लखीमपुर खीरी: जिले की अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में यूपी के मंत्री, सांसद और विधायक के नातिन, पोते और बेटी की नियुक्ति पर बवाल मच गया है. अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की चेयरमैन पुष्पा सिंह पर गुपचुप तरीके से माननीयों के रिश्तेदारों की नियुक्ति में कथित गड़बड़ी पर विपक्षी पार्टी सपा भी मुखर हो गई है. सपा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को डीएम दफ्तर पहुंचकर कथित नियुक्ति घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.
- बताया जा रहा कि भाजपा समर्थित चेयरमैन पुष्पा सिंह ने अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में 17 नियुक्तियां पिछले दिनों की थीं.
- गुपचुप नियुक्तियों का भंडाफोड़ भाजपा के ही एक विधायक ने और पार्टी से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने कर दिया.
- शिकायत एआर कोऑपरेटिव और शासन से भी की गई, इसके बाद मामला गरमा गया.
कहा जा रहा कि यूपी के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा की नातिन, सांसद अजय मिश्र की बेटी, धौरहरा विधायक बाल प्रसाद अवस्थी का पोता और भाजपा नेता कमलेश मिश्रा की पत्नी समेत 17 नियुक्तियां बैंक में क्लेरिकल पदों पर हुई. हालांकि चेयरमैन पुष्पा सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, लेकिन पार्टी में ही नहीं बाहर भी उनकी जमकर किरकिरी हो रही है.
समाजवादी पार्टी ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में हुए कथित भर्ती घोटाले का मामला उस समय और गरमा गया, जब सपा के कार्यकर्ता डीएम दफ्तर पर नारेबाजी करते हुए पहुंच गए. समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष रियाज उल्ला खान के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता लोहिया भवन से नारेबाजी करते सीधे डीएम दफ्तर पहुंचे. बैंक में कथित भर्ती घोटाले की जांच की मांग की.
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सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक तरफ बेरोजगार युवक-युवतियां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. वहीं भाजपा इन बेरोजगारों के लिए नौकरियां नहीं निकाल रही है. भ्रष्टाचार मुक्त यूपी का दावा करने वाले मुख्यमंत्री की नाक के नीचे उन्हीं के मंत्री, सांसद और विधायक अपने बेटे-बेटियों और रिश्तेदारों की गुपचुप तरीके से नियम विरुद्ध भर्ती करा रहे हैं. वहीं सपा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन देकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.