लखीमपुर खीरी: जनपद में दो दलित युवतियों की रेप के बाद हत्या से सूबे की राजनीति का तापमान गर्म हो गया है. बसपा ने दलित बेटियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपया मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही आरोपियों के केस की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में करवाकर उन्हें फांसी की सजा दिलाने की मांग की है.
जनपद में दो दलित युवतियों के शव पेड़ पर लटके मिले थे. इस मामले में पहले तो यही आशंका जताई गई की उन्होंने खुदकुशी की है लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप और हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस हरकत में आई. इस मामले में समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी. घटना के आरोप में कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) पहले ही इस मामले में ऐलान कर चुके है कि मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में होगी और पीड़ित परिवार को 25-25 हजार का मुआवजा दिया जाएगा.
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सीएम की इस घोषणा के बाद इस मुद्दे को राजनीतिक दल तूल देने में लगे हैं. बहुजन समाज पार्टी की फिरोजाबाद इकाई ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एक प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई कि दोषियों के खिलाफ फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी दी जाए और दोनों युवतियों के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा मिले. एक मृतक के परिवार में दो लोगों को सरकारी नौकरी मिले. साथ ही मृतकों के परिजनों के लिए पक्के मकान की व्यवस्था और परिजनों को सुरक्षा दी जाए.
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