना है कि बच्चों की मौत की कोई एक वजह नहीं है और न ही कोई संक्रामक बीमारी के फैलने से हुई है. बच्चे अलग-अलग जगहों से आए थे. कुछ में एनीमिया था. कुछ निमोनिया से मरे और कुछ को अलग-अलग बीमारियां थीं. उन्होंने आठ बच्चों की मौत की बात को स्वीकारा और कहा कि अस्पताल में व्यवस्थाएं सब ठीक हैं.
Body:खीरी जिले के जिला अस्पताल में पिछले 1 महीने में 9 बच्चों की मौत हो चुकी है। इन बच्चों की मौत से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सवाल उठने लगे हैं। भीषण ठंड में कुछ बच्चों की मौत निमोनिया से कुछ की रक्त अल्पता से तो कुछ अन्य बीमारियों की वजह से हुई है। बच्चों की मौत से गंभीर बात यह है कि जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में 62 से ज्यादा तीमारदार अपने बच्चों को लेकर अस्पताल से बिना बताए ही बिना रेफर कराए ही गायब हो गए। आखिर यह बच्चे बिना रेफर कर आए चिल्ड्रन वार्ड से कैसे गायब हो गए। यह भी एक बड़ा सवाल है सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति ठीक नहीं या फिर कोई और बात।
Conclusion:जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ आर के वर्मा कहते हैं कि बच्चों की मौत की कोई एक वजह नहीं है ना ही किसी एक जगह पर या कोई संक्रामक बीमारी ही फैली है जिसकी वजह से 9 बच्चों की मौत हुई है बच्चे अलग-अलग जगहों से आए थे कुछ में एनीमिया थी कुछ निमोनिया से मरे और कुछ को अलग-अलग बीमारियां थीं। उन्होंने आठ बच्चों की मौत की बात को स्वीकारा। और कहा कि अस्पताल में व्यवस्थाए सब ठीक हैं।
बाइट-डॉ आरके वर्मा( सीएमएस लखीमपुर जिला अस्पताल)
पीटीसी-प्रशान्त पाण्डेय
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9984152598