लखीमपुर खीरी: इस बार यूपी के कई जिलों में बारिश औसत से कम हुई है. इसका सीधा असर खेती पर पड़ा है. धान लगाने वाले कई किसानों ने तो मौसम का मिजाज देखकर अपने कदम ही पीछे खींच लिए है. जिला मुख्यालय से कुछ ही दूर रामनगर मुड़िया गांव में ईटीवी भारत की टीम ने धान किसानों से बात की. किसानों का कहना है कि बारिश न होने की वजह से धान की खेती नहीं हो पाएगी. आषाढ़ का पूरा महीना सूखा बीत गया है. सावन में भी अभी तक बारिश नहीं हुई है. इसे लेकर वे चिंतित हैं.
यूपी के लखीमपुर, सीतापुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बहराइच से लेकर पूर्वांचल तक बारिश औसत से कम हुई है. बारिश की कमी के चलते धान की फसल सूखकर बर्बाद होने लगी है. इस समस्या को लेकर सरकारी महकमें अभी असमंजस में है. किसान पर मौसम की मार इस बार भारी पड़ रही है.
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मौसम का यह रुख ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की वजह से बताया जा रहा है. यूपी में किसान बारिश की कमी के चलते काफी चिंतित हैं. वहीं, दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में बाढ़ और प्राकृतिक आपदाएं आ रहीं हैं.
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