लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्षी दलों की बढ़ी सक्रियता सूबे की योगी सरकार के लिए मुसीबत बनती दिख रही है. वहीं, इस घटना के बाद से ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू, जो कि उक्त मामले में मुख्य अभियुक्त भी हैं कि दिक्कतें बढ़ गई हैं. इधर, मृतक किसानों के परिनजों से विपक्षी नेताओं के मुलाकात का सिलसिला तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी गुरुवार को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया पहुंचे और वहां मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात किए. इस दौरान सपा अध्यक्ष ने उन्हें न्याय दिलाने की बात कही. वहीं, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी पीड़ित परिवारों से मुले और इस दौरान उन्होंने सूबे की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
हालांकि, अखिलेश यादव से पहले बुधवार को राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लखीमपुर खीरी पहुंच पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात कर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया. इधर, लखीमपुर में किसान परिवारों से मिलने को आए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पहले तो एलआरपी बॉर्डर पर रोक दिया गया था, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद उनके काफिले को जिले में प्रवेश की अनुमति दी गई.
जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव पहले चौखड़ा फार्म पहुंचे थे, जहां उन्होंने 18 साल के मृत किसान के बेटे लवप्रीत के पिता सतनाम सिंह और उनकी माता से भेंट की और उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके न्याय की लड़ाई समाजवादी पार्टी और उनके कार्यकर्ता लड़ेंगे. वह अपने को अकेले न समझे भारतीय जनता पार्टी की गलत नीतियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता खड़ा होगा. इसके बाद अखिलेश यादव पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे. परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली न्याय की लड़ाई में उनके साथ खड़ा होने का भरोसा दिया.
इसके बाद अखिलेश धौरहरा पहुंचे, जहां किसान नक्षत्र सिंह के परिजनों से मुलाकात किए और उन्हें सांत्वना दी. इधर, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र भी किसान लवप्रीत और पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मिले और सांत्वना दी. इसके पहले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी लवप्रीत के घर पहुंचे थे. आप सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा भी किसनों से मिलने पहुंचे थे.