ETV Bharat / state

लखीमपुर खीरी: कर्जे से परेशान किसान ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

लखीमपुर खीरी जिले में कर्जे से परेशान किसान ने आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि बैंक का कर्ज न चुका पाने के कारण किसान ने मजबूर होकर आत्महत्या कर ली. वहीं मृतक की पत्नी ने बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों पर सख्ती करते हुए रुपया जमा करने का आरोप लगाया है.

etv bharat
कर्जे से परेशान किसान ने की आत्महत्या
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 8:10 AM IST

लखीमपुर खीरी: जिले के मौलानी थाना क्षेत्र के ग्राम पटीसानगर में एक किसान का आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक मृतक के पिता ने बैंक से साढ़े पांच लाख रुपये कर्ज लिया था. मृतक ने भी उसी बैंक से लगभग डेढ़ लाख रुपए कर्ज लिया था. बताया जा रहा है कि बैंक का कर्ज न चुका पाने के कारण किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

कर्जे से परेशान किसान ने की आत्महत्या.

परिजनों का आरोप है कि कर्ज का भुगतान करने के लिए बैंक कर्मियों ने सख्ती की थी. जिलाधिकारी ने बैंक का कर्जा तो बताया है लेकिन कोई भी आरसी न जारी होने की बात कही है. मामले की जांच उपजिलाधिकारी, गोला को सौंपी गयी है.

क्या है पूरा मामला

  • मामला जिले के मैलानी थाना क्षेत्र का है.
  • मृतक दीदर सिंह के पिता बलदेव सिंह ने दस वर्ष पूर्व इलाहाबाद बैंक कुकरा से 5.67 लाख रुपया कर्ज लिया था.
  • पैसे को जमा नहीं कर पाए और उनकी पिछले वर्ष मौत हो गई.
  • मृतक ने भी 1.50 लाख का कर्ज लिया था.
  • कुल 7 लाख का कर्ज बैंक वालों ने वारिस होने के कारण दीदार सिंह के नाम ट्रांसफर कर दिया.
  • पत्नी का आरोप है कि 28 नवंबर को इलाहाबाद बैंक के अधिकारी, कर्मचारी आए और सख्ती करते हुए रुपया जमा करने पर जोर दिया.
  • गन्ने, धान का भुगतान न मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर किसान के सामने कर्जा अदा करने की दिक्कत थी.
  • रविवार को सुबह आठ बजे जब पत्नी और बच्चे खेत पर चले गए.
  • दीदार सिंह ने कमरे की कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
  • दोपहर जब पत्नी और बच्चे लौटे तो वह उसका शव लटकता पाया.
  • सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

लखीमपुर खीरी: जिले के मौलानी थाना क्षेत्र के ग्राम पटीसानगर में एक किसान का आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक मृतक के पिता ने बैंक से साढ़े पांच लाख रुपये कर्ज लिया था. मृतक ने भी उसी बैंक से लगभग डेढ़ लाख रुपए कर्ज लिया था. बताया जा रहा है कि बैंक का कर्ज न चुका पाने के कारण किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

कर्जे से परेशान किसान ने की आत्महत्या.

परिजनों का आरोप है कि कर्ज का भुगतान करने के लिए बैंक कर्मियों ने सख्ती की थी. जिलाधिकारी ने बैंक का कर्जा तो बताया है लेकिन कोई भी आरसी न जारी होने की बात कही है. मामले की जांच उपजिलाधिकारी, गोला को सौंपी गयी है.

क्या है पूरा मामला

  • मामला जिले के मैलानी थाना क्षेत्र का है.
  • मृतक दीदर सिंह के पिता बलदेव सिंह ने दस वर्ष पूर्व इलाहाबाद बैंक कुकरा से 5.67 लाख रुपया कर्ज लिया था.
  • पैसे को जमा नहीं कर पाए और उनकी पिछले वर्ष मौत हो गई.
  • मृतक ने भी 1.50 लाख का कर्ज लिया था.
  • कुल 7 लाख का कर्ज बैंक वालों ने वारिस होने के कारण दीदार सिंह के नाम ट्रांसफर कर दिया.
  • पत्नी का आरोप है कि 28 नवंबर को इलाहाबाद बैंक के अधिकारी, कर्मचारी आए और सख्ती करते हुए रुपया जमा करने पर जोर दिया.
  • गन्ने, धान का भुगतान न मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर किसान के सामने कर्जा अदा करने की दिक्कत थी.
  • रविवार को सुबह आठ बजे जब पत्नी और बच्चे खेत पर चले गए.
  • दीदार सिंह ने कमरे की कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
  • दोपहर जब पत्नी और बच्चे लौटे तो वह उसका शव लटकता पाया.
  • सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
Intro:एंकर-
लखीमपुर खीरी के मैलानी थाना क्षेत्र के ग्राम पटीसानगर ग्रंट नंबर तीन में पिता की मौत के बाद ट्रांसफर हुए 5.67 लाख रुपये के कर्ज के भुगतान को लेकर परेशान किसान पुत्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि कर्ज का भुगतान करने के लिए बैंक कर्मियों ने सख्ती की थी वही जिलाधिकारी ने बैंक का कर्जा तो बताया है लेकिन कोई भी आरसी न जारी होने की बात कही है मामले की जांच उपजिलाधिकारी गोला को सौपी गयी है
Body:वीओ-
ग्रंट नंबर तीन में दीदर सिंह के पिता बल्देव सिंह ने दस वर्ष पूर्व इलाहाबाद बैंक कुकरा से 5.67 लाख रुपया कर्ज लिया था, जो जमा नहीं कर पाए और उनकी पिछले वर्ष मौत हो गई। और म्रतक ने भी 1.50 लाख का कर्ज लिया था कुल 7 लाख का कर्ज था बैंक वालों ने वारिस पुत्र दीदार सिंह के नाम कर्जा ट्रांसफर कर तकाजा शुरू कर दिया। पत्नी का आरोप है कि 28 नवंबर को इलाहाबाद बैंक के अधिकारी, कर्मचारी आए और सख्ती करते हुए रुपया जमा करने पर जोर दिया। गन्ने, धान का भुगतान न मिलने से आर्थिक रूप से टूटे किसान पुत्र के सामने कर्जा अदा करने की दिक्कत थी। रविवार को सुबह आठ बजे जब पत्नी और बच्चे झाले के पास खेत पर चले गए तब दीदार सिंह ने कमरे की कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोपहर जब पत्नी और बच्चे लौटे तो वह उसका शव लटकता देख दंग रह गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बाईट- शेलेन्द्र सिंह जिलाधिकारी खीरीConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.