लखीमपुर खीरी : जिले के मंझगई थाना इलाके में कर्ज से परेशान किसान ने आत्महत्या कर ली. किसान ने बैंक से 20 हजार रुपये कर्ज लिया था, जो कि बढ़कर दो लाख रुपये हो गया था. इसके साथ ही उसने जमीन भी गिरवी रख दी थी. कर्ज के जाल में फंसे किसान ने कोई रास्ता न देख अपनी जान दे दी.
घरवालों को गन्ने के खेत में मिला शव
शंकरपुरवा गांव के रहने वाले किसान सुकई लोधी (70) बीते शनिवार को अचानक लापता हो गए. उनके चार बेटे हैं, जो अलग-अलग रहते हैं. सुकई अपनी बीमार पत्नी के साथ अलग रहते थे. सुकई को परिवारीजन ढूंढने लगे, पर उनका कहीं पता नहीं चला. रविवार शाम परिजनों को सुकई का शव गन्ने के खेत में शीशम के पेड़ से लटका मिला. परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
20 हजार का कर्ज बन गया मौत की वजह
सुकई के चार बेटों में से एक रक्षपाल ने बताया कि उसके पिता के नाम एक एकड़ जमीन थी. जिस पर कुछ साल पहले बैंक से बीस हजार का कर्ज किसान क्रेडिट कार्ड से लिया था. धीरेृ-धीरे कर्ज बढ़ता चला गया. यह कर्ज अब करीज दो लाख रुपये हो गया था. इधर मां की बीमारी के चलते सुकई ने कुछ जमीन गिरवी रख दी थी. इन हालात में सुकई परेशान हो गए थे. इसी कारण सुकई ने खुदकुशी कर ली.
बैंककर्मी देते थे जमीन नीलाम करने की धमकी
सुकई के बेटे रक्षपाल ने बताया कि पिता का न तो आयुष्मान कार्ड बना था, न किसी सरकारी योजना का उन्हें लाभ मिल रहा था. बैंकवाले आए दिन वसूली को आते और कर्ज जमा करने को कहते. जमीन नीलाम करने की धमकी देते थे. इससे उसके पिता काफी आहत थे. कर्ज चुकाने का कोई रास्ता न देख उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया. सुकई की मौत से घरवालों में कोहराम मचा है.
एसडीएम पहुंचे किसान के घर, परिजनों को दी सांत्वना
सूचना मिलने पर एसडीएम कार्तिकेय सिंह तहसीलदार के साथ किसान के घर पहुंचे और सांत्वना व्यक्त की. एसडीएम ने बैंक कर्मियों के किसी प्रकार के नोटिस से इनकार किया और कहा कि किसान लापता थे. रविवार को उनका शव मिला. परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. वहीं इलाके के किसानों का कहना है कि चीनी मिल से समय पर पेमेंट न होने से दिक्कतें हो रहीं हैं.
यह भी पढ़ें : लखीमपुर खीरी में दिनदहाड़े युवक की गोली मारकर हत्या, पहले भी हुआ था जानलेवा हमला