लखीमपुर खीरी: शहर से सटी ग्रामसभा में दो साल पहले लगाई गई चौपाल में 'मौलश्री' का पौधा सीएम योगी आदित्यनाथ ने रोपा था, जो कि अब 10 फीट से भी ऊंचा हो गया है. पौधे की बढ़वार और हरियाली देख लोग इसे प्रदेश और देश की तरक्की के साथ जोड़कर देख रहे है.
'मौलश्री' के पेड़ की हरियाली देख ज्योतिष के जानकार सीएम के व्यक्तिगत और राज्य के कल्याण के लिए शुभ मान रहे हैं. ज्योतिष के जानकार और बाबा चन्द्रभाल मन्दिर के पुजारी पण्डित करुणाशंकर शुक्ल कहते हैं कि वृक्ष लगाना सनातन परंपरा में सबसे पुण्य काम माना जाता है.
सीएम को क्यों पसन्द है 'मौलश्री' का पौधा
- 'मौलश्री' एक औषधीय वृक्ष है.
- आयुर्वेद में मौलश्री के वृक्ष का बड़ा महत्व बताया गया है.
- मौलश्री के वृक्ष पर जल चढ़ाने से मांगलिक दोषों का शमन होता है.
- अश्वनी और अनुराधा नक्षत्र में जन्में लोगों को मौलश्री का स्पर्श भी लाभ देता है.
आयुर्वेद के गुणों से भरा है 'मौलश्री'
- आयुर्वेद में मौलश्री के पौधे को पित्त नाशक माना जाता है. इसकी पत्ती से लेकर छाल तक का उपयोग बहुत से रोगों को दूर भगाने में उपयोग किया जाता है.
- सिरदर्द से लेकर दस्त तक को ये दूर करने में सहायक है.
- पेट खराब है तो मौलश्री के बीजों के तेल की बून्दों को बताशे में डालकर खाने से आराम मिलता है.
- सिरदर्द है तो मौलश्री के पत्तो का अर्क सर पर लगाने से दर्द ठीक हो जाता है.
- फोड़े, फुंसी, घाव को भरने और ठीक करने में मौलश्री की छाल,फल को सुखाकर घी में डालकर लगाने से घाव भर जाते है.
- दांत दर्द में मौलश्री की छाल को पीपल के पत्तो और शहद घी मिलाकर दांत पर लगाने से आराम मिलता है.
सीएम के लगाए 'मौलश्री' के पौधे की निगरानी लाहौरी नगर गांव के बाशिंदे भी करते हैं. हमारे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौधा लगाया था. इस पौधे को हम लोग जब भी देखते हैं तब हमें सीएम योगी आदित्यनाथ की याद आती है. पेड़ लगाना बूढ़े बुजुर्ग भी बता गए थे पर नई पीढ़ी पेड़ लगाना भूलती जा रही है. मुख्यमंत्री जी ने पेड़ लगाकर गांव वालों को यह संदेशा दिया है कि खूब पेड़ लगाएं. इस बार यूपी में वृक्षारोपण महाकुंभ में हम लोग भी शिरकत करेंगे और खीरी जिले में लगने वाले 42 लाख पौधों में से अपने गांव की भागीदारी भी सुनिश्चित करेंगे. युवाओं को पेड़ लगाने में आगे आना चाहिए क्योंकि पेड़ ही जल को बचा सकते हैं और जल ही जीवन है. तभी जल जमीन बचेंगे.
ओमप्रकाश गौतम, स्थानीय निवासी