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मौरंग और गेरू से बना रहे थे नकली खाद, पुलिस ने किया भंडाफोड़

लखीमपुर में नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड किया है. मौरंग और गेरू खाद बनाया जा रहा था. पुलिस मौके पर मौजूद लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. फिलहाल, पुलिस ने खाद फैक्ट्री को सील कर दिया है.

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नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़
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Published : Nov 11, 2022, 9:09 PM IST

लखीमपुर खीरी: जिले में शुक्रवार को डीएम ने शहर के इंडस्ट्रियल एरिया में छापा मारकर नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया. फैक्ट्री में भारी मात्रा में नकली खाद बरामद हुई है. फैक्ट्री में गेरू और मौरंग से एनपीके, पोटाश और डीएपी बनाई जा रही थी. डीएम महेंद्र बहादुर सिंह को मुखबिर ने नकली खाद बनाने की सूचना दी.

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि तहसील सदर क्षेत्र अंतर्गत राजापुर इंडस्ट्रियल एरिया में नकली खाद तैयार कर पैकिंग की जा रही(Fake fertilizer in Rajapur Industrial Area) है. इस प्रकार का कृत्य कृषक हित में नहीं है तथा साथ ही उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 में निहित प्रावधानों का उल्लंघन है.


डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने उप जिलाधिकारी सदर श्रीमती श्रद्धा सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) संदीप सिंह डीडी एग्रीकल्चर अरविंद मोहन मिश्र, जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी की तीन सदस्यीय टीम गठित करते हुए छापा मारने को आदेशित किया. डीएम का आदेश मिलते ही गठित टीम हरकत में आ गई. शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे टीम भारी पुलिस बल के साथ तहसील सदर क्षेत्र के तहत राजापुर इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंची. वहां, संदिग्ध गोविंद इंडस्ट्री पर दल-बल के साथ छापा मारा. अफसरों की मौजूदगी में पुलिस बल ने कारखाने में मौजूद लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की.


मौरंग, बालू और गेरू हुआ बरामद: छापेमारी के दौरान गोदाम में काफी संख्या में बोरा, पैकेट, विभिन्न ब्रांड के डीएपी, एनपीके, यूरिया, सिंगल सुपर फास्फेट, प्रोम, बायो पोटास बरामद हुए. जिनकी जांच के लिए जिला कृषि अधिकारी अरविंद चौधरी के नेतृत्व में कृषि विभाग की टीम ने सैंपलिग की. डीएपी व पोटाश की पैकिंग के काम में मिला कि बड़ी मात्रा में मोरंग, बालू, नमक सहित अन्य रॉ मटेरियल मिलाकर खाद बनाई जा रही है. मौके से अवैध खाद बनाने वाले स्टाफ को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. कृषि विभाग की टीमों ने खाद की सैंपलिंग शुरू कर दी है. टीम को नकली उर्वरकों का ब्योरा बनाने में देर रात हो जाएगी. यह देख गोदाम को सील कर दिया. टीम की जांच-पड़ताल में गोदाम में नकली उर्वरकों, पैकिंग, सिलाई के साथ वजन मशीने, सैकड़ों खाली बोरे और रैपर मिले.

एसडीएम सदर ने मौके पर सूचना सही पाए जाने की बात डीएम को बताई. डीएम महेंद्र बहादुर सिंह फौरन इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचे. जहां उन्होंने इस गोरखधंधे की न केवल गहन जांच हो, बल्कि इससे जुड़े हर व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. गठित टीमों को छापेमारी में कई गोदाम, स्टोर सहित एक प्रयोगशाला भी संचालित मिली. जिसमें कई उपकरण और मशीनें भी बरामद हुई. अब तक कई फेस खाद ब्रांडों की खाली बोरियां बरामद हुई है. इसी के साथ तीन सिलाई मशीन भी बरामद हुई हैं.


यह भी पढ़ें: कानपुर में होटल बने अय्याशी का अड्डा, आपत्तिजनक हालत में मिले 4 जोड़े

लखीमपुर खीरी: जिले में शुक्रवार को डीएम ने शहर के इंडस्ट्रियल एरिया में छापा मारकर नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया. फैक्ट्री में भारी मात्रा में नकली खाद बरामद हुई है. फैक्ट्री में गेरू और मौरंग से एनपीके, पोटाश और डीएपी बनाई जा रही थी. डीएम महेंद्र बहादुर सिंह को मुखबिर ने नकली खाद बनाने की सूचना दी.

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि तहसील सदर क्षेत्र अंतर्गत राजापुर इंडस्ट्रियल एरिया में नकली खाद तैयार कर पैकिंग की जा रही(Fake fertilizer in Rajapur Industrial Area) है. इस प्रकार का कृत्य कृषक हित में नहीं है तथा साथ ही उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 में निहित प्रावधानों का उल्लंघन है.


डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने उप जिलाधिकारी सदर श्रीमती श्रद्धा सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) संदीप सिंह डीडी एग्रीकल्चर अरविंद मोहन मिश्र, जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी की तीन सदस्यीय टीम गठित करते हुए छापा मारने को आदेशित किया. डीएम का आदेश मिलते ही गठित टीम हरकत में आ गई. शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे टीम भारी पुलिस बल के साथ तहसील सदर क्षेत्र के तहत राजापुर इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंची. वहां, संदिग्ध गोविंद इंडस्ट्री पर दल-बल के साथ छापा मारा. अफसरों की मौजूदगी में पुलिस बल ने कारखाने में मौजूद लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की.


मौरंग, बालू और गेरू हुआ बरामद: छापेमारी के दौरान गोदाम में काफी संख्या में बोरा, पैकेट, विभिन्न ब्रांड के डीएपी, एनपीके, यूरिया, सिंगल सुपर फास्फेट, प्रोम, बायो पोटास बरामद हुए. जिनकी जांच के लिए जिला कृषि अधिकारी अरविंद चौधरी के नेतृत्व में कृषि विभाग की टीम ने सैंपलिग की. डीएपी व पोटाश की पैकिंग के काम में मिला कि बड़ी मात्रा में मोरंग, बालू, नमक सहित अन्य रॉ मटेरियल मिलाकर खाद बनाई जा रही है. मौके से अवैध खाद बनाने वाले स्टाफ को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. कृषि विभाग की टीमों ने खाद की सैंपलिंग शुरू कर दी है. टीम को नकली उर्वरकों का ब्योरा बनाने में देर रात हो जाएगी. यह देख गोदाम को सील कर दिया. टीम की जांच-पड़ताल में गोदाम में नकली उर्वरकों, पैकिंग, सिलाई के साथ वजन मशीने, सैकड़ों खाली बोरे और रैपर मिले.

एसडीएम सदर ने मौके पर सूचना सही पाए जाने की बात डीएम को बताई. डीएम महेंद्र बहादुर सिंह फौरन इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचे. जहां उन्होंने इस गोरखधंधे की न केवल गहन जांच हो, बल्कि इससे जुड़े हर व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. गठित टीमों को छापेमारी में कई गोदाम, स्टोर सहित एक प्रयोगशाला भी संचालित मिली. जिसमें कई उपकरण और मशीनें भी बरामद हुई. अब तक कई फेस खाद ब्रांडों की खाली बोरियां बरामद हुई है. इसी के साथ तीन सिलाई मशीन भी बरामद हुई हैं.


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