लखीमपुर खीरीः जिले में बुधवार सुबह दर्दनाक सड़क हादसा हुआ. हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई और 22 से अधिक लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है यात्रियों से भरी प्राइवेट बस भाजपा नेता की थी, जो रोज प्रतिदिन धौरहरा से लखनऊ तक चलती थी. डीएम महेंद्र महादुर सिंह ने बताया कि 'अभी तक हुई जांच में बस का परमिट 2023 तक था. यात्री कितने थे ये अभी जांच का विषय है. अभी हमारी प्राथमिकता घायलों का इलाज कराना है. पुलिस जांच कर रही है.'
लखीमपुर बहराइच रोड यूपी 31 AT 2251 नंबर की बस और डीसीएम में भिड़ंत हो गई. हादसा सुबह करीब 7:15 बजे ऐरा शारदा पुल(Aira Sharda Bridge) पर हुआ. हादसा इतना भीषण था कि बस के परखच्चे उड़ गए. वहीं, डीसीएम पलट गई. डीएम ने पहले 10 लोगों की मौत की पुष्टि की. इसके बाद कहा कि छह लोगों की मौत हुई है. वहीं, लखीमपुर पहुंची लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब ने 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
एक बस बैठातें 70-80 यात्री
धौरहरा के एक स्थानीय व्यक्ति रामकिशोर ने बताया कि धौरहरा से दिल्ली, हरिद्वार लखनऊ तक रोज ही बसें जाती हैं. ये बसें 70-80 यात्रियों को बैठा लेते हैं. ऐसे में अगर हादसा हो जाए तो गलती किसकी होगी ये किसी को नहीं पता?
लखीमपुर खीरी के एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे ने बताया 'कि यूपी 31 AT 2251 नंबर की यह बस विकास कुमार पुत्र शैलेंद्र शुक्ला के नाम रजिस्टर्ड है. इसका ऑल इंडिया परमिट है. नियम यह है कि ऑल इंडिया परमिट पर यह लोग पार्टी उठा सकते हैं, लेकिन नियमों को तोड़कर कई बार सवारियों को बैठाकर भी बसें चलती हैं. इन पर कार्रवाई भी की जाती है. यह बस 42 सीटर बस थी.'
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बस में कितने यात्री सवार थे के सवाल पर एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे ने बताया कि 'अभी यह कहना मुश्किल है, हमने पुलिस रिपोर्ट मंगाई है. पुलिस रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि बस में कितने यात्री सवार थे.'
120 रुपये में लखनऊ पहुंचा देते हैं बस वाले
प्राइवेट बस वाले 120 रुपये में यात्रीयों को धौरहरा से लखनऊ पहुंचा देते हैं. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या रोडवेज की बसों पर यात्री बैठेंगे? धौरहरा से लखनऊ का किराया इसका दोगुना है. लखीमपुर खीरी के रोड रोडवेज एआरएम जोगिंदर सिंह ने बताया 'कि धौरहरा लखनऊ रुट वैसे तो रोडवेज का आरक्षित रूट है, लेकिन इस पर प्राइवेट वाहन भी चल सकते हैं इसके लिए उनका परमिट जरूरी है. ये परमिट थर्ड पार्टी परमिट होता है, लेकिन अक्सर प्राइवेट बस वाले नियमों को तोड़ते हैं.
एआरएम जोगिंदर सिंह ने बताया कि 'हम कई बार लिखित शिकायत जिला प्रशासन और परिवहन विभाग से करते रहते हैं. दूसरा ये कि इन प्राइवेट बसों का किराया बहुत कम होता है. धौरहरा से रोडवेज बस का किराया का तो मुझे बहुत अनुमान नहीं, लेकिन लखीमपुर से लखनऊ का 174 रुपये किराया है. जबकि ये बस वाले 100-120 में धौरहरा से लखनऊ पहुंचा देती हैं. यात्री सस्ते के चक्कर में प्राइवेट बसों में जाते हैं. आम आदमी को नियम कानूनों से कोई लेना-देना नहीं होता.
ट्रक ड्राइवर की लापरवाही से हुआ हादसा
बस हादसे के बाद कमिश्नर रौशन जैकब भी मोतीपुर स्थित अस्पताल में घायलों के इलाज की व्यवस्था देखने पहुंची. रोशन जैकब ने सात लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि 14 गंभीर घायलों को लखनऊ केजीएमयू भेजा गया है. 25 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा. रोशन जैकब ने ये भी बताया कि हादसा ट्रक ड्राइवर की लापरवाही से हुआ.
घायलों को देखने धौरहरा के भाजपा विधायक विनोद शंकर अवस्थी भी अस्पताल पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए भाजपा विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि 'हमारी सरकार में कोई गलत काम नहीं होते. हादसा दुखद है पुलिस इसकी जांच कर रही है. डग्गामार वाहनों के अवैध रूप से चलने के सवाल पर विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि 'हमने डग्गामार वाहनों को रोकने के लिए अभियान चलाया है. काफी हद तक डग्गामार वाहन रुके भी हैं, लेकिन कुछ चोरी-छिपे चला लेते हैं. ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जाएगा.'
विधायक विनोद शंकर अवस्थी(MLA Vinod Shankar Awasthi) ने कहा कि 'घायलों का इलाज सरकार करवा रही है. मृतकों को भी आर्थिक सहायता दिलवाने काम पूरा प्रयास करेंगे. वहीं, भाजपा की धौरहरा सांसद रेखा वर्मा ने भी हादसे पर दुख जताया है. ट्विटर और फेसबुक पर आश्वासन दिया है कि सरकार घायलों और मरने वालों के साथ है, मदद करेगी.
सरकारी दावों, वायदों और आश्वासनों के बीच फिलहाल बस हादसे का दर्द और यात्रियों की चीखों से उपजे सवालों का कोई सही जवाब इन्हीं वायदों की चाशनी में लिपटकर शायद दम तोड़ दे. सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब मिलना चाहिए और जवाबदेही जरूर तय होनी चाहिए.
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