लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी में शुक्रवार को लगी भीषण आग से बड़ी क्षति हुई है. आग से करीब 50 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जलकर खाक हो गया. यहां बेशकीमती साल, सागौन की लकड़ी जलकर राख हो गई है. आशंका जताई जा रही है कि जंगल के वन्यजीव भी आग की चपेट में आ गए हैं. हालांकि दुधवा टाइगर रिजर्व ने किसी नुकसान से इंकार किया है.
किशनपुर सेंचुरी में आग से वन्यजीव असुरक्षित
दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी में जंगल के कोर एरिया में आग लगने से हड़कंप मच गया है. किशनपुर सेंचुरी इस वक्त बाघों का पसंदीदा घर बनकर उभरा है. यहां हाल ही में एक बाघिन ने पांच शावकों को जन्म दिया था, जिसकी तस्वीरें खूब चर्चा में रहीं. सेंचुरी में लगी आग से इलाके में रहने वाले बाघ-बाघिन और उनके शावकों के साथ अन्य वन्यजीवों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा है. जंगल में रह रहे बाघ, हिरन, बारहसिंघे सुरक्षित जगहों की खोज में भागते देखे गए.
आग से शावकों पर खतरा मंडराया
आग से बड़े नुकसान का आकलन किया गया है. जब तक वन विभाग अलर्ट मोड पर आता तब तक आग ने तबाही मचा दी. जंगल में लगी भीषण आग से आस-पास के गांव के लोग खौफजदा हैं. दुधवा टाइगर रिजर्व प्रशासन का कहना है कि आग पर काबू पाने के जतन किए जा रहे हैं. आग कैसे लगी इसकी जांच चल रही है.
दुधवा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर ने किसी नुकसान से किया इंकार
दुधवा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर ने ईटीवी भारत को बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. चलतुआ बीट में आग लगी थी. रेंजर और उन्होंने खुद पूरे प्रभावित इलाके का दौरा किया है. कहीं किसी वन्यजीव को नुकसान नहीं पहुंचा. कुछ सूखे पेड़ पत्तियां और खरपतवार ही जला है. सोनकर ने कहा कि जंगल से होकर गांवो को जाने के लिए रास्ता भी है. हमें चार-पांच शरारती लोगों पर शक है. आग की एफआईआर भीरा थाने में दर्ज करा दी गई है.