लखीमपुर खीरी: यूपी में नेपाल के रास्ते टेरर फंडिंग के सनसनीखेज खुलासे में निघासन थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद चार आरोपियों की गिरफ्तारी और मुख्य आरोपी की फरार होने की बात कही गई थी. मुमताज अली फरार मुख्य आरोपी है. टेरर फंडिंग के मुख्य आरोपी मुमताज की अर्जी पर सीजेएम ने थाना निघासन से आरोपी की वांछित होने की रिपोर्ट तलब की है. आज इस मसले पर अदालत में सुनवाई होगी.
ये है मामला
गौरतलब है कि बीते 10 अक्टूबर को लखनऊ में डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर लखीमपुर खीरी में चार आरोपियों को टेरर फंडिंग में गिरफ्तारी का खुलासा किया था. इसके बाद उसी दिन शाम को आरोपियों को कोर्ट में लाया गया था.
डीजीपी ने बताया था कि बरेली निवासी उम्मेद अली, समीर सलमानी और तिकोनियां इलाके के एराज अली, संजय अग्रवाल को नेपाली और भारतीय करेंसी के साथ पकड़ा गया. चारों आरोपियों के पास से मिले मोबाइल से इनकी बातचीत के सबूत मिलने की बात भी डीजीपी ने बताई थी. पुलिस का मानना था कि नेपाल में एक बैंक को हैक कर उड़ाई गई रकम को भी इन आरोपियों ने ही ठिकाने लगाया था.
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कमीशन पर होता था काम
टेरर फंडिंग के आरोप में फंसे आरोपियों पर पुलिस को सबूत मिले हैं कि ये नेपाल से आने वाली करेंसी को पांच फीसदी पर एक्सचेंज करते थे. इंडो-नेपाल बॉर्डर के तिकोनियां इलाके में बरेली, मुरादाबाद, दिल्ली से बड़ी-बड़ी गाड़ियां आकर मनी एक्सचेंज का काम करवाती थीं. इस मामले में एटीएस जांच कर रही है.