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लखीमपुर में नाबालिग लड़की को भगाने के आरोपी के घर पर चला बुलडोजर, शव मिलने के बाद हो रही पुलिस की किरकिरी

लखीमीपुर खीरी में नाबालिग को भगाने के मामले में की गई पुलिसिया कार्रवाई अब अफसरों की गले की फांस बन गई है. मामले में अफसर चुप्पी साधे हुए हैं और समाजवादी पार्टी समेत कई दलों ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 13, 2024, 10:57 AM IST

लखीमपुर खीरी : ओयल चौकी क्षेत्र में नाबालिग लड़की को भगाने के आरोपी जिस आदिल के घर को खीरी पुलिस ने बुलडोजर से गुरुवार को गिराया उस आदिल की लाश शुक्रवार को नहर से बरामद की गई. अब पुलिस की किरकिरी हो रही है. वहीं पुलिस ने आननफानन 10 दिनों से लॉकअप में बंद आदिल के परिजनों को छोड़ दिया है. बहरहाल अभी तक लापता नाबालिग का पता नहीं चल सका है. पोस्टमार्टम हाउस पर पूर्व सपा विधायक उत्कर्ष वर्मा, तृप्ति अवस्थी समेत समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन आदिल के परिवार से मिलने पहुंचा तो पुलिस चौकी इंचार्ज से नेताओं की काफी तकरार भी हुई. समाजवादी पार्टी पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही है. वहीं पुलिस का कोई भी अफसर अब कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

ये था मामला : दो जनवरी को ओयल चौकी के साड़ीनामा गांव के पास बड़ी नहर सायफन के पास मोहल्ला जुलाहनटोला निवासी आदिल और एक किशोरी का आधार कार्ड, किशोरी के जूते, दो मोबाइल फोन व अन्य सामान पड़ा मिला था. किशोरी दूसरे धर्म की है. इस पर दोनों के नहर में कूदने की आशंका पर पुलिस ने दो दिन तक गोताखोरों की मदद से नहर खंगाली, मगर कुछ हासिल नहीं हुआ. पुलिस ने कुछ न मिलने पर ये मान लिया कि ये सब चीजें पुलिस को गुमराह करने के लिए नहर किनारे डाली गईं. अगले दिन ओयल निवासी एक महिला ने आदिल पर उसकी नाबालिग पुत्री को अगवा कर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद ओयल कस्बे के लोग आक्रोशित हो गए. लोगों ने पुलिस चौकी पहुंचकर नाराजगी जताई और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

दबाव में पुलिस ने किया ऐसा काम : दबाव बढ़ता देख पुलिस हरकत में आई और आदिल की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए. नौ दिन बाद भी आरोपी और किशोरी का पता नहीं चला तो गुरुवार दोपहर पुलिस और नगर पंचायत की टीम बुलडोजर लेकर आदिल के घर पहुंची. टीम ने घर के बाहर किए गए निर्माण को ढहा दिया. कार्रवाई के दौरान थानाध्यक्ष खीरी अजीत कुमार, चौकी इंचार्ज लल्ला गोस्वामी, एसआई विनोद सिंह व नगर पंचायत कर्मचारी मौजूद थे, पर शुक्रवार को साड़ीनामा झाल नहर में आदिल का शव मिलने से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया. कहा जा रहा कि पुलिस ने 10 दिनों से कथित रूप से आदिल के परिजनों को अवैध हिरासत में रखा था और पीटा भी जिन्हें आदिल के शव मिलने के बाद छोड़ दिया गया. पुलिस अब शव के पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई कर रही है.

लखीमपुर खीरी : ओयल चौकी क्षेत्र में नाबालिग लड़की को भगाने के आरोपी जिस आदिल के घर को खीरी पुलिस ने बुलडोजर से गुरुवार को गिराया उस आदिल की लाश शुक्रवार को नहर से बरामद की गई. अब पुलिस की किरकिरी हो रही है. वहीं पुलिस ने आननफानन 10 दिनों से लॉकअप में बंद आदिल के परिजनों को छोड़ दिया है. बहरहाल अभी तक लापता नाबालिग का पता नहीं चल सका है. पोस्टमार्टम हाउस पर पूर्व सपा विधायक उत्कर्ष वर्मा, तृप्ति अवस्थी समेत समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन आदिल के परिवार से मिलने पहुंचा तो पुलिस चौकी इंचार्ज से नेताओं की काफी तकरार भी हुई. समाजवादी पार्टी पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही है. वहीं पुलिस का कोई भी अफसर अब कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

ये था मामला : दो जनवरी को ओयल चौकी के साड़ीनामा गांव के पास बड़ी नहर सायफन के पास मोहल्ला जुलाहनटोला निवासी आदिल और एक किशोरी का आधार कार्ड, किशोरी के जूते, दो मोबाइल फोन व अन्य सामान पड़ा मिला था. किशोरी दूसरे धर्म की है. इस पर दोनों के नहर में कूदने की आशंका पर पुलिस ने दो दिन तक गोताखोरों की मदद से नहर खंगाली, मगर कुछ हासिल नहीं हुआ. पुलिस ने कुछ न मिलने पर ये मान लिया कि ये सब चीजें पुलिस को गुमराह करने के लिए नहर किनारे डाली गईं. अगले दिन ओयल निवासी एक महिला ने आदिल पर उसकी नाबालिग पुत्री को अगवा कर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद ओयल कस्बे के लोग आक्रोशित हो गए. लोगों ने पुलिस चौकी पहुंचकर नाराजगी जताई और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

दबाव में पुलिस ने किया ऐसा काम : दबाव बढ़ता देख पुलिस हरकत में आई और आदिल की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए. नौ दिन बाद भी आरोपी और किशोरी का पता नहीं चला तो गुरुवार दोपहर पुलिस और नगर पंचायत की टीम बुलडोजर लेकर आदिल के घर पहुंची. टीम ने घर के बाहर किए गए निर्माण को ढहा दिया. कार्रवाई के दौरान थानाध्यक्ष खीरी अजीत कुमार, चौकी इंचार्ज लल्ला गोस्वामी, एसआई विनोद सिंह व नगर पंचायत कर्मचारी मौजूद थे, पर शुक्रवार को साड़ीनामा झाल नहर में आदिल का शव मिलने से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया. कहा जा रहा कि पुलिस ने 10 दिनों से कथित रूप से आदिल के परिजनों को अवैध हिरासत में रखा था और पीटा भी जिन्हें आदिल के शव मिलने के बाद छोड़ दिया गया. पुलिस अब शव के पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई कर रही है.

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